के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
विजीलैक कैप्सूल में लैक्टिक एसिड बेसिलस स्पोरोजेंस (Lactic Acid bacillus Sporogenes) होता है। ये पेट की समस्याओं (gut organisms) को दूर करने का काम करता है। विजीलैक कैप्सूल का यूज मुख्य रूप से डायरिया की बीमारी से निजात पाने के लिए किया जाता है। इस कैप्सूल में मुख्य रूप से प्रोबायोटिक्स होता है जिस वजह से यह डायजेस्टिव सिस्टम को भी लाभ पहुंचाने का काम करता है। डायजेशन में समस्या होने पर, इंटेस्टाइनल एपीथेलियम के डैमेज होने पर या फिर आंतों के माइक्रोफ्लोरा में बदलाव आने पर पेट में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। ऐसी समस्याओं से निपटने के लिए विजीलैक कैप्सूल का यूज किया जाता है।
लैक्टोबैसिलस एक प्रकार का बैक्टीरिया है। लैक्टोबैसिलस बैक्टीरिया की विभिन्न प्रकार की प्रजातियां होती हैं। भले ही लैक्टोबैसिलस एक बैक्टीरिया है, लेकिन ये पाचन के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है और शरीर को लाभ पहुंचाने का काम करता है। लैक्टोबैसिलस फ्रैंडली बैक्टीरिया होता है जो कि शरीर में रहते हुए भी शरीर को नुकसान नहीं बल्कि लाभ पहुंचाता है। लैक्टोबैसिलस कुछ फरमंटेड फूड जैसे कि दही और डायट्री सप्लिमेंट्स (dietary supplements) में होता है। लैक्टोबैसिलस का उपयोग दस्त को रोकने में किया जाता है। एंटीबायोटिक्स के कारण हुए डायरिया या फिर संक्रामक डायरिया को ठीक करने के लिए लैक्टोबैसिलस का उपयोग किया जाता है।
लैक्टिक एसिड बेसिलस (Lactic Acid Bacillus), पाइरिडोक्सिन (pyridoxine),डी-पैन्थनॉल, राइबोफ्लेविन (riboflavin),थायमिन, फोलिक एसिड, और निकोटीनैमाइड से मिलकर विजीलैक का कंपोजिशन तैयार किया जाता है। विजीलैक मल्टीविटामिन कैप्सूल भी है।
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विजीलैक का सेवन डायरिया की समस्या से निजात पाने के लिए किया जाता है। विजीलैक का सेवन डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही करना चाहिए। जब आप डॉक्टर को पेट संबंधी समस्या या दस्त संबंधी समस्या के बारे में बताएंगे, तो डॉक्टर आपको विजीलैक का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं। विजीलैक की एक दिन की डोज में एक या दो कैप्सूल शामिल हो सकते हैं। पेशेंट को कितनी ज्यादा या कम समस्या है, डॉक्टर उसी के अनुसार दवा की डोज का सुझाव देते हैं।
अगर आपको दिन में दो बार दवा का डोज लेने की सलाह दी गई है तो बेहतर होगा कि डोज को मिस न करें। अगर आप एक डोज को मिस कर चुके हैं तो बेहतर होगा कि डॉक्टर से सलाह लें कि आप मिस हुई डोज को किस समय पर ले सकते हैं। डॉक्टर ने जितनी खुराक लेने के लिए कहा है, उतनी ही डोज लें। अगर गलती से आपने ओवरडोज ले लिया है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ओवरडोज लेने पर ड्रग्स की टॉक्सिसिटी और साइड इफेक्ट दिख सकते हैं। अगर ओवरडोज के बाद आपको कोई लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।
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पेट दर्द की समस्या (अपच के कारण) में विजीलैक के उपयोग की सलाह डॉक्टर दे सकता है। पेट में कई बार अपच के कारण भी दर्द की समस्या हो जाता है। ऐसे में लैक्टोबैसिलस समस्या को कम करने का काम करता है। कम ही समय में लक्षणों में सुधार देखने को मिलता है।
जो लोग एंटीबायोटिक लेते हैं, उनमे साइड इफेक्ट के तौर पर डायरिया के लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं। ऐसे में प्रोबायोटिक्स (लैक्टोबैसिलस ) लेने से एंटीबायोटिक एसोसिएटेड डायरिया को ठीक करने में मदद मिलती है। जिन लोगों को एंटीबायोटिक डायरिया हो जाता है, डॉक्टर उन्हें विजीलैक लेने की सलाह दे सकता है।
रिचर्स में ये बात सामने आई है कि बैक्टीरियल वेगिनोसिस (bacterial vaginosis) की समस्या से छुटकारा पाने के लिए लैक्टोबैसिलस या वजायनल टैबलेट्स असरदार साबित होती हैं। जिन लोगों की योनि में इंफेक्शन की समस्या होती है, डॉक्टर उन्हें विजीलैक डोज लेने का परामर्श दे सकता है।
कैंसर के उपचार के दौरान (कीमोथेरिपी) दी जाने वाली ड्रग से डायरिया होने की संभावना रहती है। इस दवा के दुष्प्रभाव से बचने के लिए कैंसर के पेशेंट को लैक्टोबैसिलस यानी विजीलैक की डोज दी जा सकती है।
अगर किसी व्यक्ति को कब्ज की समस्या है तो चार से आठ हफ्ते तक डॉक्टर विजीलैक डोज की सलाह डॉक्टर दे सकता है। कब्ज की वजह से बॉवेल मूवमेंट, पेट में दर्द, ब्लोटिंग आदि की समस्या में भी राहत मिलती है। इस दवा को लेने से बाॅवेल मूवमेंट बढ़ सकता है।
लैक्टोबैसिलस का गर्भावस्था में सेवन प्रेग्नेंसी में डायबिटीज की समस्या को रोकने का काम करता है। जो महिलाएं 35 साल की उम्र में प्रेग्नेंट होती हैं या जिन महिलाओं की दूसरी प्रेग्नेंसी होती है, उन्हें डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। लैक्टोबैसिलस ब्लड में शुगर को कंट्रोल करने का काम भी करता है।
विजीलैक डोज उन लोगों को भी सजेस्ट किया जा सकता है, जिनके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल सही नहीं रहता है। लैक्टोबैसिलस प्रोबायोटिक्स हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन को इंप्रूव करने में भूमिका नहीं निभाता है।
रिचर्स के अनुसार, कीमोथेरेपी के दौरान मुंह के घावों से छुटकारा पाने के लिए लैक्टोबैसिलस युक्त लोजेंजेस ( lozenges containing lactobacillus ) का सुझाव दिया जाता है।
कई लोगों को यात्रा के दौरान डायरिया की समस्या हो जाती है। ऐसा बैक्टीरिया, वायरस और पैरासाइट के कारण होता है। जिन लोगों को ट्रैवलिंग के दौरान डायरिया की समस्या हो जाती है, उन लोगों के लिए डॉक्टर विजीलैक डोज का परामर्श दे सकते हैं।
क्लोस्ट्रीडियम डिफिसाइल नामक बैक्टीरिया गेस्ट्रोइंटस्टाइनल ट्रेक में इंफेक्शन पैदा करता है। अगर इस कारण से पेट में दर्द की समस्या होती है तो विजीलैक डोज का असर नहीं होता है।
विजीलैक दवा का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए। विजीलैक कैप्सूल में विटामिन भी होते हैं। डॉक्टर जरूरत के हिसाब से ही पेशेंट को दवा देता है। पेट की समस्या होने पर बिना डॉक्टर की सलाह के विजीलैक का सेवन न करें।
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विजीलैक कैप्सूल लेने से दस्त की समस्या सही होने के साथ ही अन्य समस्याओं से भी राहत मिलती है। इस दवा को खाने के बाद व्यक्ति को कुछ दुष्प्रभाव यानी साइड इफेट्स भी दिख सकते हैं। ऐसा जरूरी नहीं है कि व्यक्ति को दिए गए सभी लक्षणों का एहसास हो। कुछ व्यक्तियों में साइडइफेक्ट के रूप में अन्य लक्षण भी दिख सकते हैं। जानिए कि विजीलैक का सेवन करने से क्या साइड इफेक्ट्स दिख सकते हैं।
अगर आपको उपरोक्त में कोई भी लक्षण नजर आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। दवा लेने के बाद कुछ लोगों को किसी भी प्रकार का परिवर्तन महसूस नहीं होता है, इसलिए दवा के सेवन के बाद डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि आप जो भी दवा खा रहे हैं, उसके बाद शरीर में आए बदलाव को चेक करें और अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें। बिना डॉक्टर की सलाह के इस दवा का सेवन न करें।
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अगर आप पेट की समस्या या फिर डायरिया की समस्या के बारे में डॉक्टर को बता रहे हैं तो उनसे कोई भी बात न छिपाएं। अगर आपको किसी भी प्रकार की हेल्थ कंडिशन है तो तुरंत डॉक्टर को बताएं। साथ ही नीचे दी गई बातों का ध्यान जरूर रखें।
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विजीलैक (Vizylac) कैप्सूल के साथ कुछ एंटीबायोटिक दवाओं का रिएक्शन हो सकता है। साथ ही बायोटिन (Biotin), Barbiturates, सिप्रोफ्लोक्सासि (Ciprofloxacin ), कार्बामाजेपाइन (Carbamazepine), एल्कोहॉल आदि के साथ रिएक्शन कर सकती है। जिन लोगों को कुछ बीमारियां जैसे कि ब्लज क्लॉटिंग डिसऑर्डर, पेप्टिक अल्सर, कार्डियक इश्यू या हार्ट संबंधी समस्या होती है, उन्हें इस दवा का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।
विजीलैक (Vizylac) दवा को रूम टेम्प्रेचर पर रखें। कमरे के तापमान में (25-30 डिग्री सेल्सियस) दवा को रखने पर इस बात का ध्यान जरूर रखें कि कमरे में अधिक गर्मी न हो। साथ ही दवा को सीधे प्रकाश यानी सनलाइट से बचाएं। विजीलैक दवा को बच्चों की पहुंच से दूर रखें। साथ ही पालतू जानवर की पहुंच से भी दवा को दूर रखें। विजीलैक ड्रग मार्केट में टेबलेट के रूप में उपलब्ध है।
अगर आपको डॉक्टर ने विजीलैक (Vizylac) कैप्सूल लेने की सलाह दी है तो लक्षण के सही हो जाने पर तय समय तक दवा का सेवन जरूर करें। लक्षण के सही हो जाने पर दवा को बंद न करें। अगर आपको डॉक्टर ने डायरिया के लिए किसी अन्य दवा की सलाह दी है तो उसी दवा का सेवन करें।
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