के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist
परस्निप एक जड़ वाली सब्जी है, जो गाजर और अजमोद से करीबी रूप से जुड़ी है। इसकी जड़ें गहरी और मोटी होती हैं। ये द्विवर्षीय सब्जी है। जिसे 17वीं सदी में उत्तरी अमेरिका में इसे बतौर जड़ वाली सब्जी के रूप में यूरोप और एशिया से ले जाया गया था। इसके पौधे की लंबाई लगभग तीन फीट होती है और इसके फूल जुलाई से अगस्त के बीच में आते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम पैस्टीनिया स्टाइवा है। इसे कुछ अन्य नामों से जाना जाता है। चिरिवा, ग्रैंड चर्विस, पानिस, परस्निप हर्ब, परस्निप रूट, पास्टेनेड, पैस्टिनाके हर्बा, पैस्टिनाके रेडिक्स, रैसीन-ब्लांच आदि नामों से पूरी दुनिया में जाना जाता है।
इसकी जड़ और इसके जमीन से ऊपर वाले हिस्से से दवा बनाई जाती है। लोग पाचन की समस्या, किडनी की समस्या, बुखार, दर्द और बॉडी में पानी रुकने की समस्या में इसका इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, यह इन स्थितियों में कितनी कारगर है? इसको लेकर पर्याप्त वैज्ञानिक सबूत उपलब्ध नही हैं, लेकिन लोगों का मानना है कि इसका इस्तेमाल करने से दांत दर्द और थकान के कारण होने वाले दर्द से राहत मिलती है। ये कितना सही है, इसका कोई वैज्ञानिक साक्ष्य नहीं है।
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परस्निप काम कैसे करता है, इसका अभी तक कोई प्रमाणिक साक्ष्य नहीं है। इसलिए वैज्ञानिक आज भी इस पर रिसर्च कर रहे हैं। लेकिन फिर भी कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि इसके जड़ की चाय बना कर पीने से महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं में राहत पहुंंचती है। इसकी जड़ों में पॉल्टाइस पाया जाता जो घाव और जलन को ठीक करने में मदद करता है। जड़ों में जैंथोटॉक्सिन भी पाया जाता है, जो सोरासिस और विटलिगो जैसी बीमारियों में राहत पहुंचाता है। जैंथोटॉक्सिन एक ऐसा अवयव होता है, जो प्रकाश क प्रति सेंसटिविटी क्रिएट करता है।
परस्निप का इस्तेमाल शरीर की कई समस्याओं के निवारण के रूप में किया जाता है :
इसके अलावा इसका उपयोग किस तरह से होता है, इसका कोई वैज्ञानिक आधार अभी तक नहीं है। इसके अलावा हम इस भोजन के रूप में भी खाते हैं। यो गाजर, मूली और चुकंदर की तरह दिखने वाली सब्जी है। जिसे जड़ से कई तरह के व्यंजन बना कर खाए जाते हैं।
आधा कप परस्निप का सेवन करने से हमें 3 ग्राम फाइबर और 55 कैलोरी ऊर्जा मिलती है। इसके अलावा इसमें विटामिन-सी, फोलेट और मैग्नीज पाई जाती है।
इसके अलावा ये अन्य तरीकों से भी इस्तेमाल किया जाता है। इसकी पत्तियों और जड़ों से इंसेक्ट स्प्रे बनाया जा सकता है। परस्निप की पत्तियों और जड़ों को काट लें और पानी में उबाल लें। इस पानी को रात भर के लिए छोड़ दें। इसके बाद आप सुबह इसे छान कर स्प्रे बॉटल में भर दें। जिसके बाद इसे ऐसी जगहों पर स्प्रे करें जहां पर कीड़े-मकौड़े आते हो।
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परस्निप का उपयोग करना पूरी तरह सुरक्षित है। बस इसे गर्भवती महिला और कुछ विशेष दवाओं का सेवन करने वालों को खाने से बचना चाहिए। इसके अलावा, ज्यादा मात्रा में इस का सेवन करने से आपको पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ लोगों को इससे एलर्जी भी हो सकती है। वहीं, गर्भवती महिलाओं द्वारा सेवन करने से भ्रूण को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए अगर आप इस का सेवन कर रहे हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट ले बात जरूर कर लें।
इसका हर उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि इसका सेवन ज्यादा से ज्यादा किया जाए। निश्चित मात्रा का सेवन आपके लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। इसलिए सेवन से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट की राय ले लें।
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खाने के रूप में इसका सेवन करना संभवतः सुरक्षित माना जाता है। हालांकि, औषधि के रूप में इसका सेवन करने पर यह कितना सुरक्षित है, इस संबंध में पर्याप्त सबूत उपलब्ध नहीं हैं। इसके साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
त्वचा पर इस्तेमाल: परस्निप को त्वचा पर लगाना असुरक्षित हो सकता है। त्वचा पर परस्निप को लगाने से स्किन सूर्य के संपर्क में आने पर अति संवेदनशील बन सकती है। यदि आपकी त्वचा हल्की है तो बाहर निकलते वक्त सनब्लॉक और प्रोटेक्टिव कपड़े जरूर कैरी करें।
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परस्निप के अन्य दवाइयों के साथ संभावित रिएक्शन के संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। परस्निप आपकी मौजूदा दवाइयों या मेडिकल कंडिशन के साथ रिएक्शन कर सकती है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह अवश्य लें।
ऊपर बताई गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती है। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें।
हर मरीज के मामले में परस्निप का डोज अलग होता है। जो डोज आप लेते हैं, वो आपकी उम्र, हेल्थ और अन्य हेल्थ कंडिशन पर निर्भर करता है। अभी तक वैज्ञानिक रूप से ऐसी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है, जिसमें परस्निप के उपयुक्त डोज की सीमा को बताया गया हो। इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि नैचुरल प्रोडक्ट्स हमेशा सुरक्षित नहीं होते और इनका डोज काफी महत्वपूर्ण होता है। इसके लिए प्रोडक्ट के पैकेज पर दिए गए दिशानिर्देशों को सावधानी पूर्वक पढ़ें। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
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परस्निप किन रूपों में उपलब्ध है?
ये निम्न रूपों में उपलब्ध हैः
इस आर्टिकल में हमने आपको परस्निप से संबंधित जरूरी बातों को बताने की कोशिश की है। उम्मीद है हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां आपके लिए उपयोगी होंगी। अगर आपको इस सब्जी से जुड़े किसी अन्य सवाल का जवाब जानना है, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सपर्ट की मदद से देने की कोशिश करेंगे। अपना ध्यान रखिए और स्वस्थ रहिए।
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