backup og meta

Allopurinol : अल्लोपुरिनॉल क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Mayank Khandelwal


Anoop Singh द्वारा लिखित · अपडेटेड 19/12/2019

Allopurinol : अल्लोपुरिनॉल क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

अल्लोपुरिनॉल का उपयोग किसके लिए किया जाता है?

अल्लोपुरिनॉल का इस्तेमाल गाउट और कुछ प्रकार के किडनी स्टोन का इलाज करने के लिए किया जाता है। जो मरीज कैंसर के लिए कीमोथेरेपी ले रहे हैं उनमें यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से रोकने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। खत्म हुई कैंसर की कोशिकाओं से जारी यूरिक एसिड की वजह से इन मरीजों में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है। अल्लोपुरिनॉल यूरिक एसिड की मात्रा को खत्म करता है। बढ़ा हुआ यूरिक एसिड गाउट और किडनी की समस्या का कारण बन सकता है।

मैं अल्लोपुरिनॉल को कैसे इस्तेमाल करूं?

इस दवाई को आमतौर पर दिन में एक बार या डॉक्टर की सलाह से खाने के रूप में लें। पेट खराब होने से बचाने के लिए इस दवाई को खाने के बाद लें। अगर आपकी खुराक 300 मिलीग्राम प्रति दिन है, तो आपको दिन में इस दवा को छोटे-छोटे हिस्सों में लेने की जरूरत है जिससे ये मात्रा पूरी हो सके (सही जानकारी को लेकर डॉक्टर से बात करें)

प्रत्येक खुराक के साथ एक गिलास पानी पीना बेहद जरूरी है और कम से कम दिन में आठ गिलास पानी अवश्य पिएं। अगर आपका डॉक्टर किसी अन्य चिकित्सीय कारणों से कम तरल पदार्थ पीने को कहता है, तो डॉक्टर से आगे जानकारी के बारे में बात करें। यूरिन से एसिड को कम कैसे करना है? डॉक्टर आपको इसकी भी सलाह दे सकता है (जैसे अधिक मात्रा में एस्कोर्बिक एसिड कम करना/विटामिन सी)।

खुराक आपके मेडिकल स्थिति और इलाज के प्रति प्रतिक्रिया पर आधारित है। अत्यधिक फायदे पाने के लिए इस दवा का इस्तेमाल रोजाना करें। अगर आप याद रखना चाहते हैं, तो इस दवा को रोजाना एक ही समय पर लें।

गाउट के इलाज के लिए, इस दवा को अपना प्रभाव दिखाने के लिए कई हफ्ते लग सकते हैं। इस दवा को शुरू करने के बाद आपको कई महीनों तक गाउट का दौरा पड़ सकता है। एलोप्यूरिनॉल एक दर्द निवारक नहीं है। गाउट के दर्द से छुटकारा पाने के लिए, गाउट अटैक के लिए डॉक्टर द्वारा सलाह से दी गयी दवा को लगातार लेते रहे (जैसे कोलचीसिन, आईबुप्रोफेन, इंडोमीथासिन).

अगर आपकी स्थिति लगातार बनी रहती है या काफी बिगड़ जाती है तो डॉक्टर को जरूर बताएं।

मैं अल्लोपुरिनॉल को कैसे स्टोर करूं?

अच्छा होगा अल्लोपुरिनॉल को अगर आप घर के तापमान पर ही रखें और सीधी रोशनी व नमी से दूर रखें। दवा को खराब होने से बचाने के लिए, आपको अल्लोपुरिनॉल को बाथरूम या फ्रीजर में नहीं रखना चाहिए। अल्लोपुरिनॉल के अलग-अलग ब्रांड हो सकते हैं जिनको स्टोर करने की जरूरतें अलग हो सकती हैं। इसलिए आवश्यक है कि आप उसे खरीदने से पहले उत्पाद पर लिखी संग्रह करने की जानकारियों को ध्यानपूर्वक पढ़ लें या फिर फार्मासिस्ट से इसकी जानकारी ले लें। सुरक्षा के लिए, आपको सभी दवाइयां बच्चों और जानवरों से अलग रखनी चाहिए।

आपको अल्लोपुरिनॉल टॉयलेट या किसी सीवर में नहीं डालनी चाहिए तब तक जब तक डॉक्टर आपको सलाह न दे। आवश्यक है कि आप पूरी तरह से दवाई को खत्म कर दें अगर वो एक्सपायर हो गयी है या किसी काम के लायक नहीं रही है। इसे सुरक्षित व सही तरह से खत्म करने के लिए एक बार अपने फार्मासिस्ट से बात जरूर करें।

ये भी पढ़ें : रेनिटिडाइन क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

अल्लोपुरिनॉल का उपयोग करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?

अल्लोपुरिनॉल लेने से पहले :

  • अगर आपको अल्लोपुरिनॉल या अन्य दवाइयों से किसी भी तरह की एलर्जी है तो अपने डॉक्टर को जरूर बताएं।
  • सलाह से या बिना सलाह की दवाई, विटामिन, न्यूट्रिशनल सप्लिमेंट और जो भी हर्बल उत्पाद आप ले रहे हैं उनके बारे में अपने डॉक्टर और फार्मासिस्ट को जरूरत बताएं। ध्यान रहे इन दवाइयों को बताना न भूलें : एमोक्सीसिलीन (एमोक्सिल, ट्राइमॉक्स); एम्पीसिलिन (पोलिसिलिन, प्रिंसिपेन); कैंसर केमोथेरेपी दवा जैसे सायक्लोफॉस्फमाइड (साइटोक्सान) और मर्केप्टोपूरिन (प्यूरिनेथोल); क्लोरप्रोपामाइड (डायबनीस); डियूरेटिक्स (वाटर पिल्स); दवाइयां जो प्रतिरोधक क्षमता को दबाती हैं जैसे अजथियोप्रिन (इमूरन) और साइक्लोस्पोरिन (नियोरल, सेंडइम्यून); गाउट के लिए अन्य दवाइयां जैसे प्रोबेनिसिड (बेनीमिड) और सल्फिनपायराजों (इन्टुरेन) और टोलबूटामाइड (ओरिनेस)। आपका डॉक्टर दवाई की खुराक में बदलाव करेगा या साइड इफेक्ट्स के लिए आपकी जांच करेगा।
  • अगर आपको कभी भी किडनी या लिवर रोग या हार्ट फेलियर हुआ है तो अपने डॉक्टर को जरूर बताएं।
  • अगर आप गर्भवती हैं, होने की योजना बना रही हैं, या स्तनपान करा रही हैं तो अपने डॉक्टर को बताएं। अगर आप अल्लोपुरिनॉल लेने के दौरान गर्भवती हो जाती हैं तो अपने डॉक्टर से बात करें।
  • आपको ये जानना जरूरी है कि अल्लोपुरिनॉल से आपको सुस्ती अधिक आ सकती है। तो गाडी न चलाएं या मशीन पर तब तक काम न करें जब तक दवा का प्रभाव आपको पता न चल जाए।
  • अल्लोपुरिनॉल लेने के दौरान डॉक्टर से पूछें कि आप सुरक्षित रूप से शराब जैसे पेय पदार्थ ले सकते हैं या नहीं। शराब से अल्लोपुरिनॉल का प्रभाव कम हो सकता है।

क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान अल्लोपुरिनॉल लेना सुरक्षित है?

प्रेग्नेंसी के दौरान या स्तनपान कराने के दौरान अल्लोपुरिनॉल इस्तेमाल करने से होने वाले जोखिम के ऊपर ऐसी कोई स्टडी अभी मौजूद नहीं है। कृपया आप अल्लोपुरिनॉल के इस्तेमाल से होने वाले लाभ और होने वाले नुकसान के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें। यूएस फूड और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) के अनुसार अल्लोपुरिनॉल प्रेग्नेंसी जोखिम वर्गीकरण सी में आती है। एफडीए प्रेग्नेंसी जोखिम वर्गीकरण निम्नलिखित है:

ए = कोई जोखिम नहीं

बी = कुछ स्टडी में कोई जोखिम नहीं

सी = कुछ जोखिम हो सकता है

डी = जोखिम के सकारात्मक सबूत

एक्स = निषेध

एन = कोई जानकारी नहीं

ये भी पढ़ेंः वसाबी की ज्यादा मात्रा से महिला को हुआ ब्रोकन हार्ट सिन्ड्रोम

अल्लोपुरिनॉल के क्या साइड इफेक्ट हो सकते हैं?

अगर आपको एलर्जिक रिएक्शन से जुड़े किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो आपात्कालीन चिकित्सीय जांच करवाएं : हीव्स, सांस लेने में दिक्कत, चेहरे, होंठ, जीभ, या गले में सूजन। अल्लोपुरिनॉल का इस्तेमाल करना बंद कर दें और डॉक्टर को बताएं अगर आपको गंभीर साइड इफेक्ट्स दिखते हैं जैसे :

  • बुखार, गले में खराश और गंभीर रूप से छालों के साथ सिर दर्द, त्वचा का फटना और लाल चकत्ते ;
  • त्वचा पर चकत्तों के कोई भी पहले लक्षण, फर्क नहीं पड़ता वो कितने कम हैं ;
  • पेशाब करते समय दर्द होना या ब्लीडिंग होना ;
  • उल्टी, पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, खुजली, भूख में कमी, वजन कम होना, यूरिन का कलर डार्क होना, पीलिया (त्वचा या आंखें पीली होना);
  • आमतौर पर आने वाली पेशाब के मुकाबले कम आना या बिलकुल भी न आना ;
  • जोड़ों में दर्द, फ्लू के लक्षण ;
  • गंभीर रूप से झनझनाहट, सुन्न होना, दर्द, मांसपेशियों में कमजोरी या
  • आमतौर पर ब्लीडिंग होना (नाक, मुंह, योनि या रेक्टम से), त्वचा के निचले हिस्से में बैंगनी या लाल बिंदु सा धब्बा पड़ना।

कम गंभीर दुष्प्रभाव जैसे ;

हर कोई इन साइड इफेक्ट्स को अनुभव नहीं करता। कुछ ऐसे साइड इफेक्ट्स भी है जो ऊपर नहीं दिए गए हैं। अगर आपको किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नजर आता है तो डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बात जरूर करें।

ये भी पढ़ें : ओमेप्राजोल क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

कौन सी दवाएं अल्लोपुरिनॉल के साथ इस्तेमाल नहीं की जा सकती हैं?

अभी आप जो भी दवाइयां ले रहे हैं उसे अल्लोपुरिनॉल के साथ इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, इससे दवाई के कार्य करने के प्रभाव पर असर पड़ सकता है और गंभीर साइड इफेक्ट्स का जोखिम बढ़ सकता है। किसी भी दवा के गलत प्रभाव को रोकने के लिए, आपको इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की एक सूची बनाकर रख लेनी चाहिए (जिनमें डॉक्टर के पर्चे की दवाएं, बिना सलाह वाली दवाएं और हर्बल उत्पाद शामिल हैं) और फिर उसे डॉक्टर या फार्मासिस्ट के साथ साझा करें। आपकी सुरक्षा के लिए, बिना डॉक्टर की सलाह लिए कोई भी दवा अपने आप शुरू, बंद या खुराक में बदलाव न करें।

  1. अजाथिओप्राइन (ईमुरान);
  2. क्लोरप्रोपामाइड (डायबीनीस);
  3. सायक्लोपोरिन (जेनग्राफ, सेंडइम्यून, नियोरल);
  4. मेरकापटपूरिन (पूरिनिथोल);
  5. एंटीबायोटिक जैसे एम्पीसिलिन (प्रिसिपें, ओमनीपेन आदि) या एक्समोसिसिलिन (एमोक्सिल, ऑगमेंटीन, ट्रीमोक्स, वायमॉक्स);
  6. खून को पतला करना जैसे डिकुमारोल या वार्फरिन (कोमाडिन);
  7. ड्यूरेटिक (पानी की पिल)

क्या भोजन या एल्कोहॉल के साथ अल्लोपुरिनॉल का इस्तेमाल किया जा सकता है?

अल्लोपुरिनॉल दवा के काम करने के तरीके को बदलकर या गंभीर दुष्प्रभावों के लिए जोखिम को बढ़ाकर भोजन या एल्कोहॉल के साथ गलत प्रभाव डाल सकती है। इस दवा को लेने से पहले भोजन या एल्कोहॉल के साथ किसी भी तरह के सही परिणाम नहीं दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बात जरूर करें।

अल्लोपुरिनॉल खाने से स्वास्थ्य पर किस तरह का प्रभाव पड़ सकता है?

अल्लोपुरिनॉल आपकी स्वास्थ्य स्थिति पर गलत प्रभाव डाल सकती है। यह प्रभाव आपकी स्वास्थ्य स्थिति को बिगाड़ सकता है या फिर दवाई के कार्य करने के तरीके को कम कर सकता है। जरूरी है कि आप अपनी स्वास्थ्य स्थिति को डॉक्टर और फार्मासिस्ट को बताएं, खासकर ;

  • बोन मैरो समस्या
  • लिवर रोग – चेतावनी के साथ इस्तेमाल करें। स्थिति और बिगड़ सकती है।
  • किडनी रोग – चेतावनी के साथ इस्तेमाल करें। शरीर से दवा के धीरे-धीरे निकलने की वजह से प्रभाव बढ़ सकता है।

इमरजेंसी या ओवरडोज होने की स्थिति में क्या करना चाहिए?

इमरजेंसी या ओवरडोज होने की स्थिति में अपने स्थानीय आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें या अपने नजदीकी इमरजेंसी  वॉर्ड में जाएं।

अगर एक खुराक लेना भूल जाएं तो क्या करना चाहिए?

अगर अल्लोपुरिनॉल की खुराक लेना भूल जाते हैं तो याद आने पर जल्द से जल्द अपनी खुराक लें। हालांकि, अगर इसके कुछ ही समय बाद आपको अपनी अगली खुराक लेनी हो तो इसे न लें और अपनी नियमित खुराक के अनुसार ही इसका सेवन करते रहें।

हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सक सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

Mayank Khandelwal


Anoop Singh द्वारा लिखित · अपडेटेड 19/12/2019

advertisement iconadvertisement

Was this article helpful?

advertisement iconadvertisement
advertisement iconadvertisement