A = कोई जोखिम नहीं
B = कुछ स्टडी में कोई जोखिम नहीं
C = कुछ जोखिम हो सकता है
D = जोखिम के सकारात्मक सबूत
X = निषेध
N = कोई जानकारी नहीं
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डिक्लोफिनेक सोडियम के क्या साइड इफेक्ट हो सकते हैं?
डिक्लोफिनेक सोडियम से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स देखने को मिल सकते हैं, जैसे
अगर आपको इनमें से कोई भी असंभावित, लेकिन गंभीर साइड इफेक्ट नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर को बताएं। जैसे कि कान में घंटी बजना, मूड में बदलाव, निगलने में कठिनाई, हार्ट फेल के लक्षण ( एडी/तलवों में सूजन, अत्यधिक थकान और अचानक वजन बढ़ना)।
हर कोई इन साइड इफेक्ट्स को अनुभव नहीं करता। कुछ ऐसे साइड इफेक्ट्स भी हैं जो ऊपर नहीं दिए गए हैं। अगर आपको किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नजर आता है तो डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बात जरूर करें।
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कौन सी दवाएं डिक्लोफिनेक सोडियम के साथ इस्तेमाल नहीं की जा सकती हैं?
अभी आप जो भी दवाइयां ले रहे हैं उसे डिक्लोफिनेक सोडियम के साथ इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, इससे दवाई के कार्य करने के प्रभाव पर असर पड़ सकता है और गंभीर साइड इफेक्ट्स का जोखिम बढ़ सकता है। किसी भी दवा के गलत प्रभाव को रोकने के लिए, आपको इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की एक सूची बनाकर रख लेनी चाहिए (जिनमें डॉक्टर के पर्चे की दवाएं, बिना सलाह वाली दवाएं और हर्बल उत्पाद शामिल हैं) और फिर उसे डॉक्टर या फार्मासिस्ट के साथ साझा करें। आपकी सुरक्षा के लिए, बिना डॉक्टर की सलाह लिए कोई भी दवा अपने आप शुरू, बंद या खुराक में बदलाव न करें।
कुछ उत्पाद जो इस दवा के साथ इस्तेमाल नहीं करने चाहिए जैसे ;
- ब्लड थिनर, जैसे फोंडापरिनक्स (ऑरिक्सट्रा), डबिगाट्रन (प्रॉडक्सा) वार्फरिन (जनटोवेन, कोमाडिन) या हेपारिन
- एंटीडिप्रेसेंट, जैसे सिटालोपराम (सिलेक्सा), पेरोक्सेटिन (पक्सिल), या एसिटालोपराम (लेक्साप्रो)
- वाॅटर पिल, जैसे हाईड्रोक्लोरोथिजिड (एसिडरिक्स, माइक्रोजिड़), कोरथालिडों (थलिटोन), या क्लोरोथिजिड (डिउरील)
- बीटा ब्लॉकर्स, जैसे एसीबुटोलोल (सेक्टरल), बिसोप्रोलोल (जेबेटा), एटिनोलोल (टेनोर्मिन), एस्मोलोल (ब्रेवीब्लॉक), या कर्वेडिलोल (कोरेग)
- अन्य एनएसएआईडीएस, जैसे सिलेकोक्सीब (सेलिब्रेक्स), नेपोरेक्सन (लेवे, नेपरोसिन), मेलोसियम (मोबिक), नबुमेटों (रेलफेन), या एटोडोलक (लोडिन)
- डायबिटीज दवाइयां जैसे सल्फोनिलूरीस कहते हैं, जैसे गलीमपिराइड (अमरिल), गलीबुराइड (डायबेटा, माइक्रोनेस, ग्लिनेस), और ग्लीपीजिड (ग्लुकोट्रोल)
क्या भोजन या एल्कोहॉल के साथ डिक्लोफिनेक सोडियम का इस्तेमाल किया जा सकता है?
इस दवा के कारण आपको चक्कर और सुस्ती आ सकती है। एल्कोहॉल या भांग के सेवन के कारण चक्कर और सुस्ती की समस्या और बढ़ सकती है। इस दवा के सेवन के बाद गाड़ी ना चलाएं, किसी मशीनरी चीज का उपयोग ना करें और कोई भी ऐसा काम ना करें जिसमें बहुत ज्यादा एलर्टनेस की जरुरत हो। अगर आप मारिजुआना का सेवन करते हैं इस बारे में डॉक्टर को सूचित करें।
इस दवा के कारण पेट में ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। रोजाना शराब और तंबाकू के सेवन से पेट में ब्लीडिंग का खतरा और बढ़ सकता है। इसलिए शराब और धूम्रपान से परहेज करें। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
डिक्लोफिनेक सोडियम खाने से स्वास्थ्य पर किस तरह का प्रभाव पड़ सकता है?
डिक्लोफिनेक सोडियम आपकी स्वास्थ्य स्थिति पर गलत प्रभाव डाल सकती है। यह प्रभाव आपकी स्वास्थ्य स्थिति को बिगाड़ सकता है या फिर दवाई के कार्य करने के तरीके को कम कर सकता है। जरूरी है कि आप अपनी स्वास्थ्य स्थिति को डॉक्टर और फार्मासिस्ट को बताएं, खासकर ;
- अस्थमा (जैसे एस्पिरिन लेने के बाद या अन्य एनएसएआईडीएस लेने के बाद सांस लेने में दिक्कत की पुरानी समस्या)
- ब्लीडिंग या रक्त का थक्का जमने की समस्या
- ह्रदय रोग (जैसे पहले हार्ट अटैक)
- हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक
- लिवर रोग
- नाक में नेसल पोलिप्स का बढ़ना
- गैस्ट्रोइंटेस्टिनल समस्या (ब्लीडिंग,अल्सर, बार-बार सीने में जलन)
और पढ़ें : Disodium hydrogen citrate : डाईसोडियम हाइड्रोजन साइट्रेट क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां
डॉक्टर की सलाह
नीचे दी गई जानकारी किसी चिकित्सक की सलाह नहीं है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
वयस्कों के लिए डिक्लोफिनेक सोडियम की खुराक क्या है?
रुमेटाइड अर्थराइटिस
- डिक्लोफिनेक सोडियम : सलाह से दी गयी खुराक हर 8 घंटे में 50 मिलीग्राम लेनी है या 75 मिलीग्राम हर 12 घंटे में।
- एक्सटेंडेड रिलीज : सलाह से दी गयी खुराक 100 मिलीग्राम रोजाना एक बार; हर 12 घंटे में 100 मिलीग्राम तक बढ़ाया जा सकता है।
ऑस्टियोअर्थराइटिस
- डिक्लोफिनेक सोडियम : सलाह से दी गयी खाने के रूप में खुराक 50 मिलीग्राम हर 8 घंटे में या 75 मिलीग्राम हर 12 घंटे में।
- एक्सटेंडेड रिलीज : सलाह से दी गयी खाने के रूप में खुराक 100 मिलीग्राम रोजाना एक बार लें; हर 12 घंटे में 100 मिलीग्राम तक बढ़ाया जा सकता है।
- जोरवोलेक्स : सलाह से दी गयी खुराक 35 मिलीग्राम दिन में तीन बार लें।
एंकिलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस
सलाह से दी गयी खुराक 25 मिलीग्राम दिन में 4 या 5 बार।
सौम्य से मध्य तीव्र दर्द
जोरवोलेक्स : सलाह से दी गयी खुराक दिन में 3 बार 18 मिलीग्राम या 35 मिलीग्राम।
दर्द (IV एडमिनिस्ट्रेशन)
हल्के या मध्यम तीव्रता वाले दर्द से राहत के लिए दी जाती है। मध्यम से गंभीर दर्द होने पर इसे ओपिओइड एनाल्जेसिक दवाओं के साथ में दिया जाता है।
- लगातार कुछ समय के लिए मरीज का इलाज पूरा करने के लिए इस्तेमाल।
- रीनल एडवर्स रिएक्शन का जोखिम कम करने के लिए, रोगियों को IV एडमिनिस्ट्रेशन से पहले अच्छी तरह से हाइड्रेटेड होना चाहिए।
और पढ़ें: Osteoarthritis :ऑस्टियोअर्थराइटिस क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
बच्चे के लिए डिक्लोफिनेक सोडियम की खुराक क्या है?
जुविनाइल आइडोपेथिक अर्थराइटिस (ऑफ लेबल)
- <3 वर्ष: सुरक्षा और उसका प्रभाव शुरू नहीं हुआ है
- ≥3 वर्ष: सलाह से दी गयी खुराक 4 सप्ताह तक 2-3 मिलीग्राम/किलोग्राम/दिन है।
डिक्लोफिनेक सोडियम कैसे उपलब्ध है?
डिक्लोफिनेक सोडियम खुराक के रूप में और उसके प्रभाव के रूप में उपलब्ध है ;
- डिलेड रिलीज टेबलेट 25mg, 75mg
- एक्सटेंडेड रिलीज टेबलेट 100mg (वोल्टेरेन एक्सआर)
- कैप्सूल 18mg (जोरोलेक्स), 35 मिलीग्राम (जोरोव्लेक्स)
- आईवी इंजेक्शन के लिए सलूशन
- ओरल साॅल्यूशन पैकेट
इमरजेंसी या ओवरडोज होने की स्थिति में क्या करना चाहिए?
इमरजेंसी या ओवरडोज होने की स्थिति में अपने स्थानीय आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें या अपने नजदीकी इमरजेंसी वॉर्ड में जाएं।
अगर एक खुराक लेना भूल जाएं तो क्या करना चाहिए?
अगर डिक्लोफिनेक सोडियम की खुराक लेना भूल जाते हैं तो याद आने पर जल्द से जल्द अपनी खुराक लें। हालांकि, अगर इसके कुछ ही समय बाद आपको अपनी अगली खुराक लेनी हो तो इसे न लें और अपनी नियमित खुराक के अनुसार ही इसका सेवन करते रहें।