के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
उडिलिव 300 का उपयोग मुख्य रूप से पित्ताशय की पथरी यानि पथरी के इलाज और उसकी रोकथाम के लिए किया जाता है। इसमें अर्सोडिऑक्सीकोलिक एसिड का समायोजन होता है। यह चिकित्सक द्वारा निर्धारित अन्य कई स्थितियों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।उडिलिव शरीर में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पित्त अम्ल (bile acid ) है। यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल को गलाने का कार्य करता है। जो पित्त पथरी बनाता है और लिवर में कोलेस्ट्रॉल के उत्पादन को रोकता है। पूरी तरह से स्टोन को घुलने में कई महीने लग सकते हैं, इसलिए आपको नियमित रूप से दवा लेने की जरूरत है। यह अन्य प्रकार के पित्त एसिड की मात्रा को भी कम कर सकता है जो कि स्तर बढ़ने पर लिवर कोशिकाओं के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
उडिलिव का उपयोग आमतौर पर निम्नलिखित स्थितियों से जुड़े लक्षणों के उपचार के लिए किया जाता है:
पित्ताशय की पथरी यानी पित्ताशय में स्टोन के कारण पेट में दर्द होता है। अगर सही समय पर स्टोन का इलाज न कराया जाए तो स्टोन की संख्या बढ़ सकती है। पित्ताशय में स्टोन के कारण वॉमिटिंग की समस्या और डायजेशन में समस्या हो सकती है। कोलेस्ट्रॉल या फिर बाइल सॉल्ट के कारण स्टोन की समस्या हो सकती है। डॉक्टर स्टोन के साइज और संख्या के अनुसार ही पेशेंट का ट्रीटमेंट करते हैं और दवा देते हैं। उडिलिव दवा का सेवन कब करना चाहिए और कब नहीं, इस बारे में डॉक्टर बेहतर बता सकता है। बिना डॉक्टर से परामर्श किए इस दवा का सेवन न करें।
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