टाइप टू डायबिटीज में साइलेंट मायोकार्डिया इस्कीमिया की समस्या पर क्या कहती है रिपोर्ट? (Silent Myocardial Ischemia in Patients With Type 2 Diabetes)
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक टाइप टू डायबिटीज में साइलेंट मायोकार्डिया इस्कीमिया (Silent Myocardial Ischemia in Patients With Type 2 Diabetes) की समस्या कई लोगों में देखी जाती है। साइलेंट मायोकार्डिया इस्कीमिया एक ऐसी समस्या है, जिसमें मायोकार्डियल इस्कीमिया के कोई लक्षण दिखाई नहीं देते। जिसकी वजह से व्यक्ति को अपनी हार्ट से संबंधित समस्या के बारे में जल्द पता नहीं चलता। यही वजह है कि डायबिटीज के साथ-साथ हार्ट से संबंधित यह समस्या व्यक्ति के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। यही वजह है कि टाइप टू डायबिटीज में साइलेंट मायोकार्डिया इस्कीमिया (Silent Myocardial Ischemia) का पता लगाने के लिए व्यक्ति को सालाना चेकअप की जरूरत पड़ती है, जिससे हार्ट में हो रहे बदलाव को समझा जा सके। टाइप टू डायबिटीज में साइलेंट मायोकार्डिया इस्कीमिया की समस्या कई लोगों में देखी गई है, जो एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या के तौर पर मानी जाती है। इससे कई बार व्यक्ति के लिए जान का जोखिम भी खड़ा हो सकता है। खास तौर पर जिन लोगों को, जिन्हें कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) की समस्या है। साथ ही साथ जो लोग डायबिटीज से ग्रसित हैं, उन लोगों को साइलेंट मायोकार्डिया इस्कीमिया की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
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जिन लोगों को लंबे समय से डायबिटीज की समस्या है, उन लोगों में साइलेंट मायोकार्डिया इस्कीमिया (Silent Myocardial Ischemia) की समस्या हो सकती है। इसका कारण कार्डियक ऑटोनॉमिक डिस्फंक्शन माना जाता है। टाइप टू डायबिटीज में साइलेंट मायोकार्डिया इस्कीमिया (Silent Myocardial Ischemia in Patients With Type 2 Diabetes) की समस्या एक गंभीर स्थिति पैदा करती है, इसलिए डायबिटीज से ग्रसित लोगों को खासतौर पर इस समस्या पर ध्यान देना जरूरी माना जाता है। यदि आप डायबिटीज से ग्रसित हैं और साथ ही आपको कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) की समस्या है, तो आपको अपनी सेहत का खास ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है।
डायबिटीज के कारण कई बार आपका हार्ट बुरी तरह प्रभावित होता है, यही वजह है कि टाइप टू डायबिटीज में साइलेंट मायोकार्डिया इस्कीमिया (Silent Myocardial Ischemia in Patients With Type 2 Diabetes) की समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर से संपर्क में बने रहना चाहिए और समय पर अपना इलाज करवाना चाहिए। साथ ही साथ डॉक्टर द्वारा प्रिसक्राइब की हुई दवाओं को समय पर लेना चाहिए। इसके अलावा अपनी लाइफस्टाइल में सुधार लाकर आप डायबिटीज और हार्ट हेल्थ से जुड़ी समस्याओं को सामान्य बनाए रख सकते हैं। टाइप टू डायबिटीज में साइलेंट मायोकार्डिया इस्कीमिया (Silent Myocardial Ischemia) की समस्या एक गंभीर समस्या मानी जाती है, इसलिए डॉक्टर से इसके बारे में पूरी जानकारी लेकर जल्द से जल्द इलाज करवाना आपके लिए जरूरी माना जाता है।