परिभाषा
हिडा स्कैन (Hepatobiliary Iminodiacetic Acid Scan) क्या है?
हिडा स्कैन (Hepatobiliary Iminodiacetic Acid Scan) या हिपेटोबिलरी एम्नियोडायटिक स्कैन एक डाइग्नोस्टिक टेस्ट है। ये टेस्ट यकृत, पित्ताशय की थैली, पित्त नलिकाओं और छोटी आंत की फोटो लेकर उनसे जुड़ी मेडिकल कंडिशन और बीमारियों की रोकथाम में मदद करता। पित्त एक ऐसा पदार्थ है जो वसा को पचाने में मदद करता है।
इस प्रक्रिया को कोलेसिंटीग्राफी और हेपेटोबिलरी सिंटीग्राफी के रूप में भी जाना जाता है। इसे गॉलब्लैडर के उत्सर्जन खंड के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।इस टेस्ट का प्रयोग गॉलब्लेडर से निकलने वाले पित्त को नापने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग एक्सरे और अल्ट्रासाउंड टेस्ट के साथ भी किया जाता है ।
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हिडा स्कैन (Hepatobiliary Iminodiacetic Acid Scan) क्यों किया जाता है?
हिडा स्कैन का सबसे ज्यादा उपयोग पित्ताशय की स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है। ये लिवर में बनने वाले पित्त उत्सर्जन कार्य पर नजर रखता है साथ ही लिवर से छोटी आंत में पित्त के प्रवाह को भी ट्रैक करता है ।
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हिडा स्कैन कई रोगों की स्थिति और उनके रोकथाम में मदद करता है, जैसे,
- पित्ताशय की सूजन (कोलेसिस्टिटिस)
- पित्त नली में रुकावट
- पित्त नलिकाओं में जन्मजात असामान्यताएं, जैसे कि पित्त की गति
- पोस्टऑपरेटिव कॉम्प्लिकेशन, जैसे कि पित्त का लीक होना और फिस्टुलास
- लिवर ट्रांसप्लांट का आकलन करना
- लिवर से कौन सा पित्त निकल रहा है इस बात की जांच करने के लिए, डॉक्टर हिडा स्कैन की मदद ले सकता है
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एहतियात / चेतावनी
हिडा स्कैन (Hepatobiliary Iminodiacetic Acid Scan) कराने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
एचआईडीए स्कैन के दौरान कुछ ही जोखिम हो सकते है, जिनमें शामिल हैं –
- स्कैन के दौरान रेडियोएक्टिव ट्रेसेस से एलर्जी हो सकती है ।
- इंजेक्टेड साइड की स्किन का नीला पड़ जाना
- रेडिएशन का मामूली खतरा
- अगर आप के मां बनने की संभावना है या आप फीडिंग करा रही है तो इसके बारे में डॉक्टर को बताए । ज्यादा तर केस में न्यूक्लियर ट्रीटमेंट टेस्ट नहीं कराए जाते जिसमे भूर्ण को खतरा हो । ऐसे टेस्ट में हिडा स्कैन भी शामिल है।
- स्कैन के लिए लैब पहुंचने पर डॉक्टर आप कुछ ऐसे सवाल कर सकते हैं
- कपड़े बदलकर अस्पताल वाला गाउन पहनें।
- सभी प्रकार के धातु को या तो घर पर रख कर आएं या फिर अस्पताल में ही जमा करा दें। टेस्ट पहले सोने, चांदी और अन्य धातु को पहनने से प्रक्रिया में बाधा आ सकती है।
प्रक्रिया
हिडा स्कैन (Hepatobiliary Iminodiacetic Acid Scan) की तैयारी कैसे करें?
एचआईडीए स्कैन के दौरान कुछ विशेष तैयारी की जरूरत होती है :
- स्कैन होने से पहले 4 घंटे का उपवास या फास्टिंग। आपका डॉक्टर सिर्फ तरल पदार्थ लेने को बोल सकता है।
- अपने डॉक्टर को सभी दवाओं और सप्लिमेंट के बारे में बताए जो आप ले रहे हैं।
- यदि आप प्रेग्नेंट है या ब्रेस्टफीडिंग करा रही है तो अपने डॉक्टर को सूचित करें।
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हिडा स्कैन (Hepatobiliary Iminodiacetic Acid Scan) के दौरान क्या होता है?
- आपकी हेल्थ टीम आपको पीठ के बल टेबल पे लेटा देगी और रेडियोएक्टिव ट्रेसर को आपकी बांह की नसों में इंजेक्ट करंगे । ट्रेसर को इंजैक्ट करने के दौरान आपको दबाव या ठंडी का अहसास हो सकता है।
- परीक्षण के दौरान, आपको ड्रग सिनक्लाइड (Kinevac) का एक इंजेक्शन दिया जाएगा, जो आपके गॉलब्लेडर को सिकोड़ और खाली कर देगा। मॉर्फिन, एचआईडीए स्कैन के दौरान दी जाती है, जो गॉलब्लेडर को विसुअली समझना आसान बनाती है।
- एक गामा कैमरा ट्रेसर की तस्वीरों को लेने के लिए आपके पेट पर सेट किया जाता है । इस प्रक्रिया में लगभग एक घंटा लगता है, जिसके दौरान आपको स्थिर रहना होगा।
- यदि आप अनकंफर्टेबल हो जाते हैं तो अपनी टीम को बताएं। गहरी सांसे लेते हुए आप असुविधा को कम कर सकते हैं।
रेडियोलॉजिस्ट कंप्यूटर आपके शरीर के अंदर रेडियोएक्टिव ट्रेसर की मूवमेंट देखेगा। यदि पिक्चर संतोषजनक नहीं हैं, तो कुछ मामलों में, आपको 24 घंटे के भीतर अतिरिक्त इमेजिंग की जरूरत हो सकती है।
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हिडा स्कैन करवाने में कितना समय लगता है?
ज्यादातर मामलों में हिडा स्कैन एक घंटे में पूरा हो जाता है। लेकिन कुछ लोगों में इसकी प्रक्रिया में अधिक समय लग सकता है। डॉक्टर की अनुसार स्कैन की विधि का समय मरीज के शरीर पर भी निर्भर करता है। ऐसे में आपको स्कैन करवाने में आधे से चार घंटे का समय लग सकता है।
हिडा स्कैन (Hepatobiliary Iminodiacetic Acid Scan) के बाद क्या होता है?
ज्यादातर केस में, आप स्कैन के बाद उसी दिन जा सकते हैं। रेडियोएक्टिव ट्रेसर बहुत छोटी मात्रा में अपनी रैक्टिविटी खो देगा या एक या दो दिन में मल मूत्र के रास्ते निकल जाएगा । इसे शरीर से बाहर करने के लिए खूब पानी पीजिए ।
यदि आपके मन मे हिडा स्कैन के बारे में कोई प्रश्न हैं, तो कृपया निर्देशों को बेहतर ढंग से समझने के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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परिणामों की व्याख्या
मेरे रिजल्ट का क्या मतलब है?
एक हिडा स्कैन के परिणामों में शामिल हैं:
- रेडियो एक्टिव ट्रेसर की स्लो मूवमेंट लिवर में रुकावट या उसके फंक्शन में खराबी की तरफ इशारा करता है।
- गॉलब्लैडर में यदि कोई रेडियोएक्टिव मूवमेंट नजर आ रहा है या उसे देखने मे दिक्कत आ रही है तो ये स्थिति खतरनाक सूजन का संकेत हो सकता है ।
- एब्नॉर्मल गॉलब्लैडर इंजेक्शन फ्रैक्शन. गॉलब्लेडर में ट्रैसर को छोड़ने के बाद उसे खाली करने के लिए आपको दवा दी जाती है तो ये पुरानी सूजन (क्रोनिक कोलेसिस्टिटिस) का संकेत दे सकता है।
- यदि दूसरे एरिया में भी रेडियोएक्टिव ट्रेसर का पता चलता है तो पित्त सिस्टम के बाहर पाए जाने वाले ट्रेसर, पित्त रिसाव या लीकेज के संकेत दे सकते हैं।
रिजल्ट को लेकर घबराएं नहीं। आपके डॉक्टर हिपैटोबाइलरी इमिनोडाएसिटिक एसिड स्कैल (Hepatobiliary Iminodiacetic Acid Scan) के रिजल्ट के विषय में आपसे चर्चा करेंगे।
अलग अलग लैब्स और हॉस्पिटल के आधार पर एचआईडीए स्कैन की नॉर्मल रेंज भी अलग अलग हो सकती है । टेस्ट रिजल्ट को लेकर आपके मन मे जो भी सवाल हो उनके बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
दुधप्रभाव
हिडा स्कैन के साइड इफेक्ट्स
इस स्कैन को वैसे तो एक सुरक्षित प्रक्रिया मानी जाती है, लेकिन कुछ मामलों में इसके दुष्प्रभाव भी पड़ सकते हैं। इसके साइड इफेक्ट्स में निम्न शामिल हैं –
- इंजेक्शन लगाई गई नस में चोट या सूजन होना
- स्कैन के दौरान आपको कुछ दवाओं का सेवन करने को कहा जा सकता है जिनके कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं। ऐसे में अपने डॉक्टर को अपनी सभी एलर्जी के बारे में बताएं।
- रेडिएशन के संपर्क में आना
- यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान करवा रही हैं तो अपने डॉक्टर को इस बात की जानकारी जरूर दें। गर्भावस्था में रेडिएशन वाले टेस्ट करवाने से बच्चे और मां दोनों पर गंभीर दुष्प्रभाव का खतरा रहता है। ऐसे में डॉक्टर इस परीक्षण की सलाह नहीं देते हैं।
हिडा स्कैन से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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