के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
लिवर हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण और दिन रात मेहनत करने वाला अंगर है, इसमें कठोरता, सिकुड़ने और खराब होने पर इसे लिवर सिरॉसिस (Liver cirrhosis) कहते हैं। इस रोग में लिवर की बहुत सारी कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं और उनकी जगह फाइबर (Fiber) ले लेता है। इसके साथ लिवर का शेप भी असामान्य हो जाता है, गंभीर स्थिति होने पर यह जानलेवा हो जाता है और इसका अंतिम इलाज लिवर ट्रांसप्लांट है।
लिवर (Liver) हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग है, यह शरीर के बहुत से महत्वपूर्ण कार्यों के लिए जिम्मेदार होता है।
लिवर में होने वाले यह जख्म समय के साथ साथ बढ़ते ही जाते है, जिससे सिरॉसिस हो जाता है। सिरॉसिस (Cirrhosis) के शुरुआती चरण में आपका यकृत सामान्य तरीके से काम करता है। लेकिन अंतिम चरण तक वह काम करना बंद कर देता है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप आपके लिवर की जांच (Liver test) समय रहते करें जिससे लिवर फेलियर से बचा जा सकता है।
लिवर की पुरानी समस्या का अंतिम परिणाम सिरॉसिस (Cirrhosis) है। ऐसा अनुमान है कि, दुनिया में 50 मिलियन लोग लिवर की लंबे समय की इस बीमारी यानी लिवर सिरॉसिस से प्रभावित हैं। यह बीमारी पुरुषों के साथ महिलाओं को भी प्रभावित कर सकती है। नई रिसर्च के अनुसार महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में इस बीमारी को पाया गया है, जिसके कारण उनकी मौत हुई है।
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लिवर सिरॉसिस के लक्षण और संकेत उसके चरण पर निर्भर करते हैं। बहुत से लोगों को शुरुआती चरण में इसके कोई लक्षण या संकेत नही दिखाई देतें। अगर वह दिखाई देतें है, तो वह नीचे दिए लक्षणों में से हो सकते हैं:
अंतिम चरण में इस बीमारी के कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, जो नीचे दिए गए हैं:
कुछ लक्षण और संकेत उपर नहीं दिए हैं। अगर आप अपने शरीर के किसी लक्षण से चिंतित हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और बात करें।
उपर दिए गए कोई भी लक्षण या संकेत आपको अपने शरीर में दिखाई दें, तो तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श लें। लिवर की बढ़ती हानि रोकने के लिए उसका इलाज होना जरूरी है। अगर सिरॉसिस का निदान जल्दी हो जाए तो शायद, आपके लिवर के टिश्यू रिपेयर हो सकते है। और वह फिर से हैल्दी लिवर का स्वरुप ले सकता है।
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यह बीमारी बढ़ने का खतरा कई कारणों से हो सकता है, जिनमें शामिल है:
इस बीमारी के जोखिमों को कैसे रोका जाए इसके लिए अपने डॉक्टर से चर्चा करें।
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नीचे दी गई जानकारी किसी भी वैद्यकीय सुझाव का पर्याय नहीं है, इसलिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
डॉक्टर सिरॉसिस (Cirrhosis) के लिए निदान आपके मेडिकल कंडीशन के आधार पर करते हैं, जिसमें कई तरह के टेस्ट्स और प्रक्रिया होती हैं। इन डायग्नोस्टिक टेस्ट्स में शामिल हैं:
अगर आपके परिवार में किसी को लिवर की बीमारी हो, तो डॉक्टर आपको इस परीक्षण के माध्यम से उस बीमारी का निदान करेंगे।
आपके डॉक्टर को आपके पूरे शरीर की जांच करने की आवश्यकता होगी, विशेष रूप से आपके पेट की। इस टेस्ट में यह जानना जरूरी है की लिवर पर सूजन बढ़ रही है या नही या कोई कठोर अंग है।
यह टेस्ट लिवर के एंजाइमों, ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स के असामान्य स्तर को दिखा सकते हैं। ये तीन परीक्षण हैं, जो जिगर की हानि को गंभीरता से मापते हैं। इनमें बिलीरुबिन टेस्ट (Bilirubin Test) (रक्त में पित्त को मापता है), क्रिएटिनिन टेस्ट (किडनी के कार्य को मापता है) और इंटरनेशनल नॉर्मलाइज्ड रेश्यो टेस्ट (शरीर के क्लॉट की क्षमता को मापता है) शामिल हैं।
इमेजिंग टेस्ट्स (Liver tests): ये टेस्ट लिवर की कॉम्प्लीकेशन्स का पता लगाने में मदद करते हैं, जैसे एसाइटिस (पेट में पानी भरने के कारण पेट में सूजन आना) और लिवर कैंसर (Liver Cancer)।
लिवर बीओप्सी (Liver biopsy): इस टेस्ट के लिए आपके लिवर टिश्यू का एक नमूना लेकर माइक्रोस्कोप से इसकी जांच की जाती है जिससे उसकी हानि का पता चलता है।
सिरॉसिस का उपचार किस तरह किया जाए यह उसके कारणों के साथ-साथ उसकी कॉम्प्लीकेशन्स पर निर्भर करता है। सबसे पहले आपको इस कारण का उपचार करके उसे दूर करना चाहिए। इसका मतलब है कि शराब सेवन कम करें और किसी भी दवाई का सेवन डॉक्टर की अनुमति के बिना न करें, जिससे की लिवर खराब होने की संभावना होती हैं।
एंटी-वायरल दवाइयों से हेपेटाइटिस-बी और हेपेटाइटिस सी का उपचार से लिवर की सूजन कम होने में मदद मिल सकती है, जिससे लिवर में होने वाले परेशानियों को कम किया जा सके।
आपको सिरॉसिस से जुड़ी कम्प्लीकेशन्स का भी इलाज करना पड़ सकता है। इन कॉम्प्लीकेशन्स में शामिल हैं:
गॉलस्टोन्स और मस्तिष्क का ठीक तरीके से काम न करना यह टोक्सिन बिल्डप के कारण हो सकता है (हिपेटिक एन्सेफलोपथी)।
उपचार के अन्य विकल्पों में सर्जरी, ब्लड वेसल्स को डाइवर्ट करना (पोर्टाकैवल शंट) और लिवर ट्रांसप्लांटेशन शामिल हैं।
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नीचे दिए गए कुछ घरेलू नुस्खे और बदलाव आपके इस बीमारी को ठीक करने में मददगार साबित होंगे:
1) अगर इलाज के दौरान आपको खून की उल्टी हो रही है
2) अगर आपका मलत्याग में काले रंग है का उसमे लाल खून दिख रहा है
3) आपके पेट में पानी भरने के कारण या पैरों और पेट पर सूजन या बुखार आए
अगर आपको कोई भी सवाल या चिंता सता रही है तो सही सुझाव के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
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