के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Sarthi Manchanda
एरोटिक वाल्व रिप्लेसमेंट (Aortic Valve Replacement) आपकी स्थिति और परेशानी के हिसाब से की जाती है. ऐसी बेममारिया जिनमें आपको इसकी जरुरत पड़ सकती है वो ये है :
अगर वाल्व में कही से लीकेज है तो वाल्व के फ्लैप्स में छोटे पैचेज लगाकर वाल्व को रिपेयर किया जा सकता है.
और पढ़ें : Cosmetic surgery : जानिए क्या है कॉस्मेटिक सर्जरी
हर कोई ये सर्जरी नहीं करवा सकता। डॉक्टर्स सभी पैरामीटर्स को जांच कर ही आपकी सर्जरी करेंगे. अगर आपमें आरोटिक वाल्व ख़राब है तो सर्जन आपको कार्डियक सर्जरी और मेडिकेशन से ट्रीटमेंट के असर को तुलनात्मक रूप से देखने के लिए कहेंगे. अगर ज्यादा दिक्कत नहीं है तो डॉक्टर आपको मेडिकेशन और लाइफ स्टाइल बदलकर इलाज़ करवाने की सलाह देंगे. लेकिन ये भी देखा गया है की आरोटिक वाल्व से जुडी बीमारियों को सर्जिकली ही फिक्स किया जा सकता है. नॉन सर्जिकल मेथड्स केवल इस सर्जरी को टालने में मदद करेंगे.
आरोटिक वाल्व में रिपेयर या रिप्लेसमेंट बहुत सारे फैक्टर्स पर निर्भर है :
क्या आपको एरोटिक वाल्व रिप्लेसमेंट सर्जरी के साथ हार्ट सर्जरी की भी जरुरत है। अगर ऐसा है तो दोनों ऑपरेशन साथ में ही किये जा सकते है.
डॉक्टर्स आमतौर पे वाल्व रिपेयर ही सुग्गेस्ट करते है क्योकि इससे वाल्व मजबूत रहती है , आपको जीवन भर ब्लड को पतला करने की दवाए नहीं लेनी पड़ती जो की रिप्लेसमेंट के केस में लेनी पड़ सकती है.
साडी वाल्व्स रिपेयर नहीं की जा सकती. सर्जन मानते है की वाल्व रिपेयर सर्जरी वाल्व रिप्लेसमेंट से ज्यादा मुश्किल और कठिन है. आपका बेस्ट इलाज़ आपकी स्थिति और आपकी ट्रीटमेंट टीम पर निर्भर है.
एरोटिक वाल्व रिप्लेसमेंट के साइड इफेक्ट्स ये हो सकते है :
एरोटिक वाल्व रिप्लेसमेंट (Aortic Valve Repair) करने से पहले इससे जुड़े बचाव , समस्याए साइड इफेक्ट्स को जानना जरुरी है. किसी भी और जानकारी और सवाल के लिए डॉक्टर से मिले.
और पढ़ेंः Umbilical Hernia Surgery: अम्बिलिकल हर्निया सर्जरी क्या है?
खाना और दवाए
डॉक्टर से इन चीज़ो के बारे में बात कर ले :
जहा पर सर्जरी होनी है वहां के बाल हटाए जायेंगे.
और पढ़ें : हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट में क्या अंतर है ?
ओपन हार्ट सर्जरी में चार से छे घंटे लग सकते है. कभी कभी आठ घंटे भी लग सकते है.
एरोटिक वाल्व रिप्लेसमेंट ओपन हार्ट सर्जरी की मादा से ही की जाती है. ये चेस्टबोन को हटा कर की जाती है. इसे स्टर्नोटोमी (sternotomy ) कहते है. प्रोसीजर के बाद डॉक्टर्स चेस्ट बोन को पीछे लेजाकर बाँध देते है. इससे ज्यादा मूवमेंट नहीं होता और घाव जल्दी भर जाते है.
आरोटिक वाल्व जो पूरी तरह से खुल नहीं पाती ( स्टेनोसिस ) उनका सर्जरी से रिपेयर किया जा सकता है. इसके आलावा बलून वल्वुलोप्लास्टी ( baloon valvuloplasty ) जो की एक लेस्स इनवेसिव प्रोसीजर है उससे भी ऐसी स्थिति का इलाज़ किया जा सकता है. ये कार्डियक कठेराइज़शन (cardiac catherization ) पर बेस्ड है. कार्डियक कठेरिजाशन के समय पेशेंट जाएगा हुआ रहता है और इस प्रोसीजर में आपको ज्यादा समय तक हॉस्पिटल में रहने की भी जरुरत नहीं है.
बलून वॉल्वुलोप्लास्टी बच्चो में और नवजात शिशु के केस में आरोटिक वाल्व स्टेनोसिस को ट्रीट करने के लिए की जाती है. एडल्ट्स में ये उतना कारीगर नहीं है क्योकि वाल्व दोबारा सिकुड़ जाती है और इसलिए ऐसे पेशेंट्स जो वाल्व रिप्लेसमेंट का इंतज़ार कर रहे है या फिर जो बहुत बीमार है उनमें ही ये सर्जरी की जाती है.
डॉक्टर्स कथेरेटर प्रोसीजर से भी वाल्व रिपेयर करते है. ये प्लग या डिवाइस से किया जाता है.
और पढ़ें : महिलाओं में ऐसे होते हैं हार्ट अटैक के लक्षण
सर्जरी के बाद पेशेंट्स को छे घंटे तक जनरल अनेस्थेसिआ के प्रभाव में रखा जाता है. अगर उनका हार्ट सही से काम कर रहा है ब्लीडिंग नहीं हो रही है तब उनकी ब्रीथिंग ट्यूब निकाली जा सकती है. ज्यादातर पेशेंट्स को सर्जरी के दिन से अगले आधे दिन तक इंटेंसिव केयर यूनिट में रखा जाता है. दवाई , नुट्रिशन पानी सभी चीज़े इंट्रावेनस लाइन से दी जाती है. बाकि ट्यूब्स ब्लैडर से यूरिन और चेस्ट से खून और पानी को बाहर करने का काम करती है। अगर सब कुछ ठीक रहता है तो चेस्ट में से ट्यूब्स निकल दी जाती है और उन्हें नार्मल हॉस्पिटल रूम में भेज दिया जाता है.
आपको चार से सात दिन तक हॉस्पिटल में रहना पड़ सकता है.
किसी भी और सवाल या जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या सर्जन से कंसल्ट करे.
और पढ़ें : Crohns Disease : क्रोहन रोग क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और इलाज
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड
Dr. Sarthi Manchanda