महामारी के समय अगर हर कोई किसी बात पर ध्यान दे रहा है तो वो है हाइजीन पर। हाइजीन का मतलब होता है वायरस या बैक्टीरिया से मुक्त होना। हाथों की स्वच्छता इस समय बहुत जरूरी हो गई है। पर्याप्त सुबूत हैं जो मानते हैं कि हाथों की हाइजीन बहुत जरूरी है। हाथों को दो प्रकार के माइक्रोब्स रह सकते हैं। हम आपको बताते चले कि 15 अक्टूबर, 2008 को पहला ग्लोबल हैंडवाशिंग डे मनाया गया था। वहीं 5 मई 2009 को डब्ल्यू.एच.ओ ने हाथ की स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डाला और हाथ स्वच्छता पर दिशा-निर्देश जारी किए। हैंड हाइजीन इंफेक्शन कंट्रोल एक्टिविटी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण एलीमेंट है। आपको ये बात जानकर हैरानी हो सकती है कि हैंड वॉशिंग तीन में से एक डायरिया की समस्या से बचाने का काम कर सकता है और साथ ही पांच से एक सांस संबंधि बीमारी से बचाने का काम कर सकता है। जो लोग नियमित हाथों की सफाई रखते हैं उन्हें कोल्ड और फ्लू की समस्या भी कम होती है। आपने एक बात पर ध्यान जरूर दिया होगा कि हम अपने हाथों से एक दिन में बहुत से सर्फिस को छूते हैं। ऐसे में हमारे हाथों में एक नहीं बल्कि बहुत से जर्म्स लग सकते हैं जो बीमारी फैलाने का काम करते हैं।