घाव का प्राथमिक उपचार हो जाने पर चोट के जल्दी सही होने की संभावना बढ़ जाती है। कई बार घाव लगने पर अधिक ब्लीडिंग भी होने लगती है, जो शरीर के लिए खतरा पैदा करती है। इस खतरे से निपटने के लिए बेहतर रहेगा कि घाव का प्राथमिक उपचार करने के साथ ही ब्लीडिंग को भी रोका जाए। अगर आपको नहीं पता है कि किस तरह से घाव का प्राभमिक उपचार किया जाए तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें।
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घाव का प्राथमिक उपचार: पहले ब्लीडिंग रोकें
- ब्लीडिंग होना घाव का पहला संकेत होता है। अगर इंटरनल ब्लीडिंग यानी कान, नाक या मुंह से ब्लीडिंग हो रही है तो चेस्ट या फिर एब्डॉमिनल घाव हो सकता है। अगर 10 मिनट तक एक्सटर्नल ब्लीडिंग हो रही हो तो दबाव दिया जाता है। ऐसा करने से ब्लीडिंग रुक सकती है। अगर ब्लीडिंग किसी कट की वजह से हो रहा है तो तो उसे रोकने के लिए प्रयास किया जा सकता है।
- तुरंत कट वाली जगह में दबाव लगाएं ताकि ब्लीडिंग को रोका जा सके। अब किसी साफ कपड़े या फिर कॉटन का यूज कट वाली जगह में करें। ऐसा करने से ब्लीडिंग को रोकने में मदद मिलेगी।
- अगर ब्लीडिंग हाथ या भी पैर में है तो उसे धीमा करने के लिए हाथ या पैर को ऊपर की ओर उठाना चाहिए। ऐसा करने से ब्लीडिंग धीमी हो जाएगी।
- घाव का प्राथमिक उपचार करने से पहले अपने हाथों को साफ तरह से धो लें। ऐसा करने से इंफेक्शन का खतरा नहीं रहता है। खुले घाव में इंफेक्शन जल्दी फैलता है।
- अगर ब्लीडिंग तेजी से हो रही है और हल्के दबाव से भी नहीं रुक रही है तो टुर्निकेट का प्रयोग न करें।