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बेहोशी महसूस होने पर ये प्राथमिक उपचार(first aid for Fainting) करें
- अगर बेहोशी छा रही है तो तुरंत लेट जाना चाहिए या बैठ जाना चाहिए। बेहोशी की संभावना को कम करने के लिए थोड़ी देर तक आराम करना सही रहेगा।
- अगर आप बैठते हैं तो अपने सिर को अपने घुटनों के बीच रखें।
- अगर कोई और बेहोश हो जाए तो उस व्यक्ति को पीठ के सहारे बैठने के लिए कहें। यदि कोई चोट नहीं है और व्यक्ति सांस ले रहा है, तो व्यक्ति के पैरों को छाती के पास से ऊपर उठाएं। अगर व्यक्ति ने बेल्ट, कॉलर या अन्य टाइट कपड़े पहने हुए हैं तो उनको तुरंत ढीला करें ।
- बेहोशी की संभावना को कम करने के लिए व्यक्ति को थोड़ी देर बैठे या फिर लेटे रहने दें। यदि व्यक्ति एक मिनट के भीतर होश में नहीं आता है तो इमरजेंसी नंबर पर तुरंत कॉल करें।
- व्यक्ति सांस ले रहा है या फिर नहीं, इसकी जांच करना जरूरी है। यदि व्यक्ति सांस नहीं ले रहा है, तो सीपीआर देना शुरू करें। साथ ही स्थानीय इमरजेंसी नंबर पर कॉल करना न भूलें। सीपीआर को तब तक जारी रखें जब तक कि मदद न आ जाए या व्यक्ति सांस लेना शुरू न कर दे।
- अगर व्यक्ति बेहोशी की हालत में गिर गया था तो हो सकता है कि उसे गंभीर रूप से झटका या चोट लग गई होगी। अगर कहीं खून बहता हुआ दिख रहा है तो तुरंत उसे बंद करने के लिए पट्टी का इंतजाम करें।
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इन बातों का रखें ध्यान
अगर बेहोशी के कारण लेटा व्यक्ति किसी भी प्रकार कि प्रतिक्रिया नहीं कर रहा है तो उसे जोर से हिलाएं। अगर फिर भी व्यक्ति किसी भी प्रकार का रिस्पॉन्स नहीं दे रहा है तो इमरजेंसी नंबर पर कॉल करना उचित रहता है। अगर आपको AED का परिक्षण दिया गया है तो इसका यूज भी किया जा सकता है। अगर आपने व्यक्ति को पकड़ा हुआ है और उसे ब्लीडिंग हो रही है तो उसका मुंह तुरंत बाहर की ओर कर दें। हो सकता है कि व्यक्ति के मुंह से ब्लीडिंग या वॉमिटिंग होने लगे। अगर व्यक्ति को डायबिटीज है और उसने पिछले छह घंटों से कुछ नहीं खाया है तो बेहतर रहेगा कि तुरंत उसे जूस दिया जाए।
बेहोशी होने पर डॉक्टर को कब बुलाना चाहिए
वैसे तो बेहोशी किसी न किसी कारण से आती है। अगर किसी भी व्यक्ति को एक महीने में एक बार बेहोशी आती है तो उसे डॉक्टर से मिलना चाहिए। साथ ही जो महिलाएं प्रेग्नेंट हैं, या फिर कोई हार्ट कंडीशन है तो भी बेहोशी आने के बाद डॉक्टर से चेकअप कराना सही रहेगा। किसी भी प्रकार की सीरियस इलनेस और बेहोशी को जोड़कर देखा जा सकता है। बेहतर होगा कि बेहोशी को आम समस्या न समझा जाए।
बेहोशी कई कारणों से हो सकती है। जब रक्तचाप या ब्लड प्रेशर में अचानक से गिरावट आती है तो भी बेहोशी आ सकती है। ब्लड प्रेशर में कमी के कारण मस्तिष्क में पर्याप्त रक्त नहीं पहुंच पाता है। ब्लड प्रेशर डीहाइड्रेशन के कारण गिर सकता है। पुजिशन में क्विक चेंज, खड़े रहना या लंबे समय तक बैठे रहना, या किसी चीज का अचानक डर भी बेहोशी का कारण बन सकता है। डर से मतलब है कि व्यक्ति को खून देखकर या हादसा देखकर भी बेहोशी छा जाती है। बेहोशी किस कारण से हुई है, इसका पता लगाकर तुरंत चिकित्सकीय मदद ली जा सकती है।
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