कार्डियोमायोपैथी में एसीई इंहिबिटर्स (ACE Inhibitors): जानिए इनके प्रकार भी
कुछ एसीई इंहिबिटर्स शरीर में दूसरों की तुलना में अधिक समय तक रहते हैं, और दिन में एक बार दिए जाते हैं। कुछ एसीई इंहिबिटर्स को काम करने से पहले उन्हें शरीर में सक्रिय रूप में परिवर्तित करने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, कुछ एसीई इंहिबिटर्स ब्लड में मौजूद एसीई की तुलना में टिशूज में पाए जाने वाले एसीई पर अधिक काम करते हैं। हालांकि, इस अंतर का महत्व या एक एसीई इंहिबिटर्स दूसरे से बेहतर है या नहीं, यह निर्धारित नहीं किया गया है।
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कार्डियोमायोपैथी में एसीई इंहिबिटर्स (ACE inhibitors in Cardiomyopathy) वृद्ध लोगों की तुलना में कम उम्र के लोगों के लिए बेहतर काम करते हैं। इसलिए, यदि हार्ट मसल्स से संबंधित कोई भी डिजीज का लक्षण आपको दिखाई देता है, तो बिना देर किए डॉक्टर से कंसल्ट करके इलाज शुरू कर देना चाहिए। कार्डियोमायोपैथी के उपचार में दवाएं, जीवनशैली में बदलाव या सर्जरी शामिल हो सकती हैं। हालांकि कार्डियोमायोपैथी का कोई इलाज नहीं है, आप इस स्थिति को मैनेज कर सकते हैं। डॉक्टर द्वारा सजेस्ट की गई दवाओं का सेवन समय पर करें। हेडली लाइफस्टाइल अपनाएं ताकि कार्डियोमायोपैथी को मैनेज करना आसान हो सके।
नोट: किसी भी दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें। ना ही अपने अनुसार दवा की डोज या समय में कोई बदलाव करें।
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उम्मीद करते हैं कि आपको कार्डियोमायोपैथी में एसीई इंहिबिटर्स (ACE inhibitors in Cardiomyopathy) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।