मेडलाइन प्लस के अनुसार कार्डियोमायोपैथी वो बीमारी है, जिसमे हार्ट मसल कमजोर व स्ट्रेच हो जाती है या इसमें कोई अन्य स्ट्रक्चल प्रॉब्लम होती है। कार्डियोमायोपैथी कई तरह की होती है और इसके एक प्रकार को डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी (Dilated Cardiomyopathy) के नाम से जाना जाता है। आज हम बात करने वाले हैं इस्कीमिक कार्डियोमायोपैथी (Ischemic Cardiomyopathy) की, जो डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी (Dilated Cardiomyopathy) का सबसे सामान्य प्रकार है। इस्कीमिक कार्डियोमायोपैथी में हार्ट की खून को पंप करने की क्षमता कम हो जाती है। क्योंकि, हार्ट का मुख्य पम्पिंग चैम्बर जिसे लेफ्ट वेंट्रिकल (Left ventricle) कहा जाता है। वो एंलार्जड, डायलेटेड और कमजोर हो जाता है। ऐसा अक्सर हार्ट अटैक या कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary Artery Disease) के कारण होता है। आइए जानें इस्कीमिक कार्डियोमायोपैथी (Ischemic Cardiomyopathy) के बारे में विस्तार से। सबसे पहले इसके लक्षणों से शुरू करते हैं।