आईबीडी और हार्ट डिजीज (IBD & Heart Disease) में एक्सरसाइज करना सही है?
कई ऐसे मरीज होते हैं, जिन्हें आईबीडी और हार्ट डिजीज की समस्या, दोनों ही हो जाती है, जोकि उनके लिए काफी मुश्किल भरी होती है। कई अनुसंधान से पता चलता है कि जब आईबीडी के शिकार लोग कुछ व्यायाम करने का प्रयास करते हैं, तो यह उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने में मददगार है। जबकि आईबीडी में एक्सरसाइज करना मुश्किल हो जाता है। इसी के साथ जब हार्ट की समस्या हो, तो भी हर तरह की एक्सरसाइज नहीं की जा सकती है। लेकिन वास्तव में, व्यायाम आईबीडी या अन्य हेल्थ प्राॅब्लम के उपचार में सहायक हो सकता है।
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आईबीडी और हार्ट डिजीज में व्यायाम का प्रभाव (Exercise effects in IBD & Heart Disease)
जिन लोगों के पास आईबीडी नहीं है, उन पर किए गए अध्ययन से पता चलता है कि कम से मध्यम तीव्रता वाले व्यायाम के कार्यक्रम को अपनाने से प्रतिरक्षा प्रणाली को फायदा हो सकता है। इसका मतलब है कि मध्यम मात्रा में व्यायाम करने से आम संक्रमणों से लड़ने में मदद मिल सकती है। आईबीडी और हार्ट डिजीज होने पर हाय इंटेस एक्सरसाइज की जगह हल्के व्यायाम किए जा सकते हैं। इससे पेट का फैट भी कम होता रहेगा। आमतौर पर, प्रति सप्ताह 3०० मिनट की मध्यम-तीव्रता या 150 मिनट व्यायाम की सलाह दी जाती है। इसी के साथ इसके कई हेल्थ बेनेफिट्स भी हैं, जिनमें शामिल हैं:
हड्डियों के लिए फायदेमंद है (Healthy Bone)
आईबीडी वाले लोगों में आईबीडी के बिना लोगों की तुलना में ऑस्टियोपोरोसिस विकसित होने की संभावना अधिक होती है। जिनमें कैल्शियम की कमी, कुपोषण और आईबीडी के इलाज के लिए स्टेरॉयड दवाओं का उपयोग शामिल है। व्यायाम, और विशेष रूप से, वजन बढ़ाने वाले व्यायाम, हड्डियों के घनत्व को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। हड्डी के नुकसान के जोखिम को निर्धारित करने के लिए एक चिकित्सक के साथ काम करना, किस प्रकार के व्यायाम उपयोगी हैं, और आपको कितना व्यायाम करना चाहिए, सहायक निवारक उपाय हो सकते हैं।
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