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सेप्टल मायेक्टमी : हायपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी की स्थिति में की जाने वाली सर्जरी के बारे में जानें!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Nikhil deore द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/12/2021

    सेप्टल मायेक्टमी : हायपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी की स्थिति में की जाने वाली सर्जरी के बारे में जानें!

    हायपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (Hypertrophic cardiomyopathy) उस रोग को कहा जाता है, जिसमें हार्ट मसल्स असामान्य तरीके से थिक हो जाते हैं। हार्ट मसल्स के थिक हो जाने से खून को पंप करने में मुश्किल हो सकती है। खून के सही से पंप न हो पाने के कारण कई हार्ट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें स्ट्रोक (Stroke) और हार्ट अटैक (Heart Attack) आदि शामिल है। हायपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी की स्थिति में डॉक्टर रोगी को एक सर्जरी करने के लिए कहते हैं जिसका नाम है सेप्टल मायेक्टमी (Septal Myectomy)। यूनिवर्सिटी ऑफ रोचेस्टर मेडिकल सेंटर रोचेस्टर (University of Rochester Medical Center Rochester) के अनुसार सेप्टल मायेक्टमी (Septal Myectomy) ओपन हार्ट मसल्स का एक प्रकार है, जिसका प्रयोग हार्ट मसल्स को रिमूव करने के लिए किया जाता है, ताकि स्थिति के लक्षणों को कम किया जा सके। आइए जानते हैं इस सर्जरी के बारे में, विस्तार से।

    सेप्टल मायेक्टमी क्या है (Septal Myectomy)

    जैसा की पहले ही बताया गया है कि सेप्टल मायेक्टमी एक ओपन हार्ट प्रोसीजर है, जिसमें सर्जन वेंट्रिकल्स के बीच के ओवरग्रोन और थिक भागों को रिमूव कर देते हैं। इसका प्रयोग हायपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी के उपचार के लिए किया जाता है। इससे इस स्थिति में लक्षण कम नजर आते हैं। हमारे हृदय की एक मस्कुलर वॉल (Muscular wall) को सेप्टम कहा जाता है। यह वॉल लेफ्ट और राइट वेंट्रिकल्स को अलग करती है, जो हार्ट के दो लोअर चैम्बर्स हैं। हायपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (Hypertrophic cardiomyopathy) में, वेंट्रिकल और सेप्टम वॉल्स असामान्य रूप से मोटी हो सकती हैं। जिससे ब्लड फ्लो में बाधा आती है। इससे हृदय को ब्लड पंप करने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है । सेप्टल मायेक्टोमी के दौरान, सर्जन थिक सेप्टम से अतिरिक्त मांसपेशियों को हटा देते हैं। इससे वेंट्रिकल में ब्लड फ्लो आसानी से हो पाता है। अब जानिए क्यों की जाती है यह सर्जरी?

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    सेप्टल मायेक्टमी की जरूरत क्यों पड़ती है ?

    अधिकतर मामलों में दवाइयां हायपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी के लक्षणों से छुटकारा पाने के लिए पर्याप्त होती है। लेकिन, जब दवाइयों से भी कोई फायदा नहीं होता है, तो एक प्रोसीजर जैसे सेप्टल मायेक्टमी (Septal Myectomy) प्रभावी होता है। सेप्टल मायेक्टमी पूरी तरह से सुरक्षित सर्जिकल प्रोसीजर है। हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी से प्रभावित कुछ महिलाओं को भी गर्भवती होने से पहले सेप्टल मायेक्टोमी की आवश्यकता हो सकती है, भले ही उनके लक्षण गंभीर न हों। अगर आपको यह समस्या है और आपको लगता है कि आप इस प्रोसीजर के लिए सही हैं, तो आपको सबसे पहले डॉक्टर से इसके रिस्क्स और फायदों के बारे में बात करनी चाहिए। यह सर्जरी उन लोगों के लिए सही मानी जाती है जो युवा हों और जिनमें थिकनेस की समस्या गंभीर हो। अब जान लेते हैं कि सेप्टल मायेक्टमी (Septal Myectomy) के लिए मरीज को क्या तैयारी करनी चाहिए?

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    सेप्टल मायेक्टमी के लिए तैयारी कैसे करें?

    अगर डॉक्टर आपको इस सर्जरी की सलाह देते हैं, तो आप इसकी तैयारी को लेकर डॉक्टर से बात करें। इसके साथ ही इन चीजों का भी ध्यान रखें:

    ऑपरेशन से पहले आपको डॉक्टर के बताए अनुसार समय से पहले ही वहां पहुंचना होगा। इसके साथ ही डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट कराने के लिए भी कह सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:

    • चेस्ट एक्स-रे (Chest X-ray)
    • इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (Electrocardiogram)
    • ब्लड टेस्ट्स (Blood tests)
    • एकोकार्डियोग्राम (Echocardiogram)
    • कार्डियक कैथेटराइजेशन (Cardiac catheterization)

    अगर जरूरत हो, तो डॉक्टर ऑपरेशन की जगह पर शेव करने के लिए भी कह सकते हैं। ऑपरेशन से एक घंटा पहले डॉक्टर आपको कुछ ऐसी दवाइयां दे सकते हैं, जिससे आप रिलैक्स हो सकें। जानिए कैसे की जाती है यह सर्जरी।

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    सेप्टल मायेक्टमी कैसे की जाती है?

    इस सर्जरी से पहले डॉक्टर आपको इस प्रक्रिया के बारे में सब कुछ बताएंगे और आपको भी कुछ चीजों का पालन करने की सलाह दी जा सकती है। सेप्टल मायेक्टमी (Septal Myectomy) का प्रोसीजर इस प्रकार है:

    • सर्जरी के शुरू होने से पहले डॉक्टर मरीज को एनेस्थीसिया देते हैं। जिससे रोगी को नींद आ जाती है और उसे ऑपरेशन के दौरान कुछ भी महसूस नहीं होता। यही नहीं, इससे सर्जरी के बाद रोगी को कुछ भी याद नहीं रहता है।
    • इस ऑपरेशन में कई घंटे लग सकते हैं। इस सर्जरी में सर्जन आपकी छाती के बीच में और आपके ब्रेस्टबोन के अलग हिस्से में चीरा लगाते हैं।
    • सर्जरी मरीज को हार्ट-लंग मशीन (Heart-Lung Machine) से अटैच करते हैं। यह मशीन रोगी के रक्त को ऑक्सीजन प्रदान करेगी और सर्जरी के दौरान रोगी के  शरीर में रक्त पंप करेगी।
    • आपका सर्जन आपके थिक सेप्टम के हिस्से को रिमूव कर देंगे।
    • अब सर्जन रोगी को हार्ट लंग मशीन से अलग कर देंगे।
    • इसके बाद सर्जन ब्रेस्टबोन को फिर से जोड़ देते हैं और टांकों के माध्यम से चीरे को भी जोड़ दिया जाता है।

    इस तरह से यह सर्जरी पूरी होती है। लेकिन सर्जरी के बाद भी मरीज को कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। जानिए इसके बारे में।

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    इस सर्जरी के बाद रोगी को क्या करना चाहिए?

    जब सर्जरी के बाद आपको होश आता है, तो रोगी बेचैन महसूस कर सकता है। रोगी को सर्जरी के बाद होश में आने में घंटों भी लग सकते हैं। ज्यादातर लोग सेप्टल मायेक्टमी (Septal Myectomy) के बाद, तत्काल लक्षणों में राहत महसूस करते हैं। जानिए, इस इस सर्जरी के बाद के बारे में:

    • सर्जरी के बाद डॉक्टर रोगी के लक्षणों को मॉनिटर करते हैं, जैसे हार्ट रेट।
    • रोगी के गले में एक ट्यूब लगाई जा सकती है, ताकि उसे सांस लेने में आसानी हो। यह असुविधाजनक हो सकता है और हो सकता है कि रोगी को बात करने में भी समस्या हो। लेकिन,
    • अधिकतर मामलों में इस ट्यूब को 24 घंटों में रिमूव कर दिया जाता है।
    • रोगी की छाती से अतिरिक्त तरल पदार्थ निकालने के लिए उसकी छाती में एक ट्यूब भी लगाई जा सकती है।
    • चीरे को बैंडेज लगा कर कवर कर दिया जाता है, जिसे कुछ दिनों के बाद निकाल दिया जाता है।
    • आप चीरे वाली जगह पर दर्द महसूस कर सकते हैं। लेकिन, यह दर्द गंभीर नहीं होती। ऐसे में आपको दर्द दूर करने वाली दवा दी जा सकती है।
    • सर्जरी के एक या दो दिन बाद मरीज कुर्सी पर बैठने और सहारा लेकर  चलने के योग्य हो सकता है।
    • सर्जरी के दौरान मरीज के लंग्स में कलेक्ट फ्लूइड को रिमूव करने में मदद करने के लिए ब्रीदिंग थेरेपी (Breathing Therapy) का प्रयोग किया जा सकता है।
    • सर्जरी के बाद रोगी को लगभग 5 दिन अस्पताल में रहने की आवश्यकता होगी।
    • इस बात को सुनिश्चित करें कि रोगी इस सर्जरी के बाद कुछ दिनों तक ड्राइव न करें। इसके साथ ही
    • सर्जरी के कुछ दिनों बाद आपको टांकों को रिमूव कराना होगा। इसके लिए पहले ही डॉक्टर की सलाह लें।
    • घर जाने से बाद रोजाना रोगी अपना वजन और टेम्प्रेचर नियमित रूप से जांचे और अगर उसे इसमें कोई भी बदलाव नजर आता है तो मेडिकल हेल्प जरूरी है।
    • सर्जरी के कई हफ्तों तक कुछ भी भारी चीजों को न उठाने की सलाह दी जाती है।
    • मरीज को डॉक्टर के बताए अनुसार दवाईयां, व्यायाम, डायट और घाव की देखभाल करनी चाहिए। सेप्टल मायेक्टमी (Septal Myectomy) के बार कितना समय लगता है जानिए।

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    सेप्टल मायेक्टमी के रिस्क (Risk of Septal Myectomy)

    सेप्टल मायेक्टमी (Septal Myectomy) से कॉम्प्लीकेशन्स होने की संभावना कम होती है। इसके कुछ खास रिस्क रोगी की उम्र और अन्य फैक्टर्स पर निर्भर करते हैं। अगर आपको इनसे जुड़े कोई भी चिंता है तो अपने डॉक्टर से बात करें। इससे जुडी कुछ संभावित जटिलताएं इस प्रकार हैं:

  • इर्रेगुलर हार्ट रिदम जैसे हार्ट ब्लॉक (Irregular Heart Rhythms)
  • इंफेक्शन (Infection)
  • ब्लीडिंग (Bleeding)
  • ब्लड क्लॉट्स जिसके कारण स्ट्रोक और हार्ट अटैक हो सकता है (Blood Clots)
  • एनेस्थीसिया से होने वाली जटिलताएं (Complications from Anesthesia)
  • सर्जरी में वॉल्व की मूवमेंट के कारण एओर्टिक वॉल्व प्रॉब्लम (Aortic Wall Problems)
  • हार्ट मसल्स का बहुत अधिक रिमूव होना (Removal of Heart Muscle)
  • सर्जरी के दौरान जिससे कारण हार्ट के पुअर पंपिंग फंक्शन के कारण ब्लड फ्लो प्रॉब्लम (Blood Flow Problem)
  • हार्ट ब्लॉक, बीमारी की एक सामान्य कॉम्पलीकेशन है। हार्ट ब्लॉक से दिल के माध्यम से इलेक्ट्रिक सिग्नल्स में व्यवधान पैदा होता है। इससे रोगी का दिल धड़कना छोड़ सकता है या बहुत धीरे-धीरे धड़कता है। कुछ प्रकार के हार्ट ब्लॉक में पेसमेकर से उपचार की आवश्यकता होती है।

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    कुछ खास फैक्टर्स कॉम्प्लीकेशन्स के जोखिम को बढ़ा सकते हैं, उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

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    सेप्टल मायेक्टमी के बाद रिकवरी (Septal Myectomy)

    सेप्टल मायेक्टमी (Septal Myectomy) सर्जरी के बाद रोगी को पूरी तरह से ठीक होने में लगभग 6 से 8 हफ्ते लगते हैं। रोगी को इसके बाद तीन से आठ हफ़्तों तक ड्राइव करने की भी सलाह नहीं दी जाती है। डॉक्टर रोगी को नियमित चेकअप के लिए कहेंगे। यह चेकअप हार्ट फंक्शन की जांच के लिए जरूरी है। इसमें कुछ टेस्ट्स कराने की सलाह भी दी जा सकती है।  अगर आपको कोई समस्या नहीं है और आप अच्छा महसूस कर रहे हैं, तब भी नियमित चेकअप जरूरी है। इसके साथ ही रोगी को लाइफस्टाइल में बदलाव करने के लिए भी कहा जाएगा, जो इस प्रकार है।

    लाइफस्टाइल में बदलाव (Lifestyle Change)

    सर्जरी के बाद अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने और जल्दी रिकवर होने के लिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयां लेना जरूरी हैं। लेकिन, इसके साथ ही डॉक्टर आपको लाइफस्टाइल में बदलाव करने के लिए भी कहेंगे। यह बदलाव इस प्रकार हैं:

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    सेप्टल मायेक्टमी (Septal Myectomy) के वो रोगी जो ओपन-हार्ट सर्जरी के लिए पूरी तरह से स्वस्थ नहीं होते। उन्हें  सर्जन अल्कोहल सेप्टल एब्लेशन (Alcohol Septal Ablation) की सलाह दी जा सकती है। यह कम आक्रामक प्रक्रिया सर्जरी के रिस्क नहीं होते और यह अधिक प्रभावशाली होती है। ऐसे में आप इस सर्जरी के बारे में अपने सर्जन से पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। इस सर्जरी के बाद मरीज को रिकवर होने में कुछ समय लगता है, लेकिन इस सर्जरी के बाद कुछ बातों का ध्यान रख कर मरीज क्वालिटी लाइफ जी सकता है।

    डिस्क्लेमर

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    Nikhil deore द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/12/2021

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