यदि आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना चाहिए। डॉक्टर आपकी जरूरत के अनुसार हार्ट इंफेक्शन से लड़ने के लिए दवाइयां दे सकते हैं। जब बात हो रही हो हार्ट इंफेक्शन (Heart infection) के ट्रीटमेंट की, तो एंटीबायोटिक आईवी (Antibiotics IV) भी एक तरह का ट्रीटमेंट माना जा सकता है। चलिए जानते हैं एंटीबायोटिक आईवी के बारे में यह खास बातें।
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एंटीबायोटिक आईवी : हार्ट इंफेक्शन में कारगर (Antibiotics IV)
हार्ट इंफेक्शन में एंटीबायोटिक आईवी (Antibiotics IV) अलग-अलग तरह से इस्तेमाल हो सकती हैं, जो डॉक्टर द्वारा आपको इंटरावेनियसली आपको दी जाती है, जब आप हॉस्पिटल में एडमिट होते हैं। एंटीबायोटिक आईवी में समावेश होता है इन दवाइयों का –
एंटीबायोटिक आईवी – वैंकोमायसिन (Vancomycin)
वैंकोमायसिन का जेनेरिक नाम वैंकोमायसिन ही माना जाता है। इसका इस्तेमाल एंटीबायोटिक आईवी (Antibiotics IV) के तौर पर किया जा सकता है। ये हार्ट इंफेक्शन में कारगर मानी जा सकती है। हालांकि वैंकोमायसिन को दो तरह से लिया जा सकता है, एक एंटीबायोटिक आईवी के जरिए और दूसरा ओरली। वैंकोमायसिन में कुछ ब्रैंड्स का इस्तेमाल किया जा सकता है, जिसमें आप वैनलिड 500 Mg इंजेक्शन (Vanlid 500 Mg Injection), वैंकोसिन सीपी 500mg इंजेक्शन (Vancocin CP 500mg Injection) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस दवा को लेने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।आपकी जरूरत के मुताबिक डॉक्टर यह दवा प्रिस्क्राइब कर सकते हैं।
एंटीबायोटिक आईवी – सेफट्राइऐक्सन (Ceftriaxone)
सेफट्राइऐक्सन भी एक तरह का इंजेक्शन है, जो हार्ट इंफेक्शन में कारगर माना जा सकता है। इसका जेनेरिक नाम भी सेफट्राइऐक्सन है। सेफट्राइऐक्सन इंजेक्शन में कई तरह के ब्रैंड का इस्तेमाल किया जा सकता हैं, जिसमें सिफ़ेक्सोन 1g इंजेक्शन (Cefaxone 1g Inj), ज़ोन 1GM इंजेक्शन (XONE-1GM INJECTION) इत्यादि का समावेश होता है। यह भी एक एंटीबायोटिक आईवी (Antibiotics IV) है, जिसका इस्तेमाल डॉक्टर बैक्टीरियल इन्फेक्शन की समस्या में कर सकते हैं। इसीलिए हार्ट इन्फेक्शन के दौरान एंटीबायोटिक आईवी में सेफट्राइऐक्सन का इस्तेमाल हो सकता है।
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एंटीबायोटिक आईवी – एंफीसिलीन (Ampicillin)
एंफीसिलीन का जेनेरिक नाम भी एंफीसिलीन ही है। एंफीसिलीन एक पेनिसिलिन एंटीबायोटिक मानी जाती है, जो अलग-अलग तरह के इनफेक्शंस में कारगर मानी जा सकती है। इसलिए हार्ट इंफेक्शन में इस मेडिसिन का उपयोग किया जाता है। एंफीसिलीन के कुछ साइड इफेक्ट्स आपको दिखाई दे सकते हैं, जिसमें स्किन रैश,फीवर, सोर थ्रोट, हाथों का ठंडा होना, पेट दर्द, डायरिया, वजायनल इचिंग जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए डॉक्टर की सलाह के बाद और अपनी जरूरत के अनुसार ही एंटीबायोटिक आईवी (Antibiotics IV) के तौर पर एंफीसिलीन का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। एंटीबायोटिक आईवी (Antibiotics IV) में आप इन ब्रैंड्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, एरिस्टोसिलीन 500mg इंजेक्शन (Aristocillin 500mg Injection), रोसिसिलिन 500 इंजेक्शन (ROSCILLIN-500 INJ)।
एंटीबायोटिक आईवी – रिफैंपिन (Rifampin)
रिफैंपिन का जेनेरिक नाम रिफैंपिन ही है। रिफैंपिन के अलग-अलग तरह के ब्रैंड्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमें रिफ़ेडिन आईवी (Rifadin IV ) का समावेश होता है। रिफैंपिन एक एंटीबायोटिक आईवी (Antibiotics IV) मानी जाती है, जिसे इन्फेक्शन ठीक करने के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है। इसलिए हार्ट इंफेक्शन में इसका उपयोग डॉक्टर की सलाह के बाद और अपनी जरूरत के अनुसार किया जा सकता है।
एंटीबायोटिक आईवी – डैप्टोमायसिन (Daptomycin)
डैप्टोमायसिन के इस्तेमाल के लिए आप कुछ ब्रैंड्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमें क्यूबिसिन आरएफ (Cubicin RF) का समावेश होता है। यह एक एंटीबायोटिक आईवी (Antibiotics IV) है, जिसे बैक्टीरियल इन्फेक्शन ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। डैप्टोमायसिन हार्ट इंफेक्शन में एंटीबायोटिक आईवी के तौर पर इस्तेमाल की जा सकती है। डैप्टोमायसिन का इस्तेमाल हमेशा डॉक्टर की सलाह के बाद और अपनी जरूरत के अनुसार करना सही माना जाता है।
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जैसा कि आपने जाना हार्ट इंफेक्शन के ट्रीटमेंट के तौर पर एंटीबायोटिक आईवी (Antibiotics IV) ले सकते हैं, लेकिन इन्फेक्शन के कारण आपके हार्ट की क्या स्थिति है और आपको किन दवाओं की जरूरत है, यह सिर्फ डॉक्टर ही बता सकते हैं। कई मामलों में डॉक्टर सर्जरी की सलाह भी दे सकते हैं। ऐसी स्थिति तब पैदा होती है, जब व्यक्ति के हार्ट में संक्रमण बढ़ चुका होता है। इसलिए सही लाइफस्टाइल और सही खानपान के साथ आप अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं।