लक्षणों के आधार पर बैक्टीरियल संक्रमण का डायग्नोसिस किया जाता है। इयर, नोज आदि के स्वैब के माध्यम से भी बीमारी डायग्नोज की जाती है। फ्लूड सैंपल को लैबोरेट्री में भेजा जाता है। जानिए बैक्टीरियाल इंफेक्शन को डायग्नोज करने के लिए अन्य कौन-से टेस्ट किए जा सकते हैं।
यूरिन सैंपल- किडनी और ब्लैडर के संक्रमण की जांच के लिए डॉक्टर यूरिन सैंपल लेते हैं और बैक्टीरिया के होने या न होने के बारे में पता लगाते हैं।
ब्लड टेस्ट– ब्लड टेस्ट के माध्यम से भी संक्रमण का पता चल जाता है। ब्लड में कितनी वाइट ब्लड सेल्स है, ये जानकारी भी मिल जाती है।
इमेजिंग स्टडीज- पस से भरे हिस्से की जानकारी के लिए डॉक्टर इमेजिंग स्टडीज की हेल्प लेते हैं।
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बैक्टीरियल इंफेक्शन से छुटकारे के लिए ध्यान रखें ये बातें (Treatment of bacterial disease)
बैक्टीरिया या वायरस से कोई भी व्यक्ति आसानी से संक्रमित हो सकता है। अगर कुछ सावधानियां रखी जाए, तो बैक्टीरिया के संक्रमण से बचा जा सकता है। अगर आपके घर में कोई व्यक्ति संक्रमित है, उससे उचित दूरी बनाकर रखें। व्यक्ति के कपड़े या फिर अन्य वस्तुओं का इस्तेमाल न करें। बैक्टीरियल इंफेक्शन (bacterial infections) हवा के माध्यम से आसानी से फैल सकता है। घर में बाहर से आने पर हाथ-पैरों को अच्छे से साफ करें। आपको व्यक्ति के पास जाने पर मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही डॉक्टर से भी इस बारे में जानकारी जरूर लें कि बैक्टीरिया के संक्रमण से बचने के लिए क्या करना चाहिए।
- अगर बीमारी के लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- एंटीबायोटिक दवाओं का पूरा कोर्स करें।
- अगर एंटीबायोटिक (Antibiotics) का साइड इफेक्ट दिखाई पड़े, तो डॉक्टर को जरूर बताएं।
- अक्सर लोगों को एंटीबायोटिक्स दवाओं का सेवन करने के बाद डायरिया के लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। शरीर में पानी की कमी न होने दें।
- कफिंग या स्नीजिंग के दौरान मुंह में रूमाल जरूर लगाएं।
- आंख, नाक और मुंह को बिना हाथ धुलें न टच करें।
- हाइजीन का पूरी तरह से ख्याल रखें।
- अन्य व्यक्ति की रूमाल या यूज किए गए टिशू पेपर को गलती से भी दोबारा इस्तेमाल न करें।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बैक्टीरियल इंफेक्शन के प्रकार के बारे में जानकारी मिल गई होगी।आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।