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जानवर और कीड़ों से होने वाली ये एलर्जीस छीन सकती हैं आपका सुकून!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/09/2021

जानवर और कीड़ों से होने वाली ये एलर्जीस छीन सकती हैं आपका सुकून!

एलर्जी एक ऐसी बीमारी है, जो किसी भी मौसम में या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। जैसे गर्मी के मौसम में जब धूल-मिटटी और परागकणों से होने वाली एलर्जी की संभावना बढ़ जाती है। कुछ बच्चों को छोटी उम्र से ही यह समस्या होती है किंतु उम्र के बढ़ने के साथ इसके लक्षण कम होने लगते हैं। एलर्जी के अधिकतर मामले हलके होते हैं। लेकिन, कई स्थितियों में यह घातक भी हो सकते हैं। एलर्जी किसी भी चीज से हो सकती है जैसे किसी खाद्य पदार्थ, पराग कण, जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज (Animal and Insect Allergies) आदि। आइए, जानते हैं क्या है यह एलर्जी और कैसे हो सकती है यह परेशानी?

एलर्जी क्या है? (What is Allergy)

एलर्जी एक तरह से हमारी इम्यून सिस्टम का रिएक्शन है जो वो किसी बाहरी चीज के संपर्क में आने पर देती है। ऐसा भी कहा जा सकता है कि यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें किसी चीज को खाने या किसी चीज के संपर्क में हमें बीमार जैसा महसूस होता है। क्या आपने जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज (Animal and Insect Allergies) के बारे में सुना है? नहीं तो आज हम आपके इसी के बारे में जानकारी देने वाले हैं। जानिए क्या होती है जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज (Animal and Insect Allergies)

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जानवर और कीड़ों से कौन सी एलर्जी होती हैं? (What are Animal and Insect Allergies)

आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि जानवर और कीड़े भी एलर्जी का कारण बन सकते हैं? लेकिन यह पूरी तरह से सच है। हमारे पालतू जानवर और घर में आम पाए जाने वाले इंसेक्ट्स इस समस्या का कारण बन सकते हैं। जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज (Animal and Insect Allergies) में सबसे पहले जानते हैं जानवरों से होने वाली एलर्जी के बारे में:

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जानवरों से होने वाली एलर्जी (Animal Allergies)

इस बारे में फोर्टिस हॉस्पिटल, मुलुंड की फिजिशियन एंड इंफेक्शन डिजीज स्पेशलिस्ट डा. अनीता मैथवे का कहना है कि जानवरों से होने वाली कई खतरनाक एलर्जी भी होती है। जो कई बार जानलेवा भी हो सकती है।यह एलर्जी जानवर की त्वचा की कोशिकाओं, लार या मूत्र में पाए जाने वाले प्रोटीन के लिए हमारे शरीर का एलर्जी रिएक्शन है। जानवरों से होने वाली एलर्जी के लक्षण में बुखार, छींक आना और नाक बहना आदि शामिल हैं। इससे कुछ लोगों को अस्थमा (Asthma) के लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। अगर आपको यह एलर्जी है तो जानवरों से दूर रहने में ही आपकी भलाई है। जानवरों से एलर्जी कई प्रकार की हो सकती है, जैसे:

कुत्तों और बिल्लियों से एलर्जी (Allergies to Dogs and Cats): कुत्तों और बिल्लियों की रुसी, लार, मूत्र, पसीना और बालों में एलर्जेंस हो सकते हैं। खासतौर, पर उनकी रुसी इस समस्या का मुख्य कारण है। अगर आपके घर में पालतू जानवर है तो यह एलर्जेन आपके फर्नीचर, बेड, कारपेट, कपड़ों आदि में फैल सकते हैं। कुछ कुत्ते और बिल्लियों की नस्लों को हाइपोएलर्जेनिक (Hypoallergenic) माना जाता है लेकिन सच तो यह है कि इनकी कोई भी नस्ल (Hypoallergenic) नहीं होती।

चूहे और खरगोश से एलर्जी (Rodent and Rabbits Allergy) :चूहे, गेरबिल, हैम्स्टर और गिनी पिग्स जैसे रोडेंट पालतू जानवर भी एलर्जी का कारण बन सकते हैं।  इनके बालों, सलाइवा, मूत्र ,रुसी आदि से एलर्जेंस फैल सकते हैं। पिंजरों के तल में जमा कूड़ा भी एलर्जी पैदा करने में योगदान दे सकते है। ऐसे ही खरगोश से भी एलर्जी हो सकती है।

अन्य जानवरों से एलर्जी (Allergies to Other Animal) : ऐसे पालतू जानवरों से एलर्जी होने की संभावना कम होती है, जिनके फर नहीं होते जैसे रेप्टाइल्स या मछली।

जानवरों से होने वाली एलर्जी के लक्षण (Symptoms of Animal Allergies)

जानवरों से होने वाली एलर्जी सामान्य है। पालतू जानवरों से एलर्जी के लक्षणों में नेसल पैसेज की सूजन शामिल है। इसके लक्षण इस प्रकार हैं:

  • छींकें (Sneezing)
  • नाक का बहना (Runny Nose)
  • आंखों का लाल होना और उनमे खारिश और पानी आना (Itchy, Red or Watery Eyes)
  • नाक का बंद होना  (Nasal Congestion)
  • नाक में खुजली (Itchy Nose)
  • खांसी (Cough)
  • चेहरे का दबाव और दर्द (Facial Pressure and Pain)
  • आंखों के नीचे सूजन, नीले रंग की त्वचा (Swollen, Blue-Colored Skin Under your Eyes)

जानवरों से होने वाली एलर्जी से अस्थमा भी हो सकता है, जिसके लक्षण इस प्रकार हैं:

त्वचा के लक्षण (Skin Symptoms)

पालतू जानवरों से होने वाली एलर्जी से कुछ लोग त्वचा में भी समस्या महसूस कर सकते हैं जिसे डर्मेटाइटिस (Dermatitis) कहा जाता है इसके यह लक्षण हो सकते हैं:

  • त्वचा पर लाल पैचेज होना (Red patches of Skin)
  • एक्जिमा (Eczema)
  • त्वचा में खुजली (Itchy Skin)

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जानवर से होने वाली एलर्जी का निदान (Diagnosis of Animal Allergies)

डॉक्टर इस एलर्जी के निदान के लिए आपसे लक्षणों के बारे में जानेंगे और आपकी नाक की जांच करेंगे। अगर आपको यह एलर्जी है तो आपकी नासिका की लाइनिंग सूज सकती है। डॉक्टर आपको यह टेस्ट करने की सलाह दे सकते हैं:

Quiz: एलर्जी या नहीं? इस क्विज को खेलने के बाद चल जाएगा पता

जानवर से होने वाली एलर्जी का उपचार (Treatment of Animal Allergies)

इस एलर्जी के उपचार का पहला कदम होगा पालतू जानवरों से दूर रहना। इसके साथ ही इसके लक्षणों को दूर करने के लिए इन दवाइयों और थेरेपी को दिया जा सकता है: 

  • एंटीहिस्टामिनेस (Antihistamines) 
  • कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids)
  • सर्दी खांसी की दवा (Decongestants)
  • ल्यूकोट्रिएन संशोधक (Leukotriene modifiers)
  • इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy)
  • नेसल इरीगेशन (Nasal irrigation)

कीड़ों से होने वाली एलर्जी (Insect Allergy)

जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज (Animal and Insect Allergies) में अगली है कीड़ों से होने वाली एलर्जी। कीड़े के डंक से एलर्जी होने से कई लोगों में चिंता पैदा हो सकती है। कई बार इनसे बचाव करना मुश्किल हो सकता है और प्रतिक्रियाएं जानलेवा हो सकती हैं।

कीड़ों से होने वाली एलर्जी के प्रकार (Types of Insect Allergy)

कीड़े के कई अलग-अलग प्रकार हैं, ऐसे में विभिन्न तरह के कीड़े अलग एलर्जी की प्रतिक्रिया पैदा कर सकते हैं। कीड़ों से होने वाली एलर्जी इस तरह से हैं:

डंक मारने वाले कीड़े (Stinging Insects) :मधुमक्खियों (Bees), ततैया (Wasps), होरनेट्स (Hornets) , फायर चींटियां (Fire ants) सबसे आम डंक मारने वाले कीड़े हैं। जो एलर्जी की प्रतिक्रिया का कारण बनते हैं। जब कीड़े डंक मारते हैं, तो वो वेनोम (Venom) नाम के एक हानिकारक तत्व को हमारी त्वचा में चुभोते हैं। हालांकि इस डंक से प्रभावित अधिकतर लोग कुछ ही दिनों या घंटों में ठीक हो जाते हैं। लेकिन दुर्लभ मामलों में वेनोम से घातक परिणाम हो सकते हैं।

काटने वाले कीड़े (Biting  Insect): मच्छर, खटमल, जुएं या कुछ मक्खियां काटने वाले कीड़ों के सामान्य प्रकार हैं, जो एलर्जिक रिएक्शन का कारण बनते हैं। जिन लोगों को यह कीड़े काटते हैं, वो दर्द, लालिमा, खुजली आदि का सामना करना पड़ता है। दुर्लभ मामलों में इनका परिणाम भयानक हो सकता है।

जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज

घरेलू कीट (Household Pests) : बिना डंक मारने या काटने वाले कीड़े भी एलर्जिक रिएक्शन का कारण बन सकते हैं जैसे कॉकरोचेस (cockroaches) या डस्ट माइट्स (dust mites)। डस्ट माइट्स को तो आप नंगी आंखों से देख भी नहीं सकते। यह जीव न केवल एलर्जी बल्कि अस्थमा के लक्षणों को भी बढ़ा सकते हैं।

जीवों से होने वाली एलर्जी के लक्षण (symptoms of Insect Allergy)

ज्यादातर लोग कीड़े के डंक या काटे हुए स्थान में दर्द, लालिमा, खुजली और मामूली सूजन का अनुभव करते हैं। यह एक सामान्य प्रतिक्रिया है। इससे, अधिकतर लोग घंटे या दिनों के भीतर बेहतर हो जाते हैं। इनके सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:

  • स्किन रैशेस, खुजली या हायव्स (Skin Rashes, Itching or Hives)
  • गले, होंठो या जीभ में सूजन (Swelling of the Lips, Tongue or Throat)
  • सांस लेने में समस्या (Shortness of Breath)
  • सिर चकराना या बेहोशी (Dizziness or Fainting)
  • पेट में दर्द, उलटी आना, पेट फूलना या डायरिया (Stomach pain, Vomiting, Bloating or Diarrhea)
  • घबराहट (Nervousness)

जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज

कीड़ों से होने वाली एलर्जी का निदान और उपचार (Diagnosis and Treatment of of Insect Allergy)

जिन लोगों कीड़े के डंक या काटने से एलर्जी हो सकती है, उनका उचित निदान करना महत्वपूर्ण है। इसके लिए डॉक्टर आपसे लक्षणों और मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानेंगे।  आपकी कुछ टेस्ट जैसे स्किन प्रिक टेस्ट (Skin Prick Test), ब्लड टेस्ट (Blood Test) या  इंट्राडर्मल स्किन टेस्ट्स (Intradermal Skin Tests)। आमतौर पर कीड़ो के कारण होने वाली सामान्य एलर्जी कुछ ही दिनों में स्वयं ठीक हो सकती है। लेकिन कुछ गंभीर मामलों में इन उपचारों की जरूरत पड़ सकती है।

कीड़ों से होने वाली एलर्जी का उपचार में एक दो तरह से किया जा सकता है: जब रिएक्शन होता है तो आपातकालीन उपचार और वेन्यू इम्यूनोथेरेपी के साथ अंतर्निहित एलर्जी का निवारक।

  • आपातकालीन उपचार (Emergency Treatment): कई बार यह एलर्जी गंभीर हो सकती है जिसे तुरंत उपचार की जरूरत होगी। इसमें दवाइयां, ऑक्सीजन और अन्य तरीके शामिल है। जिन लोगों को यह रिएक्शन होने का जोखिम रहता है वो एपिनेफ्रीन (Epinephrine) का प्रयोग करते हैं।
  • वेनम इम्यूनोथेरेपी (Venom Immunotherapy): इस तरीके का प्रयोग भविष्य में एलर्जिक रिएक्शन को रोकने के लिए किया जाता है ।

 इसके साथ ही डॉक्टर आपको अपने लाइफस्टाइल में बदलाव और इन कीड़ों से बचने और छुटकारा पाने की सलाह देंगे।

यह भी पढ़ें: एलर्जी : कहीं आप तो नहीं है परेशान, बीमारी में ही छुपा है समस्या का समाधान

जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज के निदान के लिए कौन से टेस्ट किए जा सकते हैं? (Various Tests for Animal and Insect Allergies)

किन्हीं स्थितियों में जानवर और कीड़ों से होने वाली गंभीर एलर्जीज की प्रतिक्रिया बहुत तेजी से बढ़ सकती है और इसमें इमरजेंसी मेडिकल हेल्प की आवश्यकता होती है। जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज (Animal and Insect Allergies) के निदान के लिए डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:

स्किन टेस्ट (Skin Test)

स्किन टेस्ट में थोड़ी मात्रा में एलर्जेन एक्सट्रेक्ट को त्वचा में इंजेक्ट किया जाएगा। यह टेस्ट बिलकुल सुरक्षित है।अगर आपको इंजेक्ट किए एलर्जेन से एलर्जी होगी तो त्वचा का वह हिस्सा फूल जाएगा। 

इंट्राडर्मल टेस्ट

यदि त्वचा परीक्षण से परिणाम स्पष्ट नहीं आते  हैं, तो आपको इंट्राडर्मल टेस्ट की सलाह दी जा सकती है। इस प्रकार के टेस्ट के दौरान, डॉक्टर त्वचा के नीचे एलर्जेन को इंजेक्ट करने के लिए एक सिरिंज का उपयोग करेंगे। इसके बाद त्वचा के हिस्से को कुछ देर मॉनिटर किया जाएगा। अगर आपको इंजेक्ट किए एलर्जेन से एलर्जी है तो त्वचा का हिस्सा फूल जाएगा।

ब्लड टेस्ट (blood Test )

कभी-कभी किसी व्यक्ति को त्वचा संबंधी समस्या होने के कारण डॉक्टर स्किन टेस्ट नहीं कर सकते हैं। इस मामले में, डॉक्टर विभिन्न एनिमल एलर्जेंस के लिए खास एलर्जी पैदा करने वाले एंटीबॉडी की स्क्रीनिंग के लिए ब्लड टेस्ट कराने के लिए कह सकते हैं। ब्लड टेस्ट से यह पता चल सकता है कि कोई व्यक्ति किसी खास एलर्जेन के प्रति कितना संवेदनशील है।

जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज

जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जी से बचने के लिए क्या करना चाहिए? (Prevention from Animal and Insect Allergies)

जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज (Animal and Insect Allergies) को आप पूरी तरह से नजरअंदाज नहीं कर सकते। लेकिन कुछ चीजों का ध्यान रख कर आप इनसे काफी हद तक बच सकते हैं। इसके लिए आपको केवल कुछ सावधानियां बरतनी हैं. जैसे:

एलर्जेंस के लिए सावधान रहें (Be Alert for Allergens)

एलर्जिक रिएक्शन से बचने का सबसे अच्छा तरीका है एलर्जेन से बचना। अगर आप एलर्जेंस को  पूरी तरह से नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं, तो आपको उनके संपर्क में आने से बचना होगा क्योंकि यह रिएक्शंस को एकदम से बढ़ा सकते हैं।

मेडिकल अलर्ट ब्रेसलेट्स पहनें (Wear Medical Alert Bracelets)

बाजार में मेडिकल अलर्ट बैंड, ब्रेसलेट्स या नेकलेस मौजूद हैं। यह सब जब आप किसी को एलर्जी अटैक होता है तो यह अलार्म आपको सतर्क कर सकता है। लेकिन, अनफिलैक्सिस (Anaphylaxis) के मामले में यह काम नहीं आते हैं।

यह भी पढ़ें: खाने से एलर्जी और फूड इनटॉलरेंस में क्या है अंतर, जानिए इस आर्टिकल में

बचाव की दवाइयां लें (Take Preventive Medicine)

अगर आपको एलर्जी की संभावना अधिक है, तो आप अपने डॉक्टर से इसके बचाव की दवाइयां ले सकते हैं। इससे आपको एलर्जी से बचने में मदद मिलेगी।

एलर्जी के कारणों से दूर रहें (Stay Away from Allergies)

जानवरों से होने वाली एलर्जी से बचने के लिए आप जानवरों से संपर्क में कम आने की कोशिश करें।इसके साथ ही कीड़ों से भी बचे। घरों में होने वाले आम कीड़ों से बचने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखें और उन्हें नष्ट करने के तरीकों आदि का प्रयोग करें।

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जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज से बचने की होम रेमेडीज (Home Remedies for Animal and Insect Allergies)

जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज (Animal and Insect Allergies) से बचने के लिए डॉक्टर की सलाह, दवाईयां आदि जरूरी हैं। लेकिन होम रेमेडीज भी इसमें लाभदायक सिद्ध हो सकती हैं खासतौर पर अगर इसके लक्षण सामान्य हैं। जानिए, जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज (Animal and Insect Allergies) से बचने के लिए होम रेमेडीज के बारे में:

  • जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज (Animal and Insect Allergies) के उपचार इसके रिएक्शन पर निर्भर करता है। जैसे अगर जहां आपको कीड़े ने काटा है, डंक मारा है या स्किन में समस्या हुई है, तो केवल बर्फ लगाने से ही आपको राहत मिल सकती है। साबुन और पानी से उस स्थान को साफ़ करने से भी कुछ कीड़ों द्वारा पीछे छोड़े गए दूषित कण हट सकते हैं जैसे मच्छर। काटने या डंक क्षेत्र को खरोंचने से बचना चाहिए क्योंकि इससे त्वचा टूट सकती है और संक्रमण हो सकता है। 
  • डायफेनहाइड्रामाइन (Diphenhydramine) जैसे ओवर-द-काउंटर एंटीहिस्टामाइन (Antihistamine) के प्रयोग से आप  प्रभावित जगह पर खुजली का इलाज कर सकते हैं। कैलामाइन लोशन (Calamine lotion) खुजली से राहत देने में भी मदद करता है।
  • एयर प्यूरीफायर (Air Purifiers) का प्रयोग करके भी आप इन्सेक्ट एलर्जी से बच सकते हैं जैसे डैंडर, मोल्ड स्पोर्स,  क्योंकि वे एलर्जी को दूर करने के लिए हवा को फिल्टर करते हैं।
  • खुजली वाली त्वचा और लालिमा सामान्य एलर्जी के लक्षण है। इससे बचने के लिए आप प्रभावित स्थान पर नीम, नींबू, एप्पल साइडर विनेगर, नारियल तेल आदि का प्रयोग कर सकते हैं।
  • विटामिन-C इम्यून सिस्टम के समर्थक और प्राकृतिक एंटीहिस्टामाइन (Natural Antihistamine) के रूप में कार्य करता है। ऐसे में एलर्जी से बचने के लिए अपने आहार में विटामिन C की मात्रा अधिक रखें जैसे खट्टे फल।

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अधिकतर लोगों को एलर्जी को लेकर जानकारी नहीं होती। उन्हें समझ में ही नहीं आता कि उनके बीमार पड़ने का कारण उनके पालतू जानवर और कीड़े भी हो सकते हैं। जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जीज (Animal and Insect Allergies) से आप कुछ सावधानियां बरत कर बच सकते हैं। लेकिन, अगर आपको एलर्जी का कोई भी लक्षण नजर आता है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।

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