कोरोनरी वेन डायलेशन इस्कीमिक हार्ट फेलियर (Ischemic heart failure) या डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी का लक्षण है। डायलेटेड वेन की समस्या अक्सर हमेशा ब्लड फ्लो के बढ़ने के कारण होती है। कोरोनरी साइनस (Coronary Sinus) में, बढ़ा हुआ ब्लड फ्लो मुख्य रूप से वीने कावे (venae cavae) के माध्यम से हार्ट में आने वाली हाय वॉल्यूम के कारण होता है या एक फॉल्टी ट्रायकसपिड वॉल्व के माध्यम से राइट वेंट्रिकल से राइट एट्रियम में रिगरजीटेशन होता है। यह साइनस को ठीक से ड्रेन होने से रोकता है और इसकी इलास्टिक वॉल्स पर दबाव डालता है। डायलेटेड कोरोनरी साइनस (Coronary Sinus) का निदान होने पर, डॉक्टर रोगी में ऑटोमेटिक्ली राइट वेंट्रिकल के साथ एक समस्या का निदान कर सकते हैं।
और पढ़ें: Endoscopic Sinus Surgery: एंडोस्कोपिक साइनस सर्जरी क्या है?
कोरोनरी साइनस डायवर्टिकुलम (Coronary Sinus Diverticulum)
एक अन्य डिसऑर्डर को डायवर्टिकुलम के नाम से जाना जाता है, जो वेसल वॉल में होने वाला एक उभार है, जिससे वेन कमजोर हो सकती हैं और डायलेशन का कारण बन सकती है। इससे यह भी जोखिम रहता है कि कमजोर दीवारें लीक हो सकती हैं, हालांकि कोरोनरी वेन्स को हार्ट के सबसे करीब आर्टरीज के हाय प्रेशर से डील करने की आवश्यकता नहीं होती है और ऐसा होना बेहद दुर्लभ है। हालांकि, जब कोरोनरी साइनस (Coronary Sinus) की मसल्स वॉल्स सिकुड़ जाती हैं या यह एक एफिशिएंट रिजर्वायर फंक्शन (Efficient reservoir function) प्रदान करने में असमर्थ होती हैं। तब इस पैथोलॉजी के साथ सबसे बड़ा रिस्क होता है ब्लड क्लॉट्स का बनना।
और पढ़ें: डायट में हर्ब को शामिल कर साइनस से पा सकते हैं निजात, जानें कैसे करें इसका इस्तेमाल
यह तो थी जानकारी कोरोनरी साइनस (Coronary Sinus) के बारे में। जब हार्ट सर्जरी की जाती है, तो सर्जन के लिए कार्डियोप्लेजिया (Cardioplegia) नामक एक प्रक्रिया करना सामान्य है। इसमें सर्जिकल हार्ट प्रोसेस के दौरान जानबूझकर हार्ट (अस्थायी रूप से) को स्टॉप करना शामिल है। कोरोनरी साइनस (Coronary Sinus) के माध्यम से कार्डियोपलेजिया की डिलीवरी मायोकार्डियल प्रोटेक्शन में प्रभावी और सुरक्षित साबित हुई है। इसे ट्रेडिशनल मेथड्स की तुलना में कार्डियोप्लेजिया का एक बेहतर तरीका भी पाया गया है, खासकर उन लोगों के लिए जो कोरोनरी आर्टरी डिजीज के उपचार के लिए हार्ट सर्जरी का इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर इस बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है तो डॉक्टर से उस बारे में अवश्य जानें।
आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।