परिचय
टिन (Tin) क्या है?
टिन एक धातु है। टिन क्लोराइड, फ्लोराइड, सल्फर या ऑक्सीजन जैसे अन्य तत्वों के साथ मिलकर कंपाउंड बन जाता है। टिन का सबसे सामान्य रूप स्टैनस फ्लोराइड(stannous fluoride) है जिसका इस्तेमाल कई सारे उत्पादों में किया जाता है। इसका उपयोग लोग मुंह के कुल्ला या टूथपेस्ट के रूप में करते हैं।
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टिन (Tin) का उपयोग किस लिए किया जाता है?
सेंसिटिव टीथ (Sensitive teeth):
आज के समय में ज्यादातर लोग सेंसिटिव टीथ की परेशानी से जूझ रहे हैं। टिन इससे निजात दिलाने में मदद करता है। जेल या टूथपेस्ट जिसमें स्टैनस फ्लोराइड हो उसे दांतों की संवेदनशीलता को कम करने के लिए लगाना अच्छा होता है। ये दो हफ्ते तक का समय लेता है। सोडियम फ्लोराइड सोल्यूशन से वॉश कर इन लक्षणों को बहुत तेजी से कम किया जा सकता है।
जिंजिवाइटिस ( Gingivitis):
बैक्टीरिया की वजह से मसूड़ों में सड़न व सूजन या फिर खून आना जिंजिवाइटिस ( Gingivitis ) रोग कहलाता है। मसूड़ों का रंग बदलना या चमकीले होना इस बीमारी की पहचान है। हमारे दांतों पर ब्रश करने के बावजूद बैक्टीरिया की परत जमती रहती है। यह दांतों पर पीलेपन के रूप में नजर आती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे विटामिन-सी की कमी, गर्म खाना खाने की आदत, किसी तरह की एलर्जी, फंगल या बैक्टीरियल इंफेक्शन होना। कई रिसर्च के अनुसार स्टैनस फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट जिंजिवाइटिस के लक्षण को कम करने में मददगार है।
इन परेशानियों में भी मददगार:
- सांसों की बदबू (Bad Breath)
- कैंसर (Cancer)
- डेंटल कैविटी (Dental Cavity)
- हेयर लॉस (Hair Loss)
इन सभी परेशानियों के लिए यह कितना सुरक्षित है इस बात की जानकारी के लिए अभी और भी रिसर्च की जरूरत है। हांलांकि आपके मन में इसे लेकर कोई सवाल है तो आप अपने चिकित्सक से चर्चा कर सकते हैं।
कैसे काम करता है टिन (Tin)?
टिन फ्लोराइड बैक्टीरिया को बनने से रोकने में मदद करता है, जिससे कैविटी और प्लेक (plaque) होने की संभावना रहती है। टिन कंपाउंड दांतों के आसपास की नसों को उत्तेजित होने से रोकते हैं, जिससे दांतों की संवेदनशीलता को रोका जा सकता है। यह कैसे काम करता है इसके बारे में अगर आप अधिक जानकारी पाना चाहते हैं तो अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें।
उपयोग
कितना सुरक्षित है टिन (Tin) का उपयोग ?
टूथपेस्ट और दूसरे डेंटल प्रोडक्ट्स जिनमें टिन शामिल है उन्हें सही तरीके से इस्तेमाल करना सेफ है।
डॉक्टर या हर्बलिस्ट से कंसल्ट करें, यदि:
- आप प्रेग्नेंट है या ब्रेस्ट फीडिंग करा रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रेग्नेंसी में डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए। ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाएं इसलिए इसका सेवन न करें क्योंकि ये दूध में मिलकर बच्चे तक पहुंच सकता है और उसके लिए ये हानिकारक साबित हो सकता है।
- आप अन्य दवाइयों का सेवन कर रहे हैं। इसमें वो दवाएं भी शामिल हैं जिन्हें आप बिना डॉक्टर से पूछे सीधे मेडिकल स्टोर से लेकर सेवन कर रहे हैं।
- अगर आपको किसी चीज से या हर्ब से एलर्जी है।
- आपको कोई बीमारी, विकार या कोई चिकित्सीय उपचार चल रहा है तो इसका सेवन न करें।
- अगर आपको किसी पदार्थ या दवाई से नुकसान है तो इसका सेवन बिना डॉक्टर के सुझाव के न करें।
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प न मानें। किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरुर लें। हर्बल सप्लिमेंट के उपयोग से जुड़े नियम, दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की जरुरत है। इस हर्बल सप्लिमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरुरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
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साइड इफेक्ट्स
टिन (Tin) से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
ये हर्बल काफी जहरीला होता है। इसका इस्तेमाल किसी डॉक्टर की देखरेख में ही करें। इससे आपको निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
- जी मिचलाना (Nausea)
- उल्टी (Vomitting)
- मांसपेशियों की ऐंठन (Muscle spasms)
- अधिक लार आना (Excessive saliva)
- श्वसन पक्षाघात (Respiratory paralysis)
- हाइपरवेंटिलेशन (Hyperventilation)
यदि आपको इस हर्ब को लेने के बाद उपरोक्त बताएं साइड इफेक्ट्स में से कुछ नजर आता है तो तुरंत अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें। आपातकाल की स्थिति में, अपने स्थानीय आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें या अपने निकटतम अस्पताल में जाएं।
हालांकि हर किसी को ये साइड इफेक्ट हो ऐसा जरुरी नहीं है, कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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डोसेज
टिन (Tin) को लेने की सही खुराक क्या है?
इसकी डोजेज को लेकर कोई वैज्ञानिक जानकारी नहीं है। इस हर्बल सप्लिमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग-अलग हो सकती है। इसकी खुराक– उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लिमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसकी अपनी उचित खुराक के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से बात करें। कभी भी खुद से इसकी खुराक निर्धारित करने की गलती न करें। आपके द्वारा की गई छोटी सी भूल स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक साबित हो सकती है।
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उपलब्ध
किन रूपों में उपलब्ध है टिन (Tin) ?
टिन निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:
- टिन युक्त टूथपेस्ट (Toothpaste)
- टिन पाउडर (Powder)
हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में इस हर्बल से जुड़ी ज्यादातर जानकारियां देने की कोशिश की है, जो आपके काफी काम आ सकती है। अगर आपको ऊपर बताई गई कोई सी भी शारीरिक समस्या है तो इस हर्ब का इस्तेमाल आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। बस इस बात का ध्यान रखें कि हर हर्ब सुरक्षित नहीं होती। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से कंसल्ट करें तभी इसका इस्तेमाल करें। टिन से जुड़ी यदि आप अन्य जानकारी कोई चाहते हैं तो आप अपना सावाल हमसे कमेंट कर पूछ सकते हैं।
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