कोरोना वायरस के सटीक इलाज को लेकर दुनियाभर के वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं। सभी इसकी दावा इजाद करने की कोशिश में जुटे हैं। लेकिन अभी तक किसी को इसमें सफलता नहीं मिली है। इस खतरनाक वायरस के चलते अभी तक दुनियाभर 40 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच सोशल मीडिया पर कई घरेलू उपाय भी वायरल हो रहे हैं, जो सिर्फ कोरोना वायरस से जुड़ी अवफाह हैं।
बीते दिनों हॉलीवुड अभिनेत्री डेब्रा मेसिंग ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया था कि अगर आप आसानी से अपनी सांस 10 सेकेंड नहीं रोक पाते तो हो सकता है कि आप कोरोना की चपेट में हों। सोशल मीडिया पर यह जानकारी मिनटों में वायरल हो गई थी, जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन को कहना पड़ा कि यह गलत है। जानते हैं कुछ ऐसे ही कोरोना वायरस अफवाह और उनकी सच्चाई…
यह भी पढ़ें: क्या हवा से भी फैल सकता है कोरोना वायरस, क्या कहता है WHO
कोरोना वायरस अफवाह और उनका सच
गर्म पानी से गरारे करना (Gargaling warm water):
सोशल मीडिया पर यह बात तेजी से वायरल हो रही है। लेकिन इस बात की कहीं पुष्टी नहीं हुई है कि गुनगुने पानी में नमक और सिरका मिलाकर गार्गल करने से कोरोना वायरस दूर हो जाता है। यह पोस्ट कई भाषाओं में वायरल हो रहा है। इसमें यह भी बताया गया है कि कोरोना वायरस फेफड़ों तक पहुंचने से पहले कुछ दिनों तक गले में रहता है और गार्गल करके आप इसे रोक सकते हैं। यह बात बिल्कुल सच नहीं है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, सॉल्ट वॉरट से गार्गल करने से गले की खराश दूर होती है, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ऐसा करने से कोरोना वायरस दूर हो जाएगा।
यह भी पढ़ें: सोशल डिस्टेंसिंग को नजरअंदाज करने से भुगतना पड़ेगा खतरनाक अंजाम
दिनभर पानी पिएं (Drinking water frequently)
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही कोरोना वायरस अफवाह में एक यह भी है कि हर 15 मिनट में पानी पीने से इस वायरस से बचा जा सकता है। इस दावे के मुताबिक यदि कोरोना वायरस सांस के साथ आपके मुंह में आया होगा तो पानी के साथ सीधे पेट में चला जाएगा जहां हाइड्रोक्लोरिक एसिड इसे नष्ट कर देगा। लेकिन यह श्वासनली में प्रवेश नहीं करता। यह फेफड़ों की ओर जाता है। हाइड्रेटेड रहना हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। सीडीसी के अनुसार, स्वस्थ लोग प्यास लगने पर पानी पीएं। लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि लगातार पानी पीने से वायरस फेफड़ों में प्रवेश करने से रोका जा सकता है।
गर्म हवा (Hot Air)
फेसबुक पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस गर्म तापमान में जीवित नहीं रहता है। इस वीडियो में एक औरत अपने मुंह पर हेयर ड्रायर का इस्तेमाल इसलिए कर रही है जिससे साइनस गर्म हो जाए और कोरोना वायरस गर्म तापमान से नष्ट हो जाए। कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया अफवाह में यह भी है कि हेंड ड्रायर का इस्तेमाल करने से कोरोना वायरस मर सकता है। इन बातों का कोई प्रमाण नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, वायरस को हाथ सुखाने वाले ड्रायर से नहीं मारा जाता है। यह वायरस गर्म तापमान और ठंड में जीवित रह सकता है।
यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस के 80 प्रतिशत मरीजों को पता भी नहीं चलता, वो कब संक्रमित हुए और कब ठीक हो गए
सूखी खांसी है और नाक नहीं बह रही तो इसका मतलब है कोरोना वायरस
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पोस्ट के अनुसार अगर आपकी नाक नहीं बह रही और आपको सूखी खांसी हो रही है तो इसका मतलब है कि आप कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। हालांकि, इस वायरस के लक्षण में आमतौर पर बुखार, थकान और सूखी खांसी हैं। लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोरोना वायरस के कुछ मरीजों को नाक बहना, शरीद में दर्द और डायरिया जैसे लक्षण भी देखने को मिले हैं। यहीं नहीं कुछ मरीज तो ऐसे भी निकले जिनमें कोई लक्षण ही नहीं थे।
[covid_19]
विटामिन्स का सेवन करें (Taking Vitamins)
सोशल मीडिया में हर तरफ कोरोना से बचने के लिए विटामिन सी लेने की सलाह दी जा रही है। इसके लिए लहसुन, काली मिर्च, मिंट, एल्डरबेरी लेने के लिए कहा जा रहा है। विटामिन-सी एंटीऑक्सीडेंट्स का मुख्य स्रोत है, जो हर तरह से स्वस्थ बनाए रखते हैं। लेकिन अत्यधिक मात्रा में इसे लेना नुकसानदायक हो सकता है। लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ऐसा करने से कोरोना वायरस दूर हो जाएगा।
एल्कोहॉल (Alcohol)
कोरोना वायरस अफवाह में एक यह भी है कि एल्कोहॉल को लेने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। इस पोस्ट में इस बात का दावा डब्ल्यूएचओ का नाम लेकर किया जा रहा है। जबकि डब्ल्यूएचओ ने अपने गाइडलाइंस में एल्कोहॉल का जिक्र तो किया है लेकिन कहीं पर यह नहीं लिखा कि शराब पीने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। इसमें लिखा है कि वायरस खत्म करने के लिए एल्कोहॉल युक्त हैंडवॉश का इस्तेमाल करें।
[mc4wp_form id=’183492″]
गर्मी आने पर कोरोना वायरस नष्ट हो जाएगा
सोशल मीडिया पर यह भी वायरल हो रहा है कि कोरोना वायरस गर्मी बर्दाश्त नहीं कर सकता। इसलिए भारत जैसे देश में गर्मी का मौसम आते ही यह वायरस खत्म हो जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कोरोना वायरस उन देशों में भी फैल रहा है जहां का मौसम गर्मी और उमस भरा है।
कोरोना वायरस की दवा बाजार में आ गई है
सोशल मीडिया में एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें बताया गया है कि कोरोना वायरस होम्योपैथिक दवा आर्सेनिक एलबम 30 से कंट्रोल किया जा सकता है। मैसेज में कहा गया है कि होम्योपैथिक इलाज आपको इस वायरस से काफी हद तक बचा सकता है। जबकि इस बात का भी कोई सबूत नहीं है कि इस दवा को लेने से कोरोना वायरस का इलाज किया जा सकता है।
यूपी में योगी सरकार ने कोरोना को लेकर गलत जानकारी फैलाकर समाज में डर का माहौल फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस प्रकोप के मद्देनजर इसकी रोकथाम संबंधी कदम उठाने के लिए संबंधित अधिकारियों को महामारी अधिनियम की धारा 3 के तहत शक्ति प्रदान की गई है। कोरोना वायरस को लेकर फैल रही गलत जानकारी के सतर्क रहें। किसी भी बात पर विश्वास करने से पहले डॉक्टर से बात करें।
और पढ़ें:
कोरोना वायरस कितनी देर रह सकता है सतह में, अगर जानते हैं तो खेलें क्विज
गर्मी का कोरोना वायरस से क्या है संबंध, अगर आप हैं अपडेट तो खेलें क्विज
कोरोना वायरस (कोविड-19) के बारे में क्या ये सबकुछ जानते हैं आप ? खेलें क्विज
कोरोना वायरस की सही जानकारी ही बचा सकती है इस संक्रमण से, जानिए