परिचय
कोन्डुरेंगो (Condurango) क्या है?
कोन्डुरेंगो का वैज्ञानिक नाम गोनोलॉबस कोन्डुरेंगो (Gonolobus Condurango) है। ये दक्षिणी अमेरिका में पाए जाने वाला थोड़ा ठोस पौधा है। यह एक औषधीय पौधा है, जिसे काटने पर दूध जैसा तरल निकलता है। इसे अन्य कई नामों से जाना जाता है, जैसे- कॉन्डॉरिवन, कॉन्डुरेंगो ब्लैंको, कॉन्डुरेंगो कॉर्टेक्स, इगल-वाइन बार्क, गोनॉलोबस कॉन्डुरेंगो, लेचरो, लिआन डू कॉन्डर, मार्सडेनिया रिचेनबासी, ट्यू-चिने आदि नामों से जाना जाता है।
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इसका इस्तेमाल डाइजेस्टिव डिसऑर्डर, एनोरेक्सिया, कैंसर, पेट का कैंसर, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिजीज, अल्सर, एनीमिया, बेरीबेरी, ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में किया जाता है। साथ ही इसका इस्तेमाल ऐप्टेटाइट को बढ़ाने में भी होता है। पारंपरिक औषधियों में कोन्डुरेंगो का इस्तेमाल त्वचा की कोशिकाओं और ऊत्तकों को सख्त (कॉन्ट्रैक्टशन) करने के लिए होता है। अरुचि और सिफैलिश जैसी बीमारियों के उपचार में कोन्डुरेंगो का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा ये हर्ब अपाचन और पेट के कैंसर के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
इसके छाल से दवाएं बनाई जाती है। इसके अलावा इससे निकलने वाले लैटेक्स को भी औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसका स्वाद कड़वा होता है।
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यह कैसे कार्य करता है?
यह औषधि कैसे कार्य करती है, इस संदर्भ में पर्याप्त शोध उपलब्ध नहीं हैं। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें। हालांकि, कुछ मौजूदा शोध बताते हैं कि कोन्डुरेंगो में एस्ट्रिंजेन्ट प्रॉपर्टीज (astringent) (त्वचा को सख्त बनाने वाली ताकत) होती हैं, जो इसके घाव भरने के प्रभावों में योगदान देती है।
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उपयोग
कोन्डुरेंगो (Condurango) का उपयोग किसलिए किया जाता है?
कोन्डुरेंगो का इस्तमेमाल कई तरह के रोगों में औषधि के रूप में किया जाता है :
- डाइजेस्टिव डिसऑर्डर (Digestive disorder)
- एनोरेक्सिया (Anorexia)
- कैंसर (Cancer)
- पेट का कैंसर (Stomach cancer)
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिजीज (Gastrointestinal disease)
- अपाचन (Indigestion)
- अल्सर (Ulcer)
- एनीमिया (Anemia)
- ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer)
- इसोफेजियल कैंसर (Esophageal Cancer)
- फिस्टुला (Fistula)
- सिरदर्द (Headache)
- इन्सोम्निया (Insomnia)
- लिम्फ सिस्टम डिसऑर्डर (Lymph system disorder)
- फेफड़े का कैंसर (Lung Cancer)
- मितली (Nausea)
- रयूमेटिजम (Rheumatism)
- सार्कोमा (Sarcoma)
- सेक्सुअल ट्रंसमिटेड डिजीज (Sexual transmitted disease)
- स्किन कैंसर (Skin Cancer)
- स्मॉल पॉक्स (Small pox)
- सांप के काटने पर (Snake bite)
- पेट दर्द (Stomach ache)
- सिफेलिस (Syphilis)
- यूटेराइन कैंसर (Uterine Cancer)
- उल्टी (Vomiting)
- घाव भरना (Healing Wound)
सावधानियां और चेतावनियां
कोन्डुरेंगो (Condurango) का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या जानना चाहिए?
कोन्डुरेंगो को ठंडे, सूखी जगह में रखें। इसे नमी और गर्मी से दूर रखें। अन्य दवाइयों के मुकाबले आयुर्वेदिक औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नहीं हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। कोन्डुरेंगो इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
कितना सुरक्षित है कोन्डुरेंगो (Condurango) का उपयोग?
गर्भवास्था और स्तनपान के दौरान कोन्डुरेंगो का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। साथ ही इसे बच्चों को नहीं दिया जाना चाहिए। हेपेटाइटिस, कोई गंभीर बीमारी या अतिसंवेदनशीलता जैसी समस्याओं से पीड़ित लोगों को मिल्कवीड फैमिली (जिन्हें काटने पर दूध जैसा तरल पदार्थ निकलता हो) की किसी भी औषधि का सेवन नहीं करना चाहिए। जिन लोगों को लैटेक्स से एलर्जी रहती है, उन लोगों तो इसके उपयोग से बचना चाहिए। क्योंकि इसका कुछ एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है। इसलिए इससे निर्मित औषधि के उपयोग से पहले इस बात को सुनिश्चित कर लें कि आपको लैटेक्स से एलर्जी तो नहीं है। इस बात की पुष्टि के लिए अपने डॉक्टर से मिलें और उनके दिए गए निर्देशों का पालन करें। इसे गर्भवती महिला और कुछ विशेष दवाओं का सेवन करने वालों को खाने से बचना चाहिए।
इसके अलावा, ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से आपको पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ लोगों को इससे एलर्जी भी हो सकती है। वहीं, गर्भवती महिलाओं द्वारा सेवन करने से भ्रूण को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए अगर आप इस का सेवन कर रहे हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट ले बात जरूर कर लें।
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साइड इफेक्ट्स
कोन्डुरेंगो (Condurango) से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
कोन्डुरेंगो से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं:
- दौरा पड़ना (छाल का ओवरडोज होने पर), लकवा
- उबकाई, उल्टी, अरुचि, हेपाटोटोक्सिसिटी (hepatotoxicity)
- हाइपरसेंसिविटी रिएक्शन (Hypersensitivity reactions)
- एलर्जिक रिएक्शन
हालांकि, हर व्यक्ति को यह साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। उपरोक्त दुष्प्रभाव के अलावा भी करया कोन्डुरेंगो के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
रिएक्शन
कोन्डुरेंगो (Condurango) से मुझे क्या रिएक्शन हो सकते हैं?
कोन्डुरेंगो मौजूदा दवाइयों के साथ रिएक्शन कर सकता है या दवा का कार्य करने का तरीका परिवर्तित हो सकता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से संपर्क करें।
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डोसेज
उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें।
कोन्डुरेंगो (Condurango) को लेने की सही खुराक क्या है?
कोन्डुरेंगो का डोज इसकी फॉर्म पर निर्भर करता है कि आप किस रूप में उसका सेवन कर रहे हैं:
- छाल (Bark): 2-4 g प्रतिदिन
- एक्स्ट्रैक्ट (Extract): 0.2-0.5 g प्रतिदिन
- फ्लूड एक्स्ट्रैक्ट (Fluid extract): 2-4 g प्रतिदिन
- इनफ्युजन (Infusion): 2 चम्मच छाल का पाउडर 250 ml उबले हुए पानी में, 15 मिनट तक इसे अच्छे से मिक्स हो जाने दें।
- घोल (Solution): 1-2 ml या 2 g प्रतिदिन
- वॉटर एक्स्ट्रैक्ट (Water extract): 0.2-0.5 g प्रतिदिन
हर मरीज के मामले में आयुर्वेदिक औषधियों का डोज अलग हो सकता है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नहीं होती हैं। कोन्डुरेंगो के उपयुक्त डोज के लिए अपने डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें। कभी भी इसकी खुराक खुद से तय करने की गलती न करें। आपके द्वारा की गई छोटी सी लापरवाही स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।
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उपलब्ध
कोन्डुरेंगो (Condurango) किस रूप में आता है?
कोन्डुरेंगो निम्नलिखित रूपों में आता है:
- छाल (Bark)
- फ्लूड एक्सट्रैक्ट (Fluid extract)
- छाल का पाउडर (Bark Powder)
- घोल (Solution)
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इस आर्टिकल में हमने आपको कोन्डुरेंगो से संबंधित जरूरी बातों को बताने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस जड़ी बूटी से जुड़े किसी अन्य सवाल का जवाब जानना है, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सपर्ट की मदद से देने की कोशिश करेंगे। अपना ध्यान रखिए और स्वस्थ रहिए।
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