के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
लौकी को भारत में हमेशा से सेहत का खजाना माना जाता है। देश के कई हिस्सों में इसे घिया भी कहा जाता है। इसमें काफी मात्रा में मिनरल और पानी होता है, जो कि शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है। लौकी को विटामिन सी, विटामिन के और कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत माना जाता है। जो कि बुरे कोलेस्ट्रोल को दूर रखकर दिल को स्वस्थ रखता है।
लौकी का बोटैनिकल नाम लेजीनेरिया सिसेरेरिया (Lagenaria sicerari) है, जो कि कुकुरबिटेसी (Cucurbitaceae) फैमिली से संबंध रखता है। इसमें पानी और विटामिन सी की उच्च मात्रा होने की वजह से यह त्वचा को साफ और दमकता हुआ रखता है। यह शरीर के तापमान को भी नियंत्रित रखता है, जिससे गर्मियों में हीट स्ट्रोक का खतरा भी कम होता है।
भारत में लौकी का जूस भी काफी इस्तेमाल किया जाता है। मधुमेह के रोगियों को डॉक्टर द्वारा लौकी का जूस पीने की नसीहत भी दी जाती है। क्योंकि यह ब्लड शुगर के स्तर और रक्त चाप को नियंत्रित रखने में मदद करती है। सुबह-सुबह लौकी का जूस पीना काफी लाभदायक माना जाता है।
लौकी का सेवन बुखार, खांसी, पेट के रोगों ,हृदय के विकार, गर्भाशय आदि से सम्बंधित रोगों से दूर रखने में भी सहायता करता है। मौसम में बदलाव के कारण उल्टी , दस्त, बुखार के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में नारियल पानी और इसका जूस मिलाकर पीते रहने पर पानी की कमी दूर हो जाती है।
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आमतौर पर भारतीय घरों में लौकी का इस्तेमाल सब्जी या सलाद में किया जाता है। लेकिन ज्यादातर लोग ये नहीं जानते हैं कि इसे कई अन्य तरीकों से भी खाया जा सकता है और साथ ही इसके स्वास्थ्य पर भी अनगिनत प्रभाव पड़ते हैं। जैसे की –
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लौकी का इस्तेमाल करने से पहले निम्नलिखित स्थितियों में अपने चिकित्सक या फार्मसिस्ट या हर्बलिस्ट से परामर्श करें:
जिन लोगों को जुकाम या नजले की समस्या हो, वे लोग इसका रस सर्दियों में न पिएं।
किसी भी हर्बल सप्लीमेंट के सेवन करने के नियम उतने ही सख्त होते हैं, जितने कि अंग्रेजी दवा के। सुरक्षा के लिहाज से अभी इसमें और अध्ययन की जरूरत है। हर्बल सप्लीमेंट के सेवन से होने वाले फायदे से पहले आपको इसके खतरों को समझ लेना चाहिए। ज्यादा जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट से बात कीजिये।
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जरूरी नहीं कि दिए गए साइड इफेक्ट का ही आपको सामना करना पड़े। ये दूसरे प्रकार के भी हो सकते हैं, जिन्हें यहां शामिल नहीं किया गया है। अगर आपको साइड इफेक्ट को लेकर कोई शंका है, तो अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से बात करें।
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लौकी की खुराक सबके लिए अलग-अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। लौकी का सेवन हमेशा सुरक्षित नहीं होता है। कृपया अपनी उचित खुराक के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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जरूत पड़ने पर न्यूट्रिशनिस्ट की लें सलाह
जैसा कि हमने जाना कि लौकी के काफी फायदे हैं वहीं इसका सेवन करना, या यूं कहें इसकी सब्जियां पौष्टिक होने के साथ स्वादिष्ट होती हैं। यही वजह भी है कि मौजूदा समय में लौकी के जूस का सेवन किया जाता है, कई कंपनियां है जो इसके जूस को मार्केट में बेचती है, वहीं घर पर तैयार कर इसके जूस का सेवन करना फायदेमंद होता है। आप चाहें तो न्यूट्रिशनिष्ट की सलाह लेकर इसका सेवन कर सकते हैं, वैसे इस सब्जी के कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।
डिस्क्लेमर
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