क्या आप श्योर हैं कि आप लॉग आउट करना चाहते हैं?
केसर काफी महंगी औषधी है। इसका इस्तेमाल दिल, रक्त, त्वचा आदि के लिए काफी फायदेमंद है। यह पकवानों और दवाइयों में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसका बोटेनिकल नाम क्रोकस सैटिवस (Crocus sativus) है, जो कि इरिडेसी (Iridaceae) फैमिली से आता है। केसर का रंग और खुशबू इसे अलग औषधी बनाता है।
केसर (Saffron) का उपयोग आमतौर पर निम्न उपचार के लिए किया जाता है:
और पढ़ें : Peppermint : पुदीना क्या है?
महिलाएं मासिक धर्म में ऐंठन प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) के लिए केसर (Saffron) का इस्तेमाल करती हैं। वहीं, पुरुषों की बात करें तो वह इसका उपयोग शीघ्रपतन और बांझपन को रोकने के लिए करते हैं।
केसर (Saffron) का उपयोग सेक्स में रुचि बढ़ाने (कामोत्तेजक के रूप में) और पसीना लाने के लिए भी किया जाता है।
कुछ लोग सीधे केसर को बालों की जड़ों पर लगाते हैं, ताकि गंजापन की समस्या से निपटा जा सके।
इसका इस्तेमाल और काफी बीमारियों को जड़ से खत्म करने के लिए किया जाता है, कृपया एक बार इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट की सलाह जरूर लें।
हर्बल सप्लीमेंट के उपयोग से जुड़े नियम, दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की जरुरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरुरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बलिस्ट या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प ना मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरुर लें।
हर्बल सप्लीमेंट के उपयोग से जुड़े नियम, दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की जरुरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरुरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बलिस्ट या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
और पढ़ें : Kidney Beans : राजमा क्या है?
बच्चों के लिए
यह किस तरह से बच्चों को प्रभावित कर सकता है, इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन इस पर शोध करने वाले शोधकर्ताओं का कहना है कि केसर से बच्चों को दूर रखना ही सही है।
गर्भावस्था और स्तनपान
शोधकर्ताओं का कहना है कि केसर हमारे शरीर में हीट पैदा करता है अगर गर्भावस्था के दौरान इसका इस्तेमाल किया जाता है तो यह गर्भाशय की दीवार को उत्तेजित कर सकता है, जिससे मिसकैरिज का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए इस नाजुक दौर में डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही केसर का इस्तेमाल करें।
और पढ़ें : Mace: जावित्री क्या है?
केसर से होने वाले कुछ संभावित दुष्प्रभावों में शामिल हैं:
अगर आप अधिक मात्रा में केसर का सेवन करते हैं तो
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प ना मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरुर लें।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, दवाइयों के साथ केसर का इस्तेमाल करने से यह नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसलिए दवाइयों के साथ केसर का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
बाईपोलर डिसऑर्डर :
शोध में यह बात सामने आई है कि केसर का सेवन करने से मूड स्विंग्स का खतरा बढ़ सकता है।
दिल से जुड़ी बीमारियां :
शोधकर्ताओं के मुताबिक, दिल की बीमारी में केसर का सेवन करने से आपको नुकसान हो सकता है।
लो ब्लड प्रेशरः
अगर आपको लो ब्लड प्रेशर की समस्या है तो केसर का इस्तेमाल करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह लीजिए। शोधकर्ताओं के मुताबिक, लो ब्लड प्रेशर के मरीज अगर केसर का इस्तेमाल करते हैं, तो उनका ब्लड प्रेशर और भी ज्यादा गिर सकता है। इसलिए इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
[mc4wp_form id=”183492″
और पढ़ें : Quinoa : किनोवा क्या है?
डिप्रेशनः
शोधकर्ताओं के मुताबिक, केसर मौजूद न्यूरोट्रांसमीटर डोपामाइन, सेरोटोनिन और नॉरपेनेफ्रिन दिमाग को प्रभावित करते हैं, जिससे आपका दिमाग हमेशा संतुलित रहता है। अगर आप रोजाना 30 मिलीग्राम केसर का इस्तेमाल रोजाना करते हैं तो आपको डिप्रेशन की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। आप चाहे तो दिन में दो बार 12 मिलीग्राम केसर का सेवन भी कर सकती हैं।
प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) के लिए:
महिलाओं को होने वाले प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम की समस्या के लिए दिन में दो बार 12मिलीग्राम केसर का सेवन किया जा सकता है।
मासिक धर्म की परेशानीः
शोधकर्ताओं के मुताबिक, केसर का सेवन करने से शरीर में खून का प्रवाह सही तरीके से बना रहता है, जिन महिलाओं को मासिक धर्म में किसी भी तरह की परेशानी होती है तो वह 500मिलीग्राम केसर के साथ अजवाइन के बीज और अनीस के अर्क को मासिक धर्म के दौरान तीन बार लिया जा सकता है।
अल्जाइमर रोग:
अल्जाइमर की बीमारी में केसर के एक विशिष्ट उत्पाद का इस्तेमाल 30 मिलीग्राम प्रतिदिन करना चाहिए।
इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। कृपया अपने उचित खुराक के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
वर्तमान में केसर कई तरह से बाजार में उपलब्ध है। मुख्य तौर पर केसर अर्क के तौर पर आता है। परन्तु आजकल बाजार में केसर की चाय, केसर का सिरप जैसी चीजें भी उपलब्ध हैं।
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प ना मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरुर लें।
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
Saffron- https://www.drugs.com/npp/saffron.html. – Accessed November 28, 2016
Saffron. – https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3731881/ – Accessed November 28, 2016
DEFINITION OF SAFFRON –https://www.medicalnewstoday.com/articles/327017 – Accessed 20/01/2020
Saffron – https://www.cancer.gov/publications/dictionaries/cancer-terms/def/indian-saffron Accessed 20/01/2020