टर्मिनलिया बेलिरिका
टर्मिनलिया बेलिरिका एक बड़ा पेड़ है, जो आमतौर पर दक्षिण पूर्व एशिया में उगता है। इसे आयुर्वेदिक चिकित्सा में “बिभीतकी” के रूप में जाना जाता है। इसका का उपयोग बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण जैसी सामान्य बीमारियों के इलाज में किया जाता है। इसमें मौजूद टैनिन, एलाजिक एसिड, गैलिक एसिड, लिग्नांस और फ्लेवोन के साथ-साथ कई अन्य शक्तिशाली पौधे यौगिक होते हैं।
टर्मिनलिया चेबुला (Terminalia chebula)
यह एक औषधीय पेड़ है, जो पूरे मध्य पूर्व, भारत, चीन और थाईलैंड में उगता है। इस पौधे को आयुर्वेद में “हरितकी” के रूप में जाना जाता है, जहां टर्मिनालिया चेबुला पेड़ के छोटे, हरे फल का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। यह त्रिफला के मुख्य घटकों में से एक है। इसे अक्सर “दवाओं का राजा” कहा जाता है। इसका उपयोग प्राचीन काल से ही दिल के रोग, पेट के रोग, अल्सर और अस्थमा की बीमारियों सहित कई स्थितियों के लिए एक उपाय के रूप में किया जाता रहा है। हरीतकी में टेरपेनस, पॉलीफेनोल्स, एंथोसायनिन और फ्लेवोनोइड जैसे फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जिनमें से सभी के शक्तिशाली स्वास्थ्य लाभ होते हैं।
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त्रिफला के फायदे जानिए यहां, कई हेल्थ बेनेफिट्स हैं (Know the benefits of Triphala here, there are many health benefits)
त्रिफला को कई सामान्य बीमारियों के इलाज और क्रॉनिक डिजीज को रोकने के तरीके के रूप में प्रचारित किया जाता है।
त्रिफला के फायदे : इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण हैं (It has anti-inflammatory properties)