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Stomach cancer radiation therapy: जानिए पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 23/06/2022

    Stomach cancer radiation therapy: जानिए पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी!

    पेट के कैंसर को मेडिकल टर्म में गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार भारतीय महिलाओं में गैस्ट्रिक कैंसर सांतवां सबसे कॉमन कैंसर है। हालांकि एडवांस होती मेडिकल टेक्नोलॉजी की सहायता से कैंसर को भी हराया जा सकता है। इसलिए आज इस आर्टिकल में पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी (Stomach cancer radiation therapy) से जुड़ी जानकारी आपके साथ शेयर करेंगे। 

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    नोट: गैस्ट्रिक कैंसर का इलाज रेडिएशन थेरिपी (Radiation therapy) के अलावा सर्जरी (Surgery), कीमोथेरिपी (Chemotherapy), टारगेटेड ड्रग थेरिपी (Targeted drug therapy), इम्यूनोथेरिपी (Immunotherapy) और हॉर्मोन थेरिपी (Hormone therapy) से भी किया जाता है, लेकिन यहां हम विशेष रूप से स्टमक कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी (Stomach cancer radiation therapy) के बारे में समझेंगे।   

    • पेट का कैंसर क्या है? 
    • पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी कैसे किया जाता है?
    • पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी कैंसर के किस स्टेज में दी जा सकती है?  
    • स्टमक कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी की डोज क्या है और इस दौरान कितना वक्त लगता है?
    • पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी के साइड इफेक्ट्स क्या हो सकते हैं?
    • स्टमक कैंसर रेडिएशन थेरिपी के बाद किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?   

    चलिए स्टमक कैंसर और स्टमक कैंसर रेडिएशन थेरिपी से जुड़े इन सवालों का जवाब जानते हैं। 

    पेट का कैंसर (Stomach Cancer) क्या है? 

    पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी (Stomach cancer radiation therapy)

    जो भी हम खाते या पीते हैं वह पेट में ही सबसे पहले स्टोर होता है और फिर खाने के कणों को कुछ देर बाद छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट कर डायजेस्ट होने लगता है। वहीं पेट का कैंसर पेट के मुख्य भाग से शुरू होता है और फिर इलाज अगर ना शुरू की जाए तो यह फूड पाइप तक फैल जाता है। पेट के कैंसर के इलाज के लिए कई अलग-अलग विकल्पों का सहारा लिया जाता है और आज पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी (Stomach cancer radiation therapy) के बारे में आगे समझेंगे।  

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    पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी कैसे किया जाता है? (Process of Radiation therapy for Stomach Cancer)

    पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी (Stomach cancer radiation therapy)

    पेट के कैंसर का इलाज अलग-अलग तरह से किया जाता है और पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी उन्हीं में से एक है। रेडिएशन थेरिपी भी अलग-अलग तरह की होती है, जो इस प्रकार हैं- 

    पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी अलग-अलग तरह के होते हैं जो इस प्रकार हैं-

    1. एक्स्टर्नल बीम रेडिएशन थेरिपी (External Beam Radiation Therapy [EBRT])
    2. इंटर्नल रेडिएशन थेरिपी (ब्रैकीथेरिपी) (Internal radiation therapy [Brachytherapy])

    चलिए अब इन दोनों थेरिपी के बारे में एक-एक कर समझते हैं।

    1. एक्स्टर्नल बीम रेडिएशन थेरिपी (External Beam Radiation Therapy [EBRT])

    एक्स्टर्नल बीम रेडिएशन थेरिपी (EBRT) सामान्य है और इस थेरिपी की मदद से शरीर के बाहरी हिस्से पर रेडिएशन दी जाती है, जिससे पेट के कैंसर का इलाज किया जाता है। अगर कैंसर ज्यादा बढ़ चुका है, तो ऐसी स्थिति में ब्रैकीथेरिपी (Brachytherapy) की भी मदद ली जा सकती है। एक्स्टर्नल बीम रेडिएशन (External Beam Radiation) अंतर्गत 3 अलग-अलग तरह की टेक्निक बताई गई है। हैकेंसैक मेरिडियन हेल्थ (Hackensack Meridian Health) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी (Radiation therapy for Colorectal cancer) के दौरान अगर एक्स्टर्नल बीम रेडिएशन (External Beam Radiation) थेरिपी की मदद ली जाती है। एक्स्टर्नल बीम रेडिएशन थेरिपी कुछ दिनों या कुछ हफ्ते के लिए प्रिस्क्राइब की जाती है और यह पेशेंट की कंडिशन पर भी निर्भर होता है।

    2. इंटर्नल रेडिएशन थेरिपी (ब्रैकीथेरिपी) (Internal radiation therapy [Brachytherapy])

    इंटर्नल रेडिएशन थेरिपी (Internal radiation therapy) को ब्रैकीथेरिपी (Brachytherapy) भी कहा जाता है। पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी (Radiation therapy for Colorectal cancer) के दौरान ब्रैकीथेरिपी (Brachytherapy) की मदद तब ली जा जाती है, दरअसल जब पेट के कैंसर सबसे एडवांस्ड स्टेज में पहुंच जाए तो।

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    पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी कैंसर के किस स्टेज में दी जा सकती है? (When Radiation therapy is required)

    पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी कैंसर के अर्ली स्टेज या फिर कैंसर के फैलने पर भी किया जा सकता है। वहीं कुछ केसेस में रेडिएशन थेरिपी (Radiation therapy) के साथ-साथ कीमोथेरिपी (Chemotherapy) भी दी जा सकती है। हालांकि थेरिपी का निर्णय ऑन्कोलॉजिस्ट कैंसर पेशेंट की हेल्थ कंडिशन (Health Condition) और बीमारी की गंभीरता को ध्यान में रखकर पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी दी जा सकती है।

    स्टमक कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी की डोज क्या है और इस दौरान कितना वक्त लगता है? (Dose and time for Stomach cancer radiation therapy)

    रेडिएशन थेरिपी एक्स-रे की तरह होता है। वहीं अमेरिकन कैंसर सोसाइटी (American Cancer Society) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार 5 से 6 सप्ताह तक दी जा सकती है। हालांकि थेरिपी 5 से 6 सप्ताह से कम या ज्यादा भी हो सकती, क्योंकि यह पेशेंट की कंडिशन पर निर्भर होता है। रेडिएशन थेरिपी के दौरान 15 मिनट का वक्त लगता है।

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    पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी के साइड इफेक्ट्स क्या हो सकते हैं? (Side effects of Stomach cancer radiation therapy)

    नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) एवं अमेरिकन कैंसर सोसायटी (American Cancer Society) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार स्टमक कैंसर रेडिएशन थेरिपी (Stomach cancer Radiation therapy) के बाद निम्नलिखित परेशानी देखी या महसूस की जा सकती है। जैसे:

    • त्वचा में खुजली होना। ऐसा उन हिस्सों में हो सकता है जहां रेडिएशन बीम दी गई हो। कुछ केसेस में स्किन रेड हो जाती है या ब्लिस्टर या स्किन निकलने लगती है।
    • सर्जरी से पहले अगर रेडिएशन थेरिपी दी गई है तो घाव भरने में वक्त लग सकता है।
    • उल्टी आने की समस्या हो सकती है।
    • रेक्टल से जुड़ी परेशानी महसूस होना और इसके कारण कुछ लोगों में डायरिया (Diarrhea), बाउल मूवमेंट (Bowel movement) में परेशानी या स्टूल से ब्लड आने की भी समस्या हो सकती है।
    • अत्यधिक थकान (Fatigue) महसूस होना

    रेडिएशन थेरिपी के बाद ऊपर बताई गई परेशानी हो सकती है। इसलिए आइए स्थिति होने पर रेडिएशन एक्सपर्ट एवं ऑन्कोलॉजिस्ट को इसकी जानकारी जरूर दें।

    हैकेंसैक मेरिडियन हेल्थ (Hackensack Meridian Health) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार इन साइड इफेक्ट्स को मेडिकेशन से कम करने में मदद मिल सकती है।

    नोट: स्टमक कैंसर रेडिएशन थेरिपी (Stomach cancer Radiation therapy) की वजह से अगर आपको कोई साइड इफेक्ट्स नजर आये या पेशेंट महसूस करते हैं, तो अपनी मर्जी से किसी भी दवाओं का सेवन ना करें। साइड इफेक्ट्स के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें और उनके द्वारा प्रिस्क्राइब की गई दवा और सलाह का ही पालन करें।

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    स्टमक कैंसर रेडिएशन थेरिपी के बाद किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? (Tips to follow after Stomach cancer radiation therapy)

    रेडिएशन थेरिपी के बाद निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना अत्यधिक जरूरी है। जैसे:

    • रेडिएशन थेरिपी के बाद आराम करें।
    • पेशेंट के केयर टेकर को पेशेंट के हाइजीन का ध्यान रखते हुए उनके आसपास की जगहों में भी साफ सफाई का ध्यान रखें
    • पानी का सेवन करें। अगर पेशेंट कम पानी पिएंगे, तो डिहाइड्रेशन (Dehydration) का खतरा बढ़ सकता है।

    नोट: रेडिएशन थेरिपी के बाद डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह का ध्यान पूर्वक पालन करें। ऐसा करने से बीमारी से लड़ना और उसे हराना ज्यादा आसान हो जाता है। अगर रेडिएशन थेरिपी के बाद पेशेंट को कोई परेशानी महसूस होती है, तो इसकी जानकारी डॉक्टर की जरूर दें।

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    अगर आप पेट के कैंसर (Stomach cancer) या पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी (Stomach cancer radiation therapy) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। हालांकि अगर आप पेट के कैंसर से पीड़ित है, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन करें, क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन (Health Condition) को ध्यान में रखकर इलाज शुरू करेंगे और पेट के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरिपी पर विचार करेंगे।

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