परिचय
स्ट्रॉबेरी (Strawberry) क्या है?
स्ट्रॉबेरी फ्रागर्या (Fragaria) जाति का एक पौधा है। इसके फल और पत्तियों का प्रयोग दवा बनाने के लिए किया जाता है। स्वाद में इसका फल हल्का खट्टा और हल्का मीठा होता है। मिनिरल्स से भरपूर स्ट्रॉबेरी, प्रोटीन, नियासिन और खनिजों का एक अच्छा प्राकृतिक स्त्रोत है। वैसे ये गुलाब की फैमली से आता है।
स्ट्रॉबेरी (Strawberry) का उपयोग किस लिए किया जाता है?
निम्नलिखित तरह से इसका उपयोग किया जाता है। जैसे-
कैंसर से करें बचाव:
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के शोध के अनुसार, स्ट्रॉबेरी में कैंसर प्रिवेंटिव और कैंसर थेराप्यूटिक गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर के उपचार के लिए बेहद प्रभावी है। दरअसल स्ट्रॉबेरी में मौजूद प्रिवेंटिव गुण कैंसरस सेल को रोकने में सहायक है।
हृदय को रखें स्वस्थ:
स्ट्रॉबेरी में पॉलीफेनॉल्स होते हैं, जो ह्रदय संबंधित परेशानियों से निजात दिलाने में मददगार है। इसमें पॉलीफेनॉल्स के अलावा एंटीऑक्सिडेंट की मौजूदगी भी हार्ट हेल्थ के लिए लाभकारी माना जाता है।
हड्डियों को बनाए मजबूत:
बढ़ती उम्र में हड्डियां कमजोर होती जाती है। स्ट्रॉबेरी में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है। रिसर्च के अनुसार स्ट्रॉबेरी के सेवन से बॉन को स्ट्रॉन्ग बनाने का बेस्ट ऑप्शन माना जाता है।
वजन रहता है कंट्रोल:
स्ट्रॉबेरी लो कैलोरी फ्रूट्स की लिस्ट में शामिल है, जो वेट कंट्रोल करने में आपकी सहायता करता है। रिसर्च के अनुसार एक कप स्ट्रॉबेरी में सिर्फ 50 कैलोरी ही होती है। स्ट्रॉबेरी फाइबर रिच फ्रूट्स होने की वजह इसके सेवन से बार-बार भूख भी नहीं लगती है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार स्ट्रॉबेरी को डायट में शामिल करने से वजन संतुलित रखने में कम करने में मदद मिल सकती है।
हाय ब्लड प्रेशर होता है कंट्रोल:
अगर आपको हाय ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है, तो आपके लिए स्ट्रॉबेरी बेस्ट फ्रूट्स है। दरअसल स्ट्रॉबेरी पोटैशियम रिच फ्रूट्स होता है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में आपकी सहायता करता है। स्ट्रॉबेरी में एक और खासियत होती है और वो ये है कि इसमने घुलनशील फाइबर मौजूद होता है, बैड कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में कारगर माना जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है।
इम्यून पवार होता है स्ट्रॉन्ग:
इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार होता या इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग रखने में मदद करता है। रिसर्च के अनुसार स्ट्रॉबेरी में विटामिन-सी की मौजूदगी आपकी इम्यून पावर को स्ट्रॉन्ग करने में सहायक होता है, जिससे किसी भी बीमारी से लड़ना आसान हो जाता है।
कब्ज की तकलीफ होती है दूर:
अगर आपको कॉन्स्टिपेशन की समस्या रहती है, तो स्ट्रॉबेरी का सेवन आपके लिए लाभकारी हो सकता है। रिसर्च के अनुसार इसमें मौजूद फाइबर कब्ज से राहत दिलाने में आपकी सहयता करता है।
ब्लड शुगर लेवल रहता है कंट्रोल:
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार स्ट्रॉबेरी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स लेवल कम होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। रिसर्च में यह भी बताया गया है कि डायबिटीज टाइप-2 के मरीजों को भी इसका फायदा मिलता है। लेकिन ध्यान रखें कि स्ट्रॉबेरी जूस का सेवन न करें, क्यों कि इसके सेवन से आपको नुकसान पहुंच सकता है। बाजार में स्ट्रॉबेरी पाउडर भी उपलब्ध होता है, जिसका सेवन किया जा सकता है।
त्वचा पर आती है निखार:
स्किन को ग्लोइंग बनाने के लिए अगर आपने कई विकल्प अपना लिए हैं और कोई फायदा नहीं मिला है, तो एक और विकल्प अपनाएं। नियमित रूप से संतुलित मात्रा में स्ट्रॉबेरी के सेवन से त्वचा पर अच्छी निखार आती है। अगर आपकी स्किन गोरी है या डस्की, तो भी त्वचा हेल्दी नजर आएगी। यही नहीं स्ट्रॉबेरी के सेवन से सूर्य से निकलने वाली हानिकारक किरणों से भी बचा जा सकता है। स्ट्रॉबेरी का इस्तेमाल कई तरह के कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में भी किया जाता है। बढ़ती उम्र की वजह से चेहरे पर पड़ने वाली झुर्रियां या रेखाओं को भी दूर करने में स्ट्रॉबेरी सहायक है।
बालों को बनायें हेल्दी:
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार बालों के लिए स्ट्रॉबेरी बेहद लाभकारी माना जाता है। अगर आपको बाल झड़ने या कोई अन्य परेशानी है, तो स्ट्रॉबेरी आपके लिए रामबाण से कम नहीं है। आप स्ट्रॉबेरी का पेस्ट तैयार कर लें और इसमें कोकोनट ऑयल या ऑलिव ऑयल मिलाकर बालों पर लगाएं और हल्के हाथों से सिर की मसाज करें। आधे घंटे बाद आप हेयर वॉश कर लें। बाल झड़ने की परेशानी दूर होने के साथ-साथ बालों में नई चमक भी आ जाएगी।
गर्भवती महिलाओं के लिए भी है लाभकारी:
प्रेग्नेंसी के दौरान डायट का विशेष ख्याल रखा जाता है, क्योंकि इस दौरान न्यूट्रिशन की आवश्यकता ज्यादा होती है। रिसर्च के अनुसार स्ट्रॉबेरी में फोलेट की मौजूदगी गर्भवती महिला के लिए विशेष लाभकारी होती है। यही नहीं इससे गर्भ में पल रहे शिशु को भी लाभ मिलता है, जो शिशु के विकास में सहायक होता है।
पुरूषों के लिए भी है लाभकारी:
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के रिसर्च अनुसार स्ट्रॉबेरी के सेवन से पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या दूर होती है।
इन बीमारियों में भी करता है मदद:
- मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है स्ट्रॉबेरी
- कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है
- शरीर में होने वाले सूजन को कम करने में सहायक है
- डायरिया की समस्या ठीक हो सकती है
- लिवर की बीमारी में है फायदेमंद
- पीलिया या जॉन्डिस के मरीजों को मिलता है लाभ
- रेस्पिरेट्री ट्रैक्ट में दर्द और सूजन में हो सकती है कमी
- गाउट की समस्या को ठीक करने में है सहायक
- गठिया की बीमारी ठीक रह सकती है
- नर्वस टेंशन
- वाटर रिटेंशन (एडेमा)
- किडनी स्टोन
- बार-बार बुखार आने की परेशानी हो सकती है ठीक
- रात को पसीना आना
- एनेमिया (खून की कमी)
- रैशेज की समस्या से मिल सकता है छुटकारा
इसका उपयोग खून को साफ करने, मेटाबॉलिज्म को स्टिम्यूलेट करने, पीरियड्स को रोकने और नेचुरल तरीके से वजन घटाने के लिए भी किया जाता है।
कैसे काम करता है स्ट्रॉबेरी (Strawberry)?
इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन-सी, विटामिन-ए और विटामिन-के पाया जाता है। इसके अलावा, ये फॉलिक एसिड, फॉस्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम और डायट्री फाइबर्स से भी भरा होता है। खास बात ये है कि इसमें सोडियम, कोलेस्ट्रॉल और फैट न के बराबर होता है।
स्ट्रॉबेरी में एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है, जो कैंसर की कोशिकाओं को पनपने से रोकता है। इसके अलावा, एक अध्ययन में सामने आया है कि अल्जाइमर रोग के इलाज के लिए भी ये प्रभावकारी है।
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उपयोग
कितना सुरक्षित है स्ट्रॉबेरी (Strawberry) का उपयोग ?
अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट या हर्बलिस्ट से परामर्श करें, यदि:
- आप प्रेग्नेंट हैं या ब्रेस्ट फीडिंग करा रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान गर्भवती मां की इम्यूनिटी काफी कमजोर होती है, ऐसे में किसी भी तरह की दवाई लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
- आप पहले से ही दूसरी दवाइयां ले रहे हैं।
- आपको स्ट्रॉबेरी या दूसरी दवाओं या फिर हर्ब्स से एलर्जी है।
- आपको कोई दूसरी तरह की बीमारी, डिसऑर्डर, या मेडिकल कंडीशन है।
- आपको किसी तरह की एलर्जी है, जैसे किसी खास तरह के खाने से, डाय से, प्रिजर्वेटिव या फिर जानवर से।
- जो लोग हेमोक्रोमैटोसिस (शरीर में ज्यादा आयरन का जमा होना) से जूझ रहे उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए। इससे उनकी स्थिति और बिगड़ सकती है ।
- स्ट्रॉबेरी का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। ब्लीडिंग डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों में ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है।
- इसकी ज्यादा मात्रा, खून जमने के प्रोसेस को धीमा कर सकता है। सर्जरी के दौरान या बाद में ब्लीडिंग की संभावना को बढ़ा सकती है। इसलिए सर्जरी से कम से कम दो सप्ताह पहले स्ट्रॉबेरी को इस्तेमाल करना बंद कर दें।
दवाइयों की तुलना में हर्ब्स लेने के लिए नियम ज्यादा सख्त नहीं हैं। बहरहाल स्ट्रॉबेरी कितना सुरक्षित है इस बात की जानकारी के लिए अभी और भी रिसर्च की जरूरत है। इस हर्ब को इस्तेमाल करने से पहले इसके रिस्क और फायदे को अच्छी तरह से समझ लें। हो सके तो अपने हर्बल स्पेशलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसे यूज करें।
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साइड इफेक्ट्स
स्ट्रॉबेरी (Strawberry) से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
इसके निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। जैसे-
- ज्यादा स्ट्रॉबेरी खाने से मुंह में जलन की शिकायत हो सकती है, जो जीभ पर सफेद धब्बे के रूप में दिखेगी। इससे थोड़ा दर्द का एहसास भी हो सकता है।
- स्ट्रॉबेरी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इसलिए इसके अत्यधिक सेवन से डायरिया, पेट में ऐंठन और एसिडिटी की शिकायत हो सकती है।
- स्ट्रॉबेरी में मौजूद विटामिन-सी को अत्यधिक मात्रा में लेने से पेट में मरोड़ उठ सकती है।
- स्ट्रॉबेरी के ज्यादा सेवन से आपके शरीर में पोटैशियम की मात्रा बढ़ सकती है। पोटैशियम ज्यादा होने पर दिल से संबंधित परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
जरूरी नहीं कि हर कोई इन साइड इफेक्ट्स को महसूस करें। ऊपर बताए गए लिस्ट में हो सकता है कुछ साइड इफेक्ट्स शामिल नहीं भी हो सकते हैं। यदि आपको साइड इफेक्ट्स को लेकर थोड़ी भी चिंता है, तो बेहतर होगा अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
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डोजेज
स्ट्रॉबेरी (Strawberry) को लेने की सही खुराक क्या है?
हेल्थ एक्सपर्ट और रिसर्च के अनुसार निम्नलिखित खुराक ली जा सकती है। जैसे-
- फ्रेश स्ट्रॉबेरी को एक महीने तक दिन में 250 से 500 ग्राम लिया जा सकता है।
- स्ट्रॉबेरी पाउडर को छह महीने तक 10 से 60 ग्राम रोजाना लिया जा सकता है।
इस हर्बल सप्लिमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई दूसरे शारीरिक स्थिति पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लिमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। कृपया अपने उचित खुराक के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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उपलब्ध
किन रूपों में उपलब्ध है?
निम्नलिखित तरह से इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। जैसे-
- ताजा फल
- डायेट्री सप्लिमेंट : व्हे प्रोटीन पाउडर, शुगर फ्री स्ट्रॉबेरी टैबलेट, क्रीम।
अगर आप स्ट्रॉबेरी (Strawberry) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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