परिचय
थाइम (Thyme) क्या है?
थाइम (Thyme) एक जड़ी बूटी है जिसके फूल, पत्ते और तेल का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। थाइम का उपयोग कभी-कभी अन्य जड़ी-बूटियों के साथ किया जाता है। इसकी खुशबू बहुत तेज होती है। ये एक बारहमासी सदाबहार जड़ी बूटी है। यह थाइमस नामक नामक पौधे के वर्ग का प्रजाति होता है। ताजे और सूखे दोनों ही रूपों में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
थाइम (Thyme) का उपयोग किस लिए किया जाता है?
थाइमा का उपयोग खाना बनाने से लेकर दवाओं और घर को सजाने के लिए भी किया जाता है। इसका तेल बहुत ही लाभदायक होता है।
ब्लड प्रेशर को करे कम (Lower blood pressure)
बेलग्रेड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने चूहों पर किए शोध में पाया कि थाइम को देने से उनका ब्लड प्रेशर कम हो गया। दरअसल, हाइपरटेंशन में चूहे बिल्कुल इंसानों जैसे रिसपॉन्ड करते हैं।
कैंसर से बचाव (Prevent cancer)
कई शोधों के अनुसार, थाइम में कई ऐसे गुण होते हैं जो कोलोन और ब्रेस्ट कैंसर से सुरक्षा कवच प्रदान करते हैं।
कफ को करे दूर (Relieves from cold and cough)
थाइम की पत्तियों से निकाला गया ऑयल कफ को दूर करता है। एक स्टडी में पाया गया थाइम और आइवी पत्तियों को देने से कफ ठीक होता है।
स्किन संबंधित परेशानियों को करे दूर (Relieves skin related problems)
थाइम में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं जो स्किन संबंधित परेशानियों को दूर करते हैं। थाइम ऑयल का प्रयोग एक्जिमा के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
नींद से जुड़ी परेशानियां दूर करे (Sleep related problems)
यूरोपीय मध्य युग में लोग इसका इस्तेमाल अनिद्रा जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए करते थे। थाइम की महक से नींद की गुणवत्ता में सुधार आता है।
खाना बनाने के लिए (Use for cooking)
आमतौर पर खाने के तौर पर इसकी पत्तियों का उपयोग विभिन्न व्यंजनों में किया जाता है। इसकी हरी या सूखी पत्तियों दोनों का ही इस्तेमाल किया जा सकता है। विभिन्न तरह के सूप, सॉस और मांस के खाद्य पदार्थों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसकी पत्तियों का इस्तेमाल धनिये की पत्ती की तरह गार्निश के रूप में भी किया जाता है। इसकी पत्तियों से चाय भी बनाई जाती है और कई बीमारियों से बचाव करने के लिए इसका काढ़ा भी बनाया जा सकता है।
दिल की रक्षा करे (Protects heart)
थाइम में एंटीऑक्सिडेंट्स, खनिजों और विटामिन के गुण के साथ-साथ पोटेशियम और मैंगनीज की भी उचित मात्रा पाई जाती है, जो दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए बहुत ही अच्छा होता है। पोटेशियम एक वासोडिलेटर है, जो खून की नसों को आराम दिलाने और ब्लड प्रेशर को कम करके कार्डियोवैस्कुलर प्रणाली पर तनाव को कम करने में मदद करता है। यह एथेरोस्क्लेरोसिस को रोकने और ब्रेन स्ट्रोक, दिल के दौरे और कोरोनरी हृदय रोगों से भी रक्षा करने में मददगार होता है।
इन परेशानियों में भी मददगार:
- ब्रॉनकाइटिस, खांसी, गले में खराश, पेट का दर्द, गठिया, पेट की खराबी, दस्त, बेडवेटिंग, बच्चों में मूवमेंट डिसऑर्डर, आंतों की गैस (पेट फूलना), पैरासिटिक वर्म इंफेक्शन, और स्किन डिसऑर्डर आदि बीमारियों में थाइम का उपयोग बेहद लाभकारी होता है। इसका इस्तेमाल यूरिन को कीटाणुरहित व इसके फ्लो को बढ़ाने के लिए और भूख बढ़ाने के लिए किया जाता है।
- गले में खराश या आवाज बैठ जाने पर, स्वोलेन टॉन्सिल्स, बदबूदार सांस के लिए थाइम का इस्तेमाल फायदेमंद होता है।
- थाइम ऑयल का उपयोग माउथवॉश और लिनीमेन्ट में कीटाणुओं को मारने के लिए, गंजापन को दूर करने के लिए और कान के बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन से लड़ने के लिए भी किया जाता है।
- थाइम में मौजूद रसायनों में से थाइमोल क्लोरहेक्सिडाइन के साथ मिलाकर, डेंटल वार्निश के तौर पर दातों के सड़न को रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
कैसे काम करता है थाइम?
थाइम कैसे काम करता है, इसके बारे में ज्यादा स्टडीज नहीं हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से डिस्कस करें। हालांकि, थाइम में ऐसे रसायन होते हैं जो बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन और मामूली जलन में मदद कर सकते हैं। यह स्मूथ मांसपेशियों की ऐंठन को भी दूर कर सकता है, जैसे कि खांसी।
उपयोग
कितना सुरक्षित है थाइम (Thyme) का उपयोग ?
अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट या हर्बलिस्ट से परामर्श करें, यदि:
- आप प्रेग्नेंट हैं या ब्रेस्ट फीडिंग करा रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान गर्भवती मां की इम्यूनिटी काफी कमजोर होती है, ऐसे में किसी भी तरह की दवाई लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
- आप पहले से ही दूसरी दवाइयां ले रहे हैं या बिना डॉक्टर के प्रिसक्रीप्शन वाली के दवाइयां ले रही हों।
- आपको थाइम या दूसरी दवाओं या फिर हर्ब्स से एलर्जी है।
- आपको कोई दूसरी तरह की बीमारी, डिसऑर्डर, या मेडिकल कंडीशन है।
- आपको किसी तरह की एलर्जी है , जैसे किसी खास तरह के खाने से, डाय से , प्रिजर्वेटिव या फिर जानवर से।
- जिन लोगों को ओरिगेनो से एलर्जी है, उन्हें भी थाइम से एलर्जी हो सकती है।
- थाइम ब्लड क्लॉटिंग को धीमा कर सकता है, चिंता यह है कि सर्जरी के दौरान और बाद में एक्स्ट्रा ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए सर्जरी की निर्धारित तिथि से 2 सप्ताह पहले टाइम का इस्तेमाल करना बंद कर दें।
दवाइयों की तुलना में हर्ब्स लेने के लिए नियम ज्यादा सख्त नहीं हैं। बहरहाल यह कितना सुरक्षित है इस बात की जानकारी के लिए अभी और भी रिसर्च की जरूरत है। इस हर्ब को इस्तेमाल करने से पहले इसके रिस्क और फायदे को अच्छी तरह से समझ लें। हो सके तो अपने हर्बल स्पेशलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसे यूज करें।
साइड इफेक्ट्स
थाइम (Thyme) से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
सामान्य मात्रा में थाइम का सेवन सुरक्षित है। थोड़े समय के लिए दवा के रूप में इसे लेने से संभवतः कोई हानि नहीं है। यह डाइजेस्टिव सिस्टम को डिस्टर्ब भी कर सकता है। आमतौर पर थाइम का तेल त्वचा के लिए सुरक्षित होता है लेकिन कुछ लोगों में, ये तेल त्वचा पर जलन कर सकता है। हांलांकि थाइम का तेल औषधीय खुराक के रूप में लेना सुरक्षित है या नहीं? इस बात की ज्यादा जानकारी नहीं है।
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डोसेज
थाइम (Thyme) को लेने की सही खुराक क्या है?
थाइम आपके मेडिकल कंडीशनस और चल रही दवाओं को प्रभावित कर सकता है। इसलिए इसके सवाल से पहले अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
यहां दी हुई जानकारियों का इस्तेमाल डॉक्टरी सलाह के विकल्प के रूप में ना करें। डॉक्टर या हर्बलिस्ट की राय के बिना इस दवा का इस्तेमाल नहीं करें।
उपलब्ध
किन रूपों में उपलब्ध है थाइम (Thyme)?
थाइम निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:
- फ्रेश थाइम (Fresh Thyme)
- थाइम लीफ के कैप्सूल (Thyme leaf capsule)
- थाइम लिक्विड एक्सट्रेक्ट (Thyme liquid extract)
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