शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्राचीन काल में अत्यंत साधन मौजूद नहीं थे। शिक्षा के लिए गरूकुल ही स्कूल हुआ करते थे, जहा सिर्फ बोलने और सुनने के आधार पर ज्ञान का आदान- प्रदान किया जाता था, इसके पश्चात इसमें धीरे- धीरे सुधार हुआ और पेड़ के पत्तो और छालों पर लिखा जाने लगा इसके बाद लकड़ी पर लिखने का समय आया इसमें चाक की सहायता से लकड़ी पर लिखा जाता था लकड़ी के बाद कागज और पेन की सहायता से लिखा जाने लगा जाने लगा वर्तमान समय इंटरनेट का समय है, जिसमें ई-बुक्स (E-Books) के माध्यम से चीजों को लिखा और पढ़ा जा रहा है एक सबसे अहम बात यह निकलकर आ रही है कि दुनिया में फैली कोरोना वायरस महामारी की वजह से सभी शैक्षिक संस्थान बंद हैं जिसके चलते ई-बुक्स (E-Books) का चलन तेजी से चल पड़ा है। सभी स्कूल ऑन-लाइन शिक्षा प्रदान कर रहे हैं जहां ई-बुक्स (E-Books) का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे में हैलो हेल्थ के खास आर्टिकल में जानेंगे ई-बुक्स (E-Books) क्या है और इसके फायदे-नुकसान?