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मल्टीपल पर्सनालिटी डिसऑर्डर का इलाज क्या है?
मल्टीपल पर्सनालिटी डिसऑर्डर का उपचार आमतौर पर मनोचिकित्सक द्वारा किया जाता है। मनोचिकित्सक ‘टॉकिंग थेरपी’ की मदद से इस समस्या की जड़ को खोजते हैं और उसका निवारण करते हैं। इस सेशन में रोगी को मुख्यतः निम्नलिखित बिंदुओं पर जागरूक किया जा सकता है, जिसमें शामिल हो सकते हैंः
- रोगी को उसकी स्थिति के बारे में बताया जाता है
- मानसिक रूप से अलग-अलग भावनाओं को सहने की शक्ति बढ़ाई जाती है
- इम्पल्सिव नेचर को नियंत्रित करने पर काम करते हैं
- भविष्य में दोबारा से डिटैच्मेंट की भावना ना आये
- टाइम और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर जोर
- रिश्तों में सुधार की सीख
ऐसे ही कई और बिंदु हैं जिन पर मनोचिकित्सक रोगी का मार्गदर्शन करते हैं। इस प्रकार की चिकित्सा शैली से रोगी का आत्मबल और विश्वास बढ़ता है और वह मानसिक रूप से और भी दृढ़निश्चय होता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या मल्टीपल पर्सनालिटी डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्ति जान के लिए जोखिम बन सकते हैं?
मल्टीपल पर्सनालिटी डिसऑर्डर होने पर एक ही व्यक्ति कई अलग-अलग व्यक्तित्व को जीना शुरू कर सकता है। ऐसे व्यक्तियों का व्यवहार भी हर दूसरे व्यक्ति के साथ अलग-अलग हो सकता है। जहां ये कुछ व्यक्ति के लिए काफी संवेदनशील और भावुक महसूस कर सकते हैं, वहीं कुछ लोगों के लिए ये अज्ञात कारणों से घृणा और नकारात्मक विचारों को भी महसूस कर सकते हैं। इसकी समस्या गंभीर होने पर ये अज्ञात कारणों से सामने वाले व्यक्ति या वस्तु को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।
क्या डिप्रेशन मल्टीपल पर्सनालिटी डिसऑर्डर का कारण बन सकता है?
वैज्ञानिकों के अनुसार, इसकी पूरी संभावना है कि डिप्रेशन की स्थिति भी मल्टीपल पर्सनालिटी डिसऑर्डर का कारण बन सकता है। हालांकि, अभी तक के मामलों में इसका सबसे बड़ा कारण किसी तरह का शारीरिक या मानसिक शोषण को ही देखा गया है। इसके अलावा, वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि मल्टीपल पर्सनालिटी डिसऑर्डर के लिए व्यक्ति डिप्रेशन भी महसूस कर सकता है। खासकर तब जब उसे अपनी इस स्थिति के बारे में जानकारी हो जाए। हालांकि, डिप्रेशन के लक्षण व्यक्ति के सिर्फ एक ही व्यवहार में देखे जा सकते हैं या सभी तरह के व्यक्तित्व में देखे जा सकते हैं, इसके बारे में अभी भी उचित शोध करने की आवश्यकता हो सकती है।