मूल बातें जानिए
टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) किस के लिए प्रयोग किया जाता है?
टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) का इस्तेमाल पुरुषों और लड़कों में हार्मोन की कमी के कारण पैदा हुई समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है, जैसे यौवन में देरी, नपुंसकता या अन्य हार्मोनल डिसबैलेंस। इस दवा का इस्तेमाल महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) के इलाज के लिए भी किया जाता है जो आगे बढ़ते हुए शरीर के अन्य भागों में फैल जाता है ।
मुझे टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) कैसे लेना चाहिए?
ये दवा इंजेक्शन या आपके डॉक्टर की मदद से स्किन की भीतरी सूजन में इम्प्लांट किया जाता है ।
और पढ़ें : Creatinine Clearance: क्रिएटिनिन क्लीयरेंस क्या है?
मैं टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) को कैसे स्टोर करूं?
रेफ्रिजरेटर में टेस्टोस्टेरोन सबसे अच्छे तरीके से स्टोर रहता है । दवा को खराब या क्षति होने से बचाने के लिए उसे ठंडा या जमाइए मत । टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) के अलग-अलग ब्रांड हो सकते हैं, जिनको अलग तरीके और तापमान में स्टोर करने की जरूरत हो सकती है । स्टोर करने से पहले प्रोडक्ट पैकेज पे दिए दिशानिर्देशों की बारीकी से जांच करे या मेडिकल वाले से जानकारी ले । सुरक्षा के दृष्टि से बच्चों और पालतू जानवरों को दवा से दूर रखे ।
जबतक कि ऐसा करने को ना कहा गया हो, टेस्टोस्टेरोन को लैट्रिन बाथरूम में फ्लश ना करे और ना ही नाली में बहाए, । एक्सपायरी डेट बीत जाने या दवा का प्रयोग ना करने की स्थिति में आपको दवा को सही तरीके से डंप करना चाहिए । सुरक्षित ढंग से दवा को डंप करने के लिए अपने मेडिकोज से परामर्श करें।
और पढ़ें : Cytomegalovirus Test : साइटोमेगालोवायरस टेस्ट क्या है?
सावधानियों और चेतावनियों को जानें
टेस्टोस्टेरोन का उपयोग करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए? (Use of Testosterone)
एलर्जी है तो टेस्टोस्टेरोन नहीं लेना चाहिए या फिर आपको ये :
- प्रोस्टेट कैंसर (Prostate cancer)
- मेल ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer)
- दिल की सीरियस कंडिसन
- सीरियस लिवर (Liver) की बीमारी
- सीरियस किडनी (Kidney) की बीमारी
- आप गर्भवती हैं या हो सकती हैं
नीचे बताए गए लक्षण या सिम्टम्स दिखाई दे तो अपने डॉक्टर तुरंत बात करे कि क्या आपके लिए टेस्टोस्टेरोन लेना सेफ है:
- डायबिटीज (Diabetes)
- बढ़ा हुआ प्रोस्टेट
- हर्ट डिसीज (Heart disease) या कोरोनरी आर्टरी की बीमारी
- दिल का दौरा, स्ट्रोक, या ब्लड क्लॉट की केस हिस्ट्री
- हाई कोलेस्ट्रॉल या ट्राइग्लिसराइड्स (रक्त में वसा का एक प्रकार)
- स्तन कैंसर (पुरुषों में, या जिन महिलाओं में कैलिशयम की अधिकता है)
- लिवर (Liver) या किडनी डिसीज (Kidney disease)
- बदहवास या कमजोरी की समस्या
- रक्त का पतला होना (वार्फरिन, कौमडिन, जेंटोवन)
टेस्टोस्टेरोन के उपयोग से पहले इन ऊपर बताई गेन बिंदुओं का ध्यान अवश्य रखें।
और पढ़ें : Electrocardiogram Test : इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम टेस्ट क्या है?
क्या प्रेगनेंसी (Pregnancy) या ब्रेस्ट फीडिंग (Breastfeeding) के दौरान सुरक्षित है?
प्रेगनेंसी में या स्तनपान के दौरान टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) का सेवन सुरक्षित है या नही अभी इस बात पे प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है । इस विषय में पर्याप्त अध्ययन नही हुआ है। टेस्टोस्टेरोन लेने से पहले संभावित फायदे और जोखिमों को समझने के लिए डॉक्टर से कंसल्ट करे।
और पढ़ें : Home Pregnancy Test : घर बैठे कैसे करें प्रेग्नेंसी टेस्ट?
साइड इफेक्ट को जाने
टेस्टोस्टेरोन से दुष्प्रभाव क्या हो सकते हैं? (Side effects of Testosterone)
दर्द, लालिमा, या हाथ या पैर में सूजन;मसूड़े या मुँह में जलन, मसूढ़ों से खून आना; रोना; त्वचा पर सूजन; दस्त; बेचैनी; चक्कर आना, मुह का फीका होना; बढ़े हुए ब्रेस्ट; डर या घबराहट; उदास या खाली महसूस करना; मसूढ़ों में दर्द या फफोले; हड़बड़ाहट या जिद्दीपन, दर्द, या बेचैनी, सांस लेने में तकलीफ (Breathing problem), ब्रेस्ट पेन (Breast pain)
जरूरी नहीं को हर किसी को ऐसे ही किसी साइड इफेक्ट का सामना करने पड़े जो ऊपर बताए गए है । दूसरे तरह के भी साइड इफेक्ट हो सकते है, जो लिस्टेड ना हो । किसी भी तरह की शंका हो तो तुरंत अपने डॉक्टर से कंसल्ट करे।
और पढ़ें : ब्रेस्ट संक्रमण (Breast infection) को ब्रेस्ट कैंसर तो नहीं समझ रहीं आप? जानें दोनों में अंतर
इंटरेक्ट को जाने
कौन सी दवाएं टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) के साथ इंटरेक्ट कर सकती है?
टेस्टोस्टेरोन उन दवाओं के साथ इंटरेक्ट कर सकती है जो आप वर्तमान में ले रहे है । ये उनके प्रभाव को बेअसर कर सकती है या इसके मेजर साइड इफेक्ट हो सकते है । ऐसी सभी दवाओं की आपके पास लिस्ट होनी चाहिए जो आप खा रहे है ( हर्बल, प्रेस्क्रिप्शन बेस्ड दवाए साथ ही बिना पर्ची वाली दवाएं )। इन सभी दवाओं के बारे में अपने डॉक्टर और फार्मासिस्ट को बताए । साइड इफ़ेक्ट से बचने के लिए बिना डॉक्टरी सलाह के दवा की खुराक को शुरू, रोकें, या बदलें नहीं।
कुछ दूसरे ड्रग भी टेस्टोस्टेरोन साथ इंटरेक्ट कर सकते है जैसे, कि वर्फ़रिन
और पढ़ें : HIV test: जानें क्या है एचआईवी टेस्ट?
क्या भोजन या शराब के साथ टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) इंटरेक्ट करते है?
ये संभव है कि कुछ खाने पीने की चीजें या शराब के साथ टेस्टोस्टेरोन लेने से भी साइड इफेक्ट का खतरा बढ़ जाए । टेस्टोस्टेरोन शुरु करने से पहले अपने डॉक्टर को अपने खानपान के विषय मे बताए ।
टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) के साथ कौन सी स्वास्थ्य स्थितियां परस्पर क्रिया कर सकती हैं?
बिल्कुल, टेस्टोस्टेरोन आपकी हेल्थ कंडिसन्स पे बुरा प्रभाव डाल सकता है या दवाओं के काम करने के तरीके में भारी बदलाव ला सकता है ।
अपने चिकित्सक और फार्मासिस्ट से उन सभी स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में बताए जो वर्तमान में आपसे जुड़ी हुई है।
विशेष रूप से:
- कैंसर ( पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर [Breast cancer], प्रोस्टेट कैंसर [Prostate cancer]);
- ब्लड क्लॉट ( पैर, फेफड़े में);
- हृदय रोग (जैसे हर्ट फेल, सीने में दर्द, दिल का दौरा), स्ट्रोक,
- लिवर (Liver) की समस्याएं, किडनी (Kidney) की समस्याएं, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure), बढ़े हुए प्रोस्टेट, स्लीप एपनिया (Sleep apnea), मधुमेह (Diabetes)।
और पढ़ें : Calcitonin : कैल्सीटोनिन क्या है?
खुराक को समझें
दी गई जानकारी को मेडिकल एडवाइस के रूप में ना समझे । टेस्टोस्टेरोन का डोज लेने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से परामर्श करे
एक वयस्क के लिए टेस्टोस्टेरोन की खुराक क्या है? (Dose of Testosterone)
यौवन में देरी से पीड़ित पुरुषों के लिए नार्मल पीडियाट्रिक डोज
इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन: टेस्टोस्टेरोन 50 से 200 मिलीग्राम हर 2 से 4 सप्ताह में 4 से 6 महीने तक;
इम्प्लांट : 2 छर्रों (प्रत्येक गोली में 75 मिलीग्राम टेस्टोस्टेरोन होता है) प्रत्येक 3 से 6 महीने में स्किन के नीचे प्लांट होता है। चिकित्सा की अवधि: 4 से 6 महीने।
ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित वयस्कों के लिए सामान्य खुराक
इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन: टेस्टोस्टेरोन 200 से 400 मिलीग्राम हर 2 से 4 सप्ताह।
पुरुष में हाइपोगोनैडिज़्म के लिए सामान्य वयस्क खुराक
इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन:
टेस्टोस्टेरोन अनडेकानोएट: 750 मिलीग्राम (3 एमएल), उसके बाद 4 सप्ताह के बाद 750 मिलीग्राम (3 एमएल), उसके बाद हर 10 सप्ताह में 750 मिलीग्राम (3 एमएल)।
महिलाओं में होने वाले हॉर्मोनल इम्बैलेंस को समझने के लिए नीचे दिए इस वीडियो पर क्लिक करें।