के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
हड्डियों के कमजोर होने की बीमारी ओस्टियोमलेशिया( Osteomalacia) कहलाती है। ये समस्या विटामिन-डी की कमी के कारण होती है। ऑस्टियोमलेशिया के कारण हड्डियां नरम हो जाती है। फिर हल्का सा झटका लगने पर भी हड्डियां टूट जाती हैं। अक्सर ये बीमारी वयस्कों में फैक्चर का कारण बन जाती है।
ओस्टियोमलेशिया का नाम ऑस्टियोपरोसिस से मिलता हुआ लगता है लेकिन ये उससे अलग है।ऑस्टियोपरोसिस हड्डी के पतले होने का कारण बनता है।
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ये समस्या केवल वयस्कों में होती है। बच्चों में इस बीमारी को रिकेट्स कहा जाता है। ओस्टियोमलेशिया महिलाओं में अधिक आम है और अक्सर गर्भावस्था के दौरान होती है। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने चिकित्सक से चर्चा करें।
ओस्टियोमलेशिया के सामान्य लक्षण हैं,
हो सकता है कि आपको उपरोक्त में कोई लक्षण न दिखें, कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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अगर आपको कोई लक्षण दिखे या फिर कुछ शंका हो तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। हर किसी का शरीर अलग तरह से कार्य करता है। डॉक्टर के साथ चर्चा कर समस्या का समाधान निकालना सबसे अच्छा विकल्प है।
ओस्टियोमलेशिया (Osteomalacia) का क्या कारण है?
अगर आपके पेट या छोटी आंत के कुछ हिस्सों को हटाने के लिए सर्जरी की गई है, तो भी ये समस्या आपको हो सकती है।
ओस्टियोमलेशिया (Osteomalacia) के लिए मेरा जोखिम कब बढ़ जाता है ?
ऑस्टियोमलेशिया का खतरा उन लोगों को ज्यादा होता है, जो लोग विटामिन डी का अपर्याप्त आहार लेते हैं और सूरज की रोशनी भी नहीं लेते हैं। वृद्ध वयस्क और वे लोग जो घर का या अस्पताल में भर्ती हैं, उनके लिए इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
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प्रदान की गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
ब्लड टेस्ट से ऑस्टियोमलेशिया या हड्डी के अन्य विकार के बारे में जानकारी मिलती है,
आमतौर पर, एक एक्स-रे और ब्लड टेस्ट से ही बीमारी का पता चल जाता है और हड्डी बायोप्सी आवश्यक नहीं होती है।
यदि ऑस्टोमलेशिया का जल्दी पता चल जाता है, तो विटामिन डी, कैल्शियम या फॉस्फेट के सेवन से इसे ठीक किया जा सकता है।अगर आपको आंतों की चोट या सर्जरी के कारण इस बीमार के लक्षण दिखते हैं या आहार में महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी है तो इसे इंजेक्शन के रूप में लिया जा सकता है। विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए डॉक्टर आपको धूप खाने की सलाह दे सकता है।
अगर विटामिन डी मेटाबॉलिज्म किसी वजह से बिगड़ गया है तो आपको इलाज की जरूरत है। ऑस्टियोमलेशिया को कम करने के लिए लिवर सिरोसिस और किडनी की समस्या का इलाज कराना चाहिए। गंभीर स्थिति में सर्जरी की आवश्यकता भी पड़ सकती है।
जीवनशैली में बदलाव या फिर घरेलू उपचार इस बीमारी को खत्म करने में मदद कर सकते हैं ?
निम्नलिखित जीवनशैली और घरेलू उपचार ऑस्टियोमलेशिया से निपटने में मदद कर सकते हैं,
अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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