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विटामिन डी की कमी को कैसे ठीक करें?

Written by डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


अपडेटेड 31/12/2020

    विटामिन डी की कमी को कैसे ठीक करें?

    दिनभर ऑफिस में बैठने की वजह से बहुत से लोगों को आजकल विटामिन डी की कमी होती है। डॉक्टर इसके लिए अलग-अलग सप्लीमेंट देते है लेकिन अगर कुछ हेल्दी आदतें हम अपने जीवन में लाए तो विटामिन डी की कमी कम हो सकती है। विटामिन डी की कमी दूर करने के लिए ये आर्टिकल पढ़ें।

    सवाल

    विटामिन डी की कमी क्यों होती है, विटामिन डी की कमी दूर करने के लिए क्या खाएं, इसका क्या इलाज है?

    जवाब

    विटामिन्स हमारे डायट का महत्तवपूर्ण हिस्सा है। जैसे कि हमारे शरीर पर सूरज की किरणें हमारे शरीर पर गिरती है हमारा शरीर विटामिन डी लेने लगता है। हमें बचपन से धूप में इसलिए रखा जाता था और हमेशा समझाया जाता था कि सूरज की किरणें हमारे लिए जरूरी है। सुबह की सूरज कि किरणें जब हमारे शरीर पर लगती है तो हमें अच्छे अमाउंट में विटामिन डी का स्त्रोत मिलता है।

    इसके अलावा हमारे डायट से भी हमें विटामिन डी मिलता है जैसे मछली और अंडा। विटामिन डी से हमारी हड्डियां मजबूत होती है, हमारे मांसपेशियों को एनर्जी मिलती है, इम्यूनिटी स्ट्रांग रहती है। अगर हमें सूरज की किरणें या डायट से विटामिन डी नहीं मिलता तब हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है। विटामिन डी की कमी होने की और भी वजह है जैसे हमारी स्किन का डार्क होना, वजन ज्यादा होना, स्मोकिंग करना, किडनी या लिवर की समस्या होना। 

    अगर आप में विटामिन डी की कमी है तो इसे पता करने के लिए कई बार सालों लग जाते हैं। आपकी हड्डिया सॉफ्ट और कमजोर हो जाती है। इसके लिए आपको सुबह की धूप में खड़े होना चाहिए। आप धूप में एक्सरसाइज या योगा भी कर सकते हैं। कई बार डॉक्टर आपको विटामिन डी की कमी दूर करने के लिए सप्लीमेंट भी देते हैं जो आपको रेगुलर खाना चाहिए। अगर आप अपनी डायट सही रखते हैं तो भी आप विटामिन डी ले सकते हैं। इसके लिए आप फिश ऑयल, चीज, मशरुम, दूध को अपनी डायट में शामिल कर सकते हैं। आपको डॉक्टर से निर्देश को ठीक से फॉलो करना चाहिए और रेगुलर फॉलोअप और रेस्ट करना भी जरूरी है।

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    विटामिन डी की कमी के कारण क्या हैं?

    नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के मुताबिक दुनियाभर की 50 फीसदी जनसंख्या विटामिन डी की कमी की समस्या से जूझ रही है। प्रति व्यक्ति के लिए प्रतिदिन कम से कम 10 से 20 माइक्रोग्राम विटामिन डी की जरूरत होती है। जिसकी पूर्ती आहार और सूर्य की किरणों से की जा सकती है। हालांकि, ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से विटामिन डी की कमी हो सकती है, जिसमें मॉर्डन लाइफस्टाइल और गरीबी सबसे बड़े कारणों में से एक हो सकते हैं।

    विटामिन डी की कमी के निम्न कारण हो सकते हैंः

    1.शुध्द शाकाहारी होना

    आहार के तौर पर विटामिन डी की कमी को पूरा करने के सबसे बेहतर स्त्रोत पशु आधारित आहार होता है। हालांकि, ऐसे लोग जो शुध्द शाकाहारी हैं, उनमें विटामिन डी की कमी के जोखिम ज्यादा होते हैं। क्योंकि मछली और मछली के तेल, अंडे की जर्दी, फॉर्टफाइड मिल्क (Fortified Milk) और मीट विटामिन डी के एक अच्छे स्त्रोत होते हैं।

    2.आहार में विटामिन डी अधिक न खा पाना

    कुछ कारणों के कारण कुछ लोगों का मेटाबॉलिज्म विटामिन डी के स्त्रोतों को अच्छी मात्रा में नहीं पचा पाता है, जिसकी वजह से भी शरीर में धीरे-धीरे विटामिन डी की कमी हो सकती है।

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    3.हमेशा धूप से दूर रहना

    बहुत देर तक या बहुत ज्यादा समय धूप में रहने के कारण त्वचा से संबंधिक कई बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। लेकिन, अगर धूप की बहुत ज्यादा कमी भी हो जाए, तो शरीर में विटामिन डी की कमी भी हो सकती है। सूर्य की किरणें विटामिन डी का सबसे उच्च स्त्रोत होती हैं। इसके लिए आप सुबह की सूर्य की किरणों में कुछ समय तक रह सकते हैं।

    4.गहरी रंगत की त्वचा होना

    अगर आपका स्किन कलर डार्क है, तो विटामिन डी की कमी का जोखिम बढ़ सकता है। पिगमेंट मेलेनिन सूरज की रोशनी के संपर्क में आने से विटामिन डी बनाने की त्वचा की क्षमता को कम कर देता है। कुछ अध्ययनों में इसका दावा भी किया गया है कि गहरे रंग की त्वचा वाले बड़े वयस्कों में विटामिन डी की कमी का खतरा अधिक होता है।

    5.किडनी का सही से कार्य न करना

    बढ़ती उम्र के साथ ही शरीर के अलग-अलग अंगों के कार्य करने की क्षमता भी प्रभावित होने लगती है। इसकी तरह किडनी विटामिन डी को उसके सक्रिय रूप में परिवर्तित करने में कम सक्षम होने लगता है, जिसके कारण भी शरीर में विटामिन डी की कमी का खतरा बढ़ सकता है।

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    6.सनस्क्रीन क्रीम का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करना

    सूर्य की हारिकारक यूवी किरणों से बचाव करने के लिए त्वचा पर सनस्क्रीन क्रीम का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी होता है। हालांकि, बहुत ज्यादा मात्रा में इनका इस्तेमाल करने के कारण त्वचा और शरीर को सूर्य की किरणों से विटामिन डी प्राप्त नहीं हो पाता है, जिसकी वजह से भी विटामिन डी की कमी हो सकती है।

    विटामिन डी की कमी के लक्षण क्या हैं?

    विटामिन डी की कमी के निम्न लक्षण हैंः

  • बार-बार या बहुत जल्दी बीमार होना
  • बहुत ज्यादा थकान महसूस करना
  • हड्डियों में दर्द होना
  • बैक पेन होना
  • डिप्रेशन होना
  • मामूली घाव भी जल्दी न भरना
  • हड्डियों को नुकसान होना
  • मांसपेशियों में दर्द होना
  • बहुत ज्यादा बाल झड़ना
  • कमजोरी होना
  • विटामिन डी की कमी को दूर करने के उपाय क्या हैं?

    विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए आपको अपने आहार में विटामिन डी के उच्च स्त्रोतों को शामिल करना चाहिए। अगर आप शुध्द शाकाहारी हैं, तो अपने आहार में विटामिन डी युक्त फलों और सब्जियों की मात्रा बढ़ाएं। ब्रेकफॉस्ट में अंकुरित अनाज शामिल करें और डेयरी उत्पाद जैसे दही दोपहर के खाने में शामिल करें।

    ऊपर दी गई सलाह किसी भी चिकित्सा को प्रदान नहीं करती है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से जरूर सलाह लें।

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    डिस्क्लेमर

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