हमारे शरीर के लिये विटामिन-डी (Vitamin D) बहुत जरुरी है। इसकी कमी से आपकी हड्डियों कमजोर हो सकती हैं, बोन डेन्सिटी घटने की संभावना होती है और यहा तक की रिकेट्स (Rickets) जैसी बीमारी भी हो सकती है, तो क्या हम पर्याप्त रूप से विटामिन-डी ले पाते हैं? हालांकि भरपूर मात्रा में विटामिन-डी (Vitamin D) लेने का सबसे अच्छा तरीका हमारा ‘रोज काआहार’ और ‘सूरज की धूप’ है, लेकिन विटामिन डी के फायदे पाने के लिए खाने में कुछ चीजें शमिल करना भी अच्छा होगा। हैलो स्वास्थ्य के इस आर्टिकल में जानते हैं विटामिन डी (Vitamin D) के उपयोग, विटामिन डी के स्त्रोत और विटामिन डी के फायदे के बारे में।
11 चीजें जिनसे शरीर को मिले विटामिन डी के फायदे (Benefits of Vitamin D)
विटामिन डी (Vitamin D) की कमी को दूर करना शरीर के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है। इसके लिए आहार में और दिनचर्या में कुछ बदलाव जरूरी है।
1. गाय का दूध (Cow milk)
गाय के दूध का सेवन बहुत सारे लोग करते हैं। यह विटामिन डी के फायदे का एक बहुत ही मुख्य स्रोत है। गाय के दूध में कैल्शियम, फॉस्फोरस और राइबोफ्लेविन (Riboflavin) सहित कई पोषक तत्व मिलते हैं।
2. दही (Curd)
नियमित गाय के दूध के सेवन से विटामिन डी (Vitamin D) के फायदे तो मिलते हैं, लेकिन अगर आप किसी कारण दूध का सेवन नहीं कर पा रहें हैं, तो आप ताजे दही का सेवन कर सकते हैं। शरीर में विटामिन डी की कमी न हो इसलिए ताजे दही का सेवन नियमित करें। दही के सेवन से बॉडी में विटामिन डी के साथ-साथ प्रोटीन की भी पूर्ति होती है।
सैल्मन एक वसायुक्त (फैट्स) मछली है और विटामिन डी के फायदे का एक बड़ा स्रोत भी है। 100-ग्राम सैल्मन मछली का सेवन करने में विटामिन-डी 361 से 685 IU (international unit) के बीच होता है। विटामिन-डी के फायदे पाने के लिए सैल्मन मछली को अपने आहार में शामिल करें।
4. कॉड लिवर ऑयल
कॉड लिवर ऑयल विटामिन डी के फायदे का एक लोकप्रिय पूरक है। यदि आप मछली का सेवन नहीं करते तो कॉड लिवर ऑइल आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। कॉड लिवर ऑयल भी विटामिन-ए का एक भरपूर स्रोत है। परंतु उच्च मात्रा में विटामिन-ए टॉक्सिक हो सकता है । इसलिए कॉड लिवर ऑयल का सावधानीपूर्वक सेवन करें और इसे बहुत अधिक मात्र में न लें।
जो लोग मछली नहीं खाते उनके लिए अंडा विटामिन डी के फायदे का एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। एक अंडे में अधिकांश प्रोटीन उसके सफेद रंग के हिस्से में पाया जाता है। जब कि अंडे के पीले हिस्से में फैट्स, अन्य विटामिन, प्रोटीन और मिनरल पाए जाते हैं।
मशरूम केवल एकमात्र ऐसा पौधा है जो विटामिन डी के फायदे का अच्छा स्त्रोत है। बाहर उगने वाले मशरूम जो प्रकाश के संपर्क में आते हैं उनमें विटामिन-डी की मात्रा ज्यादा होती है, इसलिए घर के अंदर उगने वाले मशरूम में विटामिन-डी बहुत कम मात्रा में पायी जाती है। इसीलिए यदि आप अपने विटामिन-डी के लाभ को मशरूम के सेवन से पूरा करने की सोच रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि वे धूप के पर्याप्त स्तर के संपर्क में हैं।
7. ऑरेंज जूस (Orange juice)
कई फोर्टिफोइड संतरे के रस में अतिरिक्त विटामिन-डी होता है। अक्सर कई विभिन्न ब्रैंड के ऑरेंज जूस में अलग से भी कैल्शियम डाला जाता है जो कि कई मायने में फायदेमंद है। क्योंकि विटामिन-डी हमारे शरीर में बोन-बूस्टिंग मिनरल को समाने में मदद करता है। विटामिन-डी के फायदे पाने के लिए ऑरेंज जूस को आहार में शामिल करें।
8. झींगा मछली (Prawn fish/Lobster)
झींगा मछली विटामिन डी के फायदे का एक बहुत ही लोकप्रिय विकल्प है। बाक़ी मछलियों की तुलना में झींगा मछली में विटामिन-डी अच्छी मात्रा में होता है और इसमें फैट्स बहुत ही कम मात्रा में होती है। इन में फायदेमंद ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है, जो कि कई विटामिन-डी की खाद्य पदार्थों की तुलना में कम प्रमाण में होता है।
9. पालक (Spinach)
जब हमसभी साग का नाम लेते हैं, इस लिस्ट में पालक (पालक साग) का नाम सबसे पहले आता है। पालक में प्रोटीन, आयरन, विटामिंस और मिनरल्स की मात्रा उच्च होती है, जो कई बीमारियों से लड़ने में मददगार करते हैं। पालक मेडिसिनल गुणों से भी भरपूर होता है। इसलिए इसका सेवन अवश्य करना चाहिए। यही नहीं पालक में अल्फा लिपोइक एसिड मौजूद होता है, जो एक तरह का एंटीऑक्सिडेंट होता है, जो शरीर में ग्लूकोज लेवल को बैलेंस्ड रखने में मददगार होता है। पालक ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को भी कम करने की क्षमता रखता है। इसके साथ ही इसके सेवन से विटामिन डी की भी पूर्ति होती है।
10. गाजर (Carrot)
विटामिन डी (Vitamin D) की कमी न हो या अगर शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर गाजर खाना लाभदायक होता है। गाजर का जूस भी पीना फायदेमंद माना जाता है। गाजर में फैट की मात्रा न के बराबर होती है, इसलिए भी इसे वेट लॉस डायट में भी शामिल किया गया है।
11. सोयाबीन (Soybean)
विटामिन-डी (Vitamin D) की पूर्ति के लिए सोया मिल्क या सोयाबीन का सेवन लाभकारी माना जाता है। सोयाबीन विटामिन डी के साथ-साथ इसमें कैल्शियम और आयरन की मात्रा भी मौजूद होने के कारण यह शरीर के लिए लाभकारी माना जाता है। अगर आप गाय के दूध का सेवन नहीं कर पा रहें हैं, तो सोयामिल्क या सोयाबीन का सेवन आपके लिए फायदेमंद होगा।
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विटामिन डी (Vitamin D) की कमी से होने वाले नुकसान
विटामिन डी की कमी से कुछ स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं जैसे-
विटामिन डी (Vitamin D) की कमी से मूड पर असर
बॉडी में विटामिन डी की कमी का सीधा असर आपके मूड पर भी पड़ता है। इसकी कमी से शरीर में सेरोटोनिन हॉर्मोन के निर्माण पर असर पड़ता है, जो आपके बदलते मूड के लिए जिम्मेदार हो सकता है।
विटामिन डी की कमी से आलस और थकान
अगर आप अपने अंदर ऊर्जा की महसूस करते हैं और लगातार थकान और आलस से भरा महसूस करते हैं, तो बॉडी में विटामिन डी के स्तर की जांच करवाएं। ऐसा विटामिन डी की कमी के कारण भी हो सकता है।
यदि आप हड्डियों में दर्द और कमजोरी के साथ ही मांसपेशियों में लगातार दर्द महसूस कर रहे हैं, तो यह विटामिन डी की कमी के कारण हो सकता है। विटामिन डी हड्डियों के लिए अति आवश्यक होने के साथ ही दांतों और मांसपेशियों के लिए भी बहुत जरूरी पोषक तत्व है।
विटामिन डी की कमी से तनाव एवं उदासी
खास तौर से महिलाओं में विटामिन डी की कमी से स्ट्रेस की समस्या पैदा हो जाती है, क्योंकि महिलाओं को विटामिन डी की आवश्यकता ज्यादा होती है।
विटामिन डी की कमी से हाय बीपी (Hypertension)
अगर आपके शरीर में विटामिन डी (Vitamin D) की कमी हो रही है, तो इसका असर आपके ब्लडप्रेशर (रक्तचाप) पर पड़ सकता है। इसकी कमी से अक्सर हाय ब्लड प्रेशर की समस्या पैदा होती है।
स्वस्थ हड्डियों को बनाए रखने के लिए विटामिन-डी लेना बहुत ही महत्वपूर्ण है। पर्याप्त विटामिन-डी प्राप्त करने का सबसे आसान तरीका नियमित रूप से बाहर धूप में समय बिताना है। अगर आपके शरीर को जरुरी विटामिन-डी (Vitamin D) इन सभी तरीकों से नहीं मिलता है तो आप अपने डॉक्टर से परामर्श ले विटामिन-डी फूड्स भी ले सकते हैं। विटामिन डी के फायदे शरीर के लिए बहुत जरूरी हैं। आशा करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आप विटामिन डी या विटामिन डी के फायदे (Benefits of Vitamin D) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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