5. अंडा (Egg)
जो लोग मछली नहीं खाते उनके लिए अंडा विटामिन डी के फायदे का एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। एक अंडे में अधिकांश प्रोटीन उसके सफेद रंग के हिस्से में पाया जाता है। जब कि अंडे के पीले हिस्से में फैट्स, अन्य विटामिन, प्रोटीन और मिनरल पाए जाते हैं।
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6. मशरूम (Mushroom)
मशरूम केवल एकमात्र ऐसा पौधा है जो विटामिन डी के फायदे का अच्छा स्त्रोत है। बाहर उगने वाले मशरूम जो प्रकाश के संपर्क में आते हैं उनमें विटामिन-डी की मात्रा ज्यादा होती है, इसलिए घर के अंदर उगने वाले मशरूम में विटामिन-डी बहुत कम मात्रा में पायी जाती है। इसीलिए यदि आप अपने विटामिन-डी के लाभ को मशरूम के सेवन से पूरा करने की सोच रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि वे धूप के पर्याप्त स्तर के संपर्क में हैं।
7. ऑरेंज जूस (Orange juice)
कई फोर्टिफोइड संतरे के रस में अतिरिक्त विटामिन-डी होता है। अक्सर कई विभिन्न ब्रैंड के ऑरेंज जूस में अलग से भी कैल्शियम डाला जाता है जो कि कई मायने में फायदेमंद है। क्योंकि विटामिन-डी हमारे शरीर में बोन-बूस्टिंग मिनरल को समाने में मदद करता है। विटामिन-डी के फायदे पाने के लिए ऑरेंज जूस को आहार में शामिल करें।
8. झींगा मछली (Prawn fish/Lobster)
झींगा मछली विटामिन डी के फायदे का एक बहुत ही लोकप्रिय विकल्प है। बाक़ी मछलियों की तुलना में झींगा मछली में विटामिन-डी अच्छी मात्रा में होता है और इसमें फैट्स बहुत ही कम मात्रा में होती है। इन में फायदेमंद ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है, जो कि कई विटामिन-डी की खाद्य पदार्थों की तुलना में कम प्रमाण में होता है।
9. पालक (Spinach)
जब हमसभी साग का नाम लेते हैं, इस लिस्ट में पालक (पालक साग) का नाम सबसे पहले आता है। पालक में प्रोटीन, आयरन, विटामिंस और मिनरल्स की मात्रा उच्च होती है, जो कई बीमारियों से लड़ने में मददगार करते हैं। पालक मेडिसिनल गुणों से भी भरपूर होता है। इसलिए इसका सेवन अवश्य करना चाहिए। यही नहीं पालक में अल्फा लिपोइक एसिड मौजूद होता है, जो एक तरह का एंटीऑक्सिडेंट होता है, जो शरीर में ग्लूकोज लेवल को बैलेंस्ड रखने में मददगार होता है। पालक ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को भी कम करने की क्षमता रखता है। इसके साथ ही इसके सेवन से विटामिन डी की भी पूर्ति होती है।
10. गाजर (Carrot)
विटामिन डी (Vitamin D) की कमी न हो या अगर शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर गाजर खाना लाभदायक होता है। गाजर का जूस भी पीना फायदेमंद माना जाता है। गाजर में फैट की मात्रा न के बराबर होती है, इसलिए भी इसे वेट लॉस डायट में भी शामिल किया गया है।
11. सोयाबीन (Soybean)
विटामिन-डी (Vitamin D) की पूर्ति के लिए सोया मिल्क या सोयाबीन का सेवन लाभकारी माना जाता है। सोयाबीन विटामिन डी के साथ-साथ इसमें कैल्शियम और आयरन की मात्रा भी मौजूद होने के कारण यह शरीर के लिए लाभकारी माना जाता है। अगर आप गाय के दूध का सेवन नहीं कर पा रहें हैं, तो सोयामिल्क या सोयाबीन का सेवन आपके लिए फायदेमंद होगा।
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विटामिन डी के फायदे (Benefits of Vitamin D) क्या हैं?
विटामिन डी हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी है। इसके कुछ लाभ इस प्रकार हैं:
- विटामिन डी हमारे शरीर में सीरम कैल्शियम और फास्फोरस की सही मात्रा को बनाए रखने में सहायता करता है।
- यह दिमाग को तेज रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
- साथ में यह आंत से इन खनिजों को अवशोषण कर के हड्डियों तक पहुंचाने का काम भी करता है।
- विटामिन डी मांसपेशियों के लिए बहुत ही आवश्यक है।
- यह हृदय रोग और हाय बीपी से भी हमें छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
- विटामिन डी हड्डियों की हेल्थ के लिए बहुत ही लाभदायक है।
- यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।