रेड ब्लड सेल्स में प्रोटीन जैसे तत्व होते हैं, इन्हें हीमोग्लोबिन कहा जाता है। हीमोग्लोबिन में पर्याप्त मात्रा में आयरन पाया जाता है। शरीर में जबतक नियमित मात्रा में आयरन नहीं होगा तबतक हमारे शरीर में न तो हीमोग्लोबिन बनेगा और न ही रेड ब्लड सेल्स। इस कारण शरीर में ऑक्सीजन से भरपूर ब्लड की सप्लाई भी नहीं हो पाएगी।
फोलेट (folate) और विटामिन बी 12 (vitamin B-12) की कमी के कारण शरीर में रेड ब्लड सेल्स नहीं बन पाते हैं। इस कारण हमारे शरीर में बी 12 सही प्रकार से काम नहीं कर पाता है और पर्निशियस एनीमिया (Pernicious anemia) की बीमारी होने की संभावनाएं होती है।
इसलिए जरूरी है कि खाने में आयरन, बी विटामिन और विटामिन सी को अपनी डाइट चार्ट में शामिल किया जाए ताकि एनीमिया से बचाव किया जा सके। वहीं जरूरत पड़े तो न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह लेकर कमी को पूरा करने के लिए अतिरिक्त सप्लीमेंट लेना पड़ सकता है।
एनीमिया डाइट चार्ट के तहत यह अपनाएं
एनीमिया ट्रीटमेंट प्लान के तहत आपको डाइट में बदलाव करना पड़ सकता है। एनीमिया डाइट चार्ट के लिए आपके खाने में आयरन के साथ विटामिन को शामिल करना चाहिए ताकि रेड ब्लड सेल्स प्रोडक्शन के साथ हीमोग्लोबिन बन सके। इसके तहत वैसे खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल किया जाता है जिसमें आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जिसे शरीर अच्छे से एब्जॉर्ब कर पाता है।
वर्तमान में दो प्रकार के आयरन युक्त खाद्य पदार्थ होते हैं, पहला हीमी आयरन और नॉन हीमी आयरन होता है।
हीमी आयरन मीट, पोल्ट्री और सी फूड में पाया जाता है। नॉन हीमी आयरन कई हरी सब्जियों में पाए जाते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में आयरन होता है। हमारा शरीर इन दोनों प्रकार के आयरन को एब्जॉर्ब करता है।
पुरुषों में जहां रेकमेंडेड डेली अलाउंस (आरडीए) 10 मिलीग्राम होना चाहिए वहीं महिलाओं में 12 मिलीग्राम होना चाहिए।
एनीमिया ट्रीटमेंट के तहत ज्यादातर को 150 से 200 मिलीग्राम रोजाना आयरन इनटेक की जरूरत होती है। ऐसे में लोगों को डॉक्टरी सलाह के बाद आयरन या फिर आयरन सप्लीमेंट का सेवन कर इसकी कमी को पूरा करने की सलाह एक्सपर्ट देते हैं। एनीमिया डाइट चार्ट के लिए आप इन खाद्य सामग्री को अपनी डाइट चार्ट में शामिल सकते हैं।