सेक्स ऑर्गेज्म फैक्ट्स से पहले हम जान लेते हैं कि, आखिर चरमसुख यानी ऑर्गेज्म किसे कहते हैं। दरअसल, ऑर्गेज्म का मतलब और अनुभव हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकता है। लेकिन, सामान्य भाषा में इसे यौन संबंध के दौरान होने वाली उत्तेजना का शिखर स्तर कहा जाता है। इसमें आपको शरीर, पेल्विक मसल्स, नसों और जननांग व उसके आसपास एक मजबूत औऱ ताकतवर सेंसेशन महसूस होती है, जो कि एक इरोटिक टेंशन के रिलीज होने के साथ खत्म होती है। यह प्रक्रिया पुरुष और महिला में अलग-अलग अवधि तक रह सकती है।
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पुरुषों में ऑर्गेज्म को वीर्य स्खलन से भी जोड़ कर देखा जाता है। लेकिन, हर बार यह धारणा सही नहीं होती है। क्योंकि, सेक्स ऑर्गेज्म फैक्ट्स के अनुसार कई बार पुरुषों को ड्राई ऑर्गेज्म भी होता है, जिसमें न के बराबर वीर्य स्खलित होता है या फिर होता ही नहीं है। वहीं, महिलाओं में ऑर्गेज्म के दौरान स्खलन हो भी सकता है और नहीं भी।
ऑर्गेज्म मॉडल (Orgasm Model) क्या है?
विशेषज्ञों के मुताबिक ऑर्गेज्म प्राप्त करता एक प्रक्रिया है, जो कि अलग-अलग फेज से होकर गुजरती है। मुख्यतः दो प्रकार के ऑर्गेज्म मॉडल के बारे में बात की जाती है, जिसमें मास्टर एंड जॉनसन्स फोर-फेज मॉडल (Master and Johnson’s Four-Phase Model) और कप्लान्स थ्री-स्टेज मॉडल (Kaplan’s Three-Stage Model) शामिल हैं। मास्टर एंड जॉनसन्स फोर-फेज मॉडल के मुताबिक, चरमसुख के चरणों में एक्साइटमेंट, प्लेटियो, ऑर्गेज्म और रेसोल्यूशन होते हैं। वहीं, कप्लान्स थ्री-स्टेज मॉडल के मुताबिक ऑर्गेज्म के चरणों में डिजायर, एक्साइटमेंट और ऑर्गेज्म होते हैं। आइए, मास्टर एंड जॉनसन्स फोर-फेज मॉडल के मुताबिक चरणों के बारे में जानते हैं।