क्रिटिकल इलनेस प्लान (Critical Illness Plan) पर्सनल एक्सिडेंट प्लान (Personal Accident Plan) हॉस्पिटलाइजेशन कैश बेनेफिट प्लान (Hospitalisation cash benefit plan) और पढ़ें : हेल्थ इंश्योरेंस से पर्याप्त स्पेस तक प्रेग्नेंसी के लिए जरूरी है इस तरह की फाइनेंशियल प्लानिंग
क्रिटिकल इलनेस प्लान (Critical Illness Plan)
क्रिटिकल इलनेस प्लान (गंभीर बीमारी के इलाज के लिए प्लान) को कुछ विशेष बीमारियों के इलाज के लिए तैयार किया गया है। दिनचर्या से जुड़ी बीमारियों बढ़ रही हैं ऐसे में इन बीमारियों के प्रति अपने आपको सुरक्षा देना जरूरी हो गया है। मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए इस प्रकार की बीमारियों का इलाज कराना मुश्किल होता है। ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार की सही जानकारी होना काफी अहम हो जाता है। इस हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार में आप ऐसी बीमारियों पर खर्च होने वाली मोटी रकम को कम कर सकते हैं। बीमारी का पता चलने पर इस पॉलिसी के तहत पहले से निश्चित एक राशि आपके इलाज के लिए दी जाती है। इसमें अस्पताल में भर्ती होने और इसके बाद के खर्च को शामिल नहीं किया जाता है। हेल्थ इंश्युरेंस के प्रकार के इस प्लान में निम्नलिखित बीमारियों को शामिल किया जाता है:
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हॉस्पिटल डेली कैश
इस प्लान के तहत आपको हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज के तहत एक बिल्ट इन कवर मिलता है। इस पॉलिसी के तहत, पॉलिसी धारक को एक निश्चित सीमा तक प्रतिदिन भत्ता दिया जाता है, जो उसके अस्पताल के खर्चों से अलग होता है।
पर्सनल एक्सिडेंट इंश्योरेंस (Personal accident insurance)
इस हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार में आपको चिकित्सा लागत भुगतान किया जाता है। इसके साथ ही यदि आप दुर्घटना में विकलांग या मृत्यु हो जाने पर आपको मुआवजा दिया जाता है।
दुर्घटना में मृत्युः होने पर उसके वारिस को तय भुगतान किया जाता है। इस स्थिति में मृतक का परिवार आर्थिक रूप से सुरक्षित हो जाता है।
विकलांगता की स्थिति में: इस हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार में यदि दुर्घटना में आपके किसी अंग को स्थाई रूप से नुकसान होता है, जिसका इलाज संभव नहीं है तो आपको एक निश्चित भुगतान किया जाता है।
सीनियर सिटिजन हेल्थ इंश्योरेंस प्लान
इस हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार में किसी भी बुजुर्ग को अन्य लोगों की तरह आर्थिक सुविधाएं दी जाती हैं। हालांकि इस हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार में कुछ सख्त मेडिकल चेकअप किए जाते हैं। इसमें धारक को ऊंचा प्रीमियम मिलता है। सबसे अहम बात की पहले से मौजूदा बीमारियों को इस प्लान में कवर करने के लिए लंबी अवधि का इंतजार करना पड़ता है। ऐसे कई कारक होते हैं, जिन्हें इस पॉलिसी में शामिल नहीं किया जाता है। ज्यादातर माता पिता को अपनी वृद्धा अवस्था आने से पहले ही सीनियर सिटिजन हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लेना चाहिए, जिससे उन्हें भविष्य में किसी भी प्रकार की आर्थिक समस्या का सामना न करना पड़े।
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आयुष्मान भारत योजना (ABY)
मौजूदा केंद्र सरकार आयुष्मान भारत योजना (ABY) के नाम से एक हेल्थ इंश्योरेंस दे रही है। इस हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार में गरीब लोगों को 5 लाख रुपए का हेल्थ इंश्योरेंस मिलता है। आयुष्मान भारत योजना में सीनियर सिटीजन, महिला और बच्चों को विशेष रूप से शामिल किया गया है। इस योजना के तहत बीमा धारक कोई भी व्यक्ति सरकारी अस्पताल और पैनल में शामिल अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के तहत कैशलेस/ पेपरलेस इलाज कराया जा सकता है। इस योजना के तहत जिन लोगों का देश के ग्रामीण इलाकों में कच्चा मकान, परिवार की मुखिया महिला, परिवार में कोई व्यक्ति दिव्यांग्य हो, अनुसूचित जाति/ जनजाति से संबंधित हो या भूमिहीन या दिहाड़ी मजदूर है तो वह इस योजना का पात्र है।
- आयुष्मान भारत योजना (ABY) में प्रति परिवार हर साल 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है।
- आयुष्मान भारत योजना में पुरानी बीमारियों को भी कवर किया जाता है।
- किसी बीमारी की स्थिति में अस्पताल में एडमिट होने से पहले और बाद के खर्च भी कवर किये जा रहे हैं
- इस हेल्थ इंश्योरेंस में ट्रांसपोर्ट पर होने वाला खर्च भी शामिल है।
- किसी बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच/ऑपरेशन/इलाज आदि आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर किया जाता है।
अंत में हम यही कहेंगे कि हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार की जानकारी रखना बेहद ही जरूरी होता है। इससे आपको एक बेहतर हेल्थ इंश्योरेंस प्लान चुनने में सहूलियत होती है। हैलो स्वास्थ्य किसी भी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान को लेने की सलाह नहीं देता है। कंपनी की शर्तों और नियमों को जानने के बाद ही किसी भी प्रकार का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लें।