1. मेडिक्लेम इंश्योरेंस
मेडिक्लेम इंश्योरेंस आपके अस्पताल में बीमारी की वजह से भर्ती रहने तक या दुर्घटना की वजह से अस्पताल में भर्ती होने पर आने वाले खर्च को वहन करता है। इस मेडिकल इंश्योरेंस के प्रकार में नर्सिंग चार्ज्स, सर्जरी का खर्च, डॉक्टर की फीस, ऑक्सीजन, एनेस्थीसिया का खर्च कवर होता है। इस इंश्योरेंस के प्रकार को मेडिक्लेम पॉलिसी के नाम से भी जाना जाता है। यह बाजार में ग्रुप मेडिक्लेम के नाम से उपलब्ध है।
2. व्यक्तिगत इंश्योरेंस
इंश्योरेंस के प्रकार में व्यक्तिगत इंश्योरेंस सिर्फ एक व्यक्ति को कवर करता है। इस इंश्योरेंस के प्रकार के तहत आपको अस्पताल में भर्ती रहने तक का पूरा खर्च मिलता है। इस पॉलिसी के तहत एक व्यक्ति निर्धारित मूलभूत इंश्योरेंस की राशि के भुगतान का दावा कर सकता है। व्यक्तिगत इंश्योरेंस के तहत एक ही व्यक्ति का हेल्थ इंश्योरेंस किया जाता है। उदाहरण के लिए यदि आपने एक लाख का व्यक्तिगत इंश्योरेंस लिया है, जिसमें आपकी पत्नी को भी शामिल किया गया है तो आप दोनों ही 1-1 लाख की राशि का दावा कर सकते हैं।
3. फैमिली फ्लोएटर प्लान (Family Floater Plan)
इस इंश्योरेंस के प्रकार में पूरे परिवार को हेल्थ इंश्योरेंस के जरिए कवर किया जाता है। फैमिली फ्लोएटर प्लान के तहत आप पूरा परिवार का हेल्थ इंश्योरेंस करा सकते हैं। इसकी तय राशि को पूरे परिवार में समान रूप से विभाजित किया जाता है। व्यक्तिगत हेल्थ इंश्योरेंस और मेडिक्लेम पॉलिसी के मुकाबले फैमिल फ्लोएटर प्लान पर आपको कम प्रीमियम भरना पड़ता है। इस हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार ही इसे विशेष बनाता है।
[mc4wp_form id=’183492″]
4. यूनिट लिंक्ड हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स
हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार में यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) में आपको एक ही प्लान में सुरक्षा के फायदे और सेविंग मिलती है। यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह पारंपरिक वेल्थ क्रिएशन टूल्स से ज्यादा बेहतर लाइफ कवर का फायदा देता है। इस हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार में आपका पैसा एक ही समय पर बढ़ा भी रहता है। इस हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार में चुकाया जाने वाला प्रीमियम का एक हिस्सा स्टॉक मार्केट में लगाया जाता है और आपको एक ऑफर के साथ हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज दिया जाता है। हालांकि, स्टॉक मार्केट में लगाए गए पैसा पर आपको क्या रिटर्न मिलेगा यह स्टॉक मार्केट की चाल पर निर्भर करता है।
यूनिट लिंक्ड हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में यदि इस प्लान की अवधि के दौरान धारक की मृत्यु हो जाती है तो उसके नॉमिनी को हेल्थ इंश्योरेंस की रकम दे दी जाती है। इसके अतिरिक्त, यदि पॉलिसी धारक इसकी अवधि के दौरान जीवित रहता है तो यूनिट लिंक्ड हेल्थ इंश्योरेंस (ULIP) की मैच्योरिटी की रकम भी मिलती है। यह रकम यूएलआईपी के इक्विटी या डेब्ट में निवेश से ली पैदा की जाती है।
5. ग्रुप मेडिक्लेम (Group Mediclaim)
छोटी और मंझोले दर्जे की कंपनियों के बीच ग्रुप मेडिक्लेम प्लान काफी लोकप्रिय होते जा रहे हैं। ग्रुप मेडिक्लेम प्लान किसी एंप्लॉयर द्वारा अपने कर्मचारियों को दिए जाते हैं। इस हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार के जरिए एक एंप्लॉयर अपने कर्मचारी को कंपनी से जोड़े रखता है। ग्रुप मेडिक्लेम में कर्मचारी और कंपनी का मालिक दोनों ही धारक होते हैं। कर्मचारियों को ग्रुप मेडिक्लेम हेल्थ इंश्योरेंस देने से कंपनियों को टैक्स में छूट मिलती है।
सबसे अहम बात की आज के दौर में स्वास्थ्य सुविधाएं काफी मंहगी हो गई हैं, जिसके चलते कर्मचारियों को हेल्थ इंश्योरेंस देने वो कंपनी के प्रति वफादार और उत्साहित रहते हैं। ग्रुप हेल्थ इंश्युरेंस में व्यक्तिगत हेल्थ इंश्योरेंस के मुकाबले कम लागत पर बेहतर लाभ मिलते हैं।
और पढ़ें : जॉइंट फैमिली में ऐसे करें एडजस्ट, इन आसान तरीकों से
ग्रुप मेडिक्लेम कुछ अन्य फायदे
ग्रुप मेडिक्लेम लेने के पहले दिन से अन्य प्लान्स के मुकाबले इसमें पहले से मौजूद बीमारियों को कवर किया जाता है। ऐसे में इन बीमारियों के संबंध में पॉलिसी लेने के बाद इसके योग्य बनने के लिए आपको किसी निश्चित अवधि का इंतजार नहीं करना पड़ता है।
इस हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार में मौजूदा बीमारियों के साथ कई बीमारियों को कवर किया जाता है। युवा कर्मचारियों में मेटरनिटी कवर मिलना सबसे बड़ा फायदा है। इस प्लान के तहत महिलाओं को सिजेरियन और नॉर्मल डिलिवरी को कवर किया जाता है। इसके तहत कुछ प्लान नवजात शिशुओं को भी हेल्थ इंश्योरेंस देते हैं, जो कि 90 दिनों के एक मानक के बिना होता है।
डिफिनाइट बेनेफिट प्लान्स
डिफिनाइट बेनेफिट प्लान्स में बीमारी का पता चलने पर आपको एक मुश्त राशि दी जाती है। इस प्लान के तहत निम्नलिखित चीजों को कवर किया जाता है: