किसी बच्चे का जन्म नॉर्मल डिलिवरी या सी-सेक्शन यानी ऑपरेशन की प्रक्रिया से होकर गुजरता है। नॉर्मल डिलिवरी का विकल्प आज के समय में बहुत ही कम महिलाएं अपनाती हैं। वहीं, सी-सेक्शन डिलिवरी की दर भारत के साथ-साथ अन्य देशों में काफी तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में सी-सेक्शन के दौरान एनेस्थीसिया की भूमिका सबसे अहम हो जाती है। आंकड़ो की बात करें, तो मौजूदा समय में सीजेरियन डिलिवरी से हर साल भारत में लगभग 17.2 फीसदी बच्चों का जन्म होता है। सीजेरियन डिलिवरी में एनेस्थीसिया का इस्तेमाल महिला के शरीर को सुन्न करने के लिए किया जाता है, ताकि ऑपरेशन में चलने वाली प्रक्रिया के दौरान उसे किसी तरह के शारीरिक दर्द का अनुभव न हो।
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