सिजेरियन डिलिवरी के बाद सेक्स कब करना चाहिए?
रिसर्च के अनुसार, सिजेरियन डिलिवरी के बाद तकरीबन आठ हफ्ते बाद ही इंटरकोर्स करना चाहिए। क्योंकि सिजेरियन डिलिवरी मेजर सर्जरी होती है और घाव सूखने में वक्त लगता है। 4 से 6 हफ्ते का वक्त घाव सूखने में लग सकता है, लेकिन किसी समय सीमा को निर्धारित नहीं किया जा सकता। सिजेरियन डिलिवरी के बाद सेक्स करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। सिजेरियन डिलीवरी के बाद ठीक होने के लिए आपको दो से चार दिनों के लिए अस्पताल में रहना पड़ सकता है। धीरे-धीरे दर्द निवारक दवाओं को कम करने और यूरिनरी मूत्र कैथेटर (Urinary Catheter) जैसे चिकित्सा उपकरणों को हटाया जाता है।
ये तो थे डिलीवरी के प्रकार, लेकिन क्या आप जानते हैं कि डिलीवरी की भी अलग-अलग पुज़िशन होती है। अब जान लेते हैं लेबर के दौरान अपनाई जा सकनेवाली अलग-अलग पुज़िशन के बारे में।
डिलीवरी पुज़िशन, जो आपके काम आ सकती हैं!
ये सभी पुज़िशन आपकी इच्छा और जरूरत के अनुसार अपनाई जा सकती है। जिसकी मदद से आपकी प्रसव प्रक्रिया आसानी से पूरी हो जाए।
स्क्वैटिंग पुजिशन
स्क्वैटिंग पुजिशन की हेल्प से पेल्विक आउटलेट का डायमीटर बढ़ाने में हेल्प मिलती है। इसे जीरो स्टेशन के नाम से भी जाना जाता है। पेल्विक में बच्चे को लाने के लिए ये बेहतरीन पुजिशन साबित हो सकती है। इस पुजिशन की हेल्प से सेकेंड लेबर छोटा हो सकता है। साथ ही ये पेरेनियम को सेफ करने का भी काम करती है। पेरेनियम को सेफ करने से मतलब है कि डिलिवरी के दौरान पेरेनियम में चीरा लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
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साइड लाइंग पुजिशन
इस पुजिशन की हेल्प तब ली जाती है जब महिला को ब्लड प्रेशर संबंधी कोई समस्या हो। साथ ही होने वाला बेबी फीटल डिस्ट्रेस के लक्षण दिखा रहा हो। इसे ग्रेविटी न्यूट्रल पुजिशन भी कहते हैं। ये पुजिशन लेबर को कम करने में मदद करती है। इस पुजिशन का का यूज पेरिनियम में दबाव लाने के लिए भी किया जाता है। साइड लाइंग पुजिशन में महिला को एक तरफ करवट लेकर लेटना होता है।
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वॉकिंग
लेबर के दौरान वॉक करना भी बेस्ट है। ऐसा करने से महिला को आराम महसूस हो सकता है। ये पुजिशन अर्ली लेबर के लिए भी सही है। आप चाहें तो घर के आसपास वॉक कर सकती हैं। ऐसे समय में किसी के साथ वॉक पर जाना बेहतर रहेगा। वॉक के दौरान पेल्विस आसानी से मूव करेगा और बच्चे को भी पेल्विस में आने में आसानी होगी। लेबर की बाद की स्टेज में संकुचन के दौरान वॉक करने में दिक्कत हो सकती है। ऐसे में लेबर के लिए पुजिशन को चुनते समय ध्यान रखने की जरूरत होती है। आप चाहे तो ऐसे समय में दूसरी पुजिशन भी चुन सकते हैं।
सेमी सिटिंग पुजिशन
सेमी सिटिंग पुजिशन मुख्य रूप से बेड पर की जाती है। एपिड्यूरल एनेस्थेसिया या अन्य दवाओं को देने के दौरान इस पुजिशन को अपनाना सही रहेगा। इस पुजिशन में लंबे समय तक रहना सही नहीं है। कुछ समय बाद पुजिशन चेंज करके सीधा लेट जाना बेहतर रहेगा। रिलैक्शेसन को प्रमोट करने के लिए और लेबर पेन को कम करने के लिए इस पुजिशन को अपनाया जा सकता है।
लीनिंग फॉरवर्ड पुजिशन
लीनिंग फॉरवर्ड पुजिशन की हेल्प से लेबर के दौरान बैक में पड़ने वाले प्रेशर में कमी आ जाती है। आप चाहे तो इसके लिए बर्थ बॉल या पिलो का यूज कर सकते हैं। लेबर में ये पुजिशन महिलाओं को रिलैक्स करती है। संकुचन के दौरान ये पुजिशन कुछ पल के लिए राहत देती है।
तो अब आपने जाना कि किस तरह आलग-अलग तरह से बच्चे को जन्म देने की पुज़िशन अपनाई जा सकती है।चलिए अब जानते हैं कि डिलीवरी के लिए ख़ुद को आप कैसे तैयार कर सकती हैं।
प्रसव के लिए ख़ुद को तैयार कैसे करें?
प्रसव के लिए ख़ुद को तैयार रखना किसी भी मां के लिए बेहद जरूरी हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि हम कुछ खास बातों का ख़याल रखें। जो इस प्रकार हैं –
- ख़ुद को मेंटली और फ़िजिकलि तैयार करें
- ख़ुद को हायड्रेटेड रखें
- तनाव से दूर रहें
- लेबर से जुड़ी सभी जानकारी डॉक्टर से प्राप्त कर लें
- अपने पार्टनर को प्रसव की प्रक्रिया के लिए तैयार रखें
- शरीर के निचले हिस्से में हल्के हाथों से मसाज करें
- ख़ुद को घबराहट से बचाएं
- डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह से पालन करें
यदि आप इन सभी बातों का ध्यान रखेंगी, तो ख़ुद को प्रसव के लिए तैयार पाएंगी।
हम उम्मीद करते हैं कि नॉर्मल और सिजेरियन डिलिवरी में अंतर पर आधारित यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। वैसे नॉर्मल और सिजेरियन डिलिवरी में अंतर को डॉक्टर बेहतर तरीके से समझा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से कंसल्ट करें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी प्रकार की चिकित्सा सलाह, उपचार और निदान प्रदान नहीं करता।