सर्दी, जुकाम और एलर्जी के अलावा भी नाक के साथ अन्य समस्याएं होती हैं जिसे सूखी नाक की समस्या (Nassal dryness) या ड्राई साइनस कहते हैं। दरअसल, ऐसा नाक के अंदर मौजूद म्यूकस मेंब्रेन्स (mucous membranes) में नमी की कमी के कारण होता है। ड्राई नोज या सूखी नाक की समस्या क्या है और कैसे आप घर पर ही इसका इलाज कर सकते हैं? जानें इस आर्टिकल में।
जब नाक के अंदर मौजूद श्लेष्मा झिल्ली में नमी कम हो जाती है तो सूखी नाक या ड्राई साइनस की समस्या हो जाती है जिससे नाक की नली ड्राई हो जाती है। इसकी वजह से असहजता महसूस होती है और कई बार नाक से खून भी आने लगता है। यदि इसका समय रहते इलाज नहीं कराया जाए तो इससे नाक संक्रमण हो सकता है, जिसके ठीक करने के लिए एंटीबायोटिक्स की जरूरत पड़ेगी। वैसे सूखी नाक या ड्राई साइनस की समस्या कोई गंभीर बीमारी नहीं है डॉक्टर के परामर्श और कुछ घरेलू उपायों के जरिए आप आसानी से सूखी नाक की समस्या का उपचार कर सकते हैं।
सूखी नाक या ड्राई साइनस में कई तरह के असहज करने वाले लक्षण दिखते हैं। जिसमें शामिल हैः
साइनस कैविटी यानी सूखी नाक का मतलब है कि आपकी नाक में पर्याप्त बलगम नहीं बन रही है, जिसकी वजह से नाक, गला और मुंह सूखने लगते हैं। जब साइनस बहुत अधिक ड्राई हो जाता है तो ऊतकों में सूजन आ जाती है और इरिटेशन होने लगती है। जिसकी वजह से सिर में दर्द, गाल में दर्द (जहां साइनस स्थित होता है) और साइनस प्रेशर की समस्या होती है।
सीजनल एलर्जी जैसे कि हे फीवर की वजह से साइनस में इरिटेशन होती है और नतीजतन ऊत्तक ड्राई होने के बाद सूज जाते हैं। इसकी वजह से नाक में गाढ़ा बलगम बनने लगता है, जिससे आपको बहुत असहज महसूस होता है। ऐसे में बलगम निकालने के लिए आप नाक को बार-बार रगड़ते हैं जिससे नाक ड्राई हो जाती है। हे फीवर या एलर्जिक राइनाइटिस इनमें से किसी भी कारण से हो सकता हैः
कई बार एलर्जिक दवाइयों के कारण भी सूखी नाक की समस्या हो जाती है।
अगर आपके पास पालूत कुत्ते या बिल्ली हैं तो संभव है कि आपको उनसे भी एलर्जी हो सकती है। ऐसे में यह जानने क लिए कि आपकी एलर्जी का कारण आपके पेट तो नहीं है, अपने डॉक्टर या एलर्जी विशेषज्ञ से परामर्श करें, वही आपको सूखी नाक का कारण बता पाएगा।
घर में यदि हवा नें कम नमी है तो इससे भी सूखी नाक या ड्राई साइनस की समस्या हो सकती है। दरअसल, ठंडी के मौसम में सेंट्रल हीटिंग यूनिट चलाने से घर के अंदर मौजूद हवा की नमी कम हो जाती है। इसलिए सर्दियों के मौसम में अक्सर नमी की कमी से लोगों को नाक से खून आने लगता है।
घर की सफाई में इस्तेमाल होने वाले कुछ क्लिनिंग प्रोडक्ट, पेंट, स्ट्रॉन्ग परफ्यूम, सिगरेट के धुएं आदि से भी आपको एलर्जी हो सकती है। जो आपकी नाक में इरिटेशन और असहजता पैदा करते हैं जिसकी वजह से आगे चलकर सूखी नाक की समस्या होती है।
क्योंकि सूखी नाक की समस्या बहुत गंभीर नहीं होती है, इसलिए घरेलू तरीके अपनाकर इसका इलाज किया जा सकता है। आप इनमें से कोई भी उपाय अपना सकते हैं-
नाक बंद होने पर ह्यूमिडिफायर के इस्तेमाल से राहत मिलती है। नमी युक्त वातावरण नाक के अंदर की नमी को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे बंद नाक खुलती है और साइनस को ठीक से बहने में मदद मिलती है। एयर कंडिशनिंग और घर/ऑफिस में सेंट्रल हीटिंग के कारण नाक का जो मॉइश्चर खत्म हो जाता है उसे वापस लाने में ह्यूमीडिफायर मदद करता है। लेकिन ह्यूमीडिफायर में मोल्ड और बैक्टीरिया को पनपने से रोकने के लिए हर दिन इसकी सफाई जरूरी है।
जो लोग ह्यूमीडिफायर का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं, वह स्टीम ले सकते हैं। इसके लिए एक बर्तन में उबला पानी लें और सिर और मुंह को तौलिए से ढंककर भाप लें। हालांकि, इससे मिली राहत कुछ देर के लिए ही होती है।
यह आपको किसी भी फार्मेसी या दवा की दुकान पर मिल जाएगा। नेजल पैसेज में नमी बनाए रखने का यह अच्छा तरीका है। इसे आप दिन में कई बार इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि यह कोई दवा नहीं है और इसे अधिक लेने पर भी किसी तरह का खतरा नहीं है।
सूखी नाक की समस्या से बचने के लिए बॉडी को हाइड्रेट रखना भी जरूरी है। कम पानी पीने से शरीर के ऊतक जिसमें नाक के ऊतक भी शामिल हैं, सूखने लगते हैं। इसलिए पूरे दिन खुद को हाइड्रेट रखें। सादे पानी के अलावा, नारियल पानी, जूस आदि भी पी सकते हैं।
घर का वेंटिलेशन ठीक होना चाहिए, यानी हवा आने-जाने की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। यदि आप घर को पूरा पैक करके रखें, तो घर की हवा साफ नहीं रहेगी और इससे साइनस की समस्या हो सकती है।
सूखी नाक की समस्या से राहत पाने का एक और तरीका है नेटी पॉट। ये दिखने में चाय की केटली जैसा होता है इसमें आप गुनगुन पानी, स्टेराइल रख सकते हैं और इसमें थोड़ा सा नमक मिलाएं। अब सिंक के सामने खड़े होकर गर्दन को 45 डिग्री के एंगल में घुमाएं और नेटी पॉट के निकले हुए सिरे को एक नथुने (nostril) के पास ले जाकर सांस लेते हुए धीरे-धीरे उसके अंदर पानी डालें।
यह पानी नेजल कैविटी से होता हुआ आपके दूसरे नथुने से बाहर आता है। इसके बाद नाक छिड़कर अतिरिक्त पानी को नाक से निकाल दें और इस क्रिया को फिर से दोहराएं। इससे बंद और सूखी नाक की समस्या से राहत मिलती है। नेटी पॉट को रोजाना साफ करें।
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सिगरेट का धुआं , क्लीनिंग प्रोडक्ट्स, हेयर स्प्रे और दूसरी ऐसी चीजें जो आपकी साइनस की समस्या को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं, उनसे दूर रहें। ऐसी कोई भी चीज जिसमें बहुत अधिक गंध आती है आपके लिए हानिकारक हो सकती है, इसलिए इन्हें घर में न रखें। यदि घर में पेट्स रखा है, तो इसे नियमित रूप से स्नान करवाएं।
वैसे तो सूखी नाक की समस्या घरेलू उपचार से ही ठीक हो जाती है, लेकिन कई बार यदि ऐसा नहीं होती है, तो आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए। डॉक्टर के पास जाएं यदिः
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सोजोग्रेन सिंड्रोम- यह इम्यून डिसऑर्डर उन ग्रंथियों को प्रभावित करता है जो तरल पदार्थ जैसे आंसू और लार का स्राव करते हैं। इसकी वजह से आंखें और मुंह सूख जाते हैं। यह नाक और शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है।
एट्रोफिक राइनाइटिस- इसके कारण नाक के रास्ते की परत सिकुड़ जाती है और नाक के अंदर मोटी, सूखी परत बन जाती है। इसकी जटिलताओं में गंध न ले पाना, नकसीर और संक्रमण शामिल हो सकता है।
यदि सूखी नाक की समस्या गंभीर है और बार-बार हो रही है तो डॉक्टर से परामर्श करें।
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