के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
मिलीया नवजात शिशु के नाक पर निकलने वाले दानों को कहते हैं। मिलीया बच्चे के नाक के साथ उसके गाल और ठोड़ी पर भी हो सकता है। अमूमन ये समस्या नवजात बच्चों में देखी जाती है लेकिन, मिलीया किसी भी उम्र में और किसी को भी हो सकता है।
मिलीया कई प्रकार के होते हैं। मिलीया में निकलने वाले सिस्ट के आधार पर इसे कई भागों में बांटा गया है :
इस प्रकार का मिलीया नवजात या कुछ हफ्ते की उम्र के शिशु में दिखाई देता है। सिस्ट बच्चे के चेहरे, सिर आदि हिस्सों पर दिखाई देता है। स्टेनफोर्ड स्कूल ऑफ मेडिसिन के अनुसार 40 प्रतिशत नवजात शिशुओं में मिलीया की समस्या होती है।
इस प्रकार का मिलीया जेनेटिक डिसॉर्डर के कारण होता है :
ये स्थिति त्वचा में केरेटिन के कारण होती है। सिस्ट आंखों की पलकों, माथे और शरीर के कई अंगों पर पाए जाते हैं। लेकिन, ये कुछ हफ्तों या महीनों के बाद खुद ही गायब हो जाते हैं।
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ये एक प्रकार का आनुवंशिक त्वचा संबंधित विकार है। जैसे- डिस्कॉयड ल्यूपस या लाइकेन प्लानस। मिलीया एन प्लाक पलकों, कानों, गालों या जबड़ों को प्रभावित कर सकता है। सिस्ट कई सेंटिमीटर बड़े होते हैं। ये बच्चे और बड़ों दोनों को हो सकता है।
इस प्रकार के मिलीया में सिस्ट वाले स्ठान पर खुजली होती है। ये जीवन के किसी भी अवस्था में सामने आ सकता है।
इसमें सिस्ट किसी भी प्रकार के घाव के कारण त्वचा पर निकल आता है। जैसे कि जले या रैशेज के निशान। इस तरह के सिस्ट आपको तंग कर सकते हैं। साथ ही आधार पर लाल और ऊपर की तरफ सफेद भी हो सकते हैं।
स्टेरॉइड क्रीम लगाने के कारण त्वचा पर मिलीया होना। ये समस्या शायद ही कभी देखने को मिले, क्योंकि ये काफी दुर्बल किस्म की मिलीया है। इसमें दवाओं के रिएक्शन या एलर्जी से सिस्ट निकल जाते हैं।
मिलीया होना बेहद सामान्य बात है। ये ज्यादातर नवजात शिशुओं में होता है और वयस्कों को भी यह परेशानी हो सकती है। अगर शिशु के चेहरे पर ये दाने नजर आयें तो ज्यादा जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। खुद से इलाज न करें क्योंकि शिशु की त्वचा बेहद कोमल होती है।
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मिलीया अक्सर बच्चे के नाक, ठोढ़ी या गालों पर निकलता है। इसके अलावा कभी-कभी सिस्ट हाथ-पांव के अलावा अन्य अंगों पर भी निकल जाता है। कभी-कभी बच्चे के मसूड़ों या मुंह के तालू में भी दाने दिखाई देते हैं। इसे एप्सिटन पर्ल्स कहते हैं। कुछ बच्चों को एक्ने यानी कि फुंसियां भी निकल जाती हैं। ये फुंसियां ज्यादातर गालों पर निकलती हैं। लेकिन ये मिलीया है या नहीं इसका अंतर डॉक्टर से पूछ लें।
ऊपर बताए गए लक्षणों के होने पर आपको अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए। डॉक्टर से मिल कर परामर्श ले लें। क्योंकि सबका शरीर अलग-अलग प्रतिक्रिया करता है।
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यह त्वचा पर होने वाले दाने हैं। जो छोटे-छोटे पॉकेट के रूप में त्वचा पर निकलते हैं। नवजात बच्चों को मिलीया क्यों होता है, अभी तक इसका कारण अज्ञात है। स्टेनफोर्ड स्कूल और मेडिसिन के अनुसार जिन नवजात बच्चों को जन्म से ही मिलीया होती है, उन्हें बेबी एक्ने जन्म के कुछ हफ्ते बाद तक नहीं होते हैं।
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मिलिया बहुत कम रिस्क होता है। जब मिलिया किसी अन्य स्थिति या चोट से जुड़ी होती है, तो उस स्थिति का अलग से इलाज किया जाना चाहिए।
मिलीया के साथ कई तरह के रिस्क फैक्टर हैं :
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यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
इसकी जांच डॉक्टर आपके त्वचा के प्रकार और अन्य समस्याओं के आधार पर करते हैं। साथ ही डॉक्टर सिस्ट किस प्रकार का है इसकी भी जांच करते हैं।
नवजात शिशु को मिलीया के लिए इलाज की जरूरत नहीं है। वह कुछ हफ्तों में खुद ही ठीक हो जाता है। वहीं, बच्चों और बड़ों में भी कुछ महीनों में सिस्ट खत्म हो जाते हैं। इसके अलावा अगर सिस्ट के कारण परेशानी हो रही है तो कुछ ट्रीटमेंट दिए जाते हैं :
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इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि आपके स्वास्थ्य की स्थिति देख कर ही डॉक्टर आपको उपचार बता सकते हैं।
मिलिया से बचाव के लिए कुछ सावधानियों का ध्यान रखें:
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
डिस्क्लेमर
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