क्या आप श्योर हैं कि आप लॉग आउट करना चाहते हैं?
हम हर काम अपने हाथ और उंगलियों की मदद से करते है। चाहे वो कुछ खाना हो या पीना, पढ़ना हो या लिखना हो या अन्य कोई और काम। अगर हमारे हाथ या उंगलियों में कोई समस्या हो या चोट लग जाए तो जीवन मुश्किल हो सकता है। हाथ की यह चोट फ्रैक्चर, इंफेक्शन, मोच या आर्थराइटिस जैसी गंभीर स्थितियां भी हो सकती हैं। एक बार आप उंगली में हो रही दर्द का कारण जान जाएं, तो उसके बाद उसका उपचार आसानी से किया जा सकता है। अगर उंगली में चोट गंभीर हो तो उसे तुरंत मेडिकल जांच की आवश्यकता होती है।
और भी पढ़ें: Greenstick Fracture : ग्रीनस्टिक फ्रैक्चर क्या है?
उंगली में चोट (Finger injury) के लक्षण इस प्रकार हैं:
हालांकि उंगलियों में अगर कोई अन्य समस्या हो जैसे इंफेक्शन, डिस्लोकेशन आदि तो उनके लक्षण भी समान हो सकते है। इसलिए, अगर आपको कोई भी लक्षण नजर आये तो डॉक्टर से चेकअप कराना अनिवार्य है।
उंगली में चोट (Finger injury) लगने के कई कारण हैं। जैसे:
डॉक्टर रोगी के हाथ व उंगलियों को जांच कर चोट का निदान कर सकते हैं, जिसमे प्रभावित स्थान की टेस्टिंग स्ट्रेंथ, सेंसेशन और हाथ को हिलाने की क्षमता शामिल है। अगर डॉक्टर आपकी उंगली में फ्रैक्चर का अनुभव करते हैं या आपके हाथ में कोई चीज फंस गयी है जैसे कोई धातु या शीशा तो X-Ray कराया जा सकता है। उंगली में चोट का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि चोट किस तरह की है। कुछ चोटों को घर में ठीक किया जा सकता है। लेकिन गंभीर चोटों को मेडिकल उपचार की आवश्यकता होती है।
उंगली में चोट का उपचार करने से पहले डॉक्टर एनेस्थीसिया की मदद से प्रभावित स्थान को सुन्न कर सकते हैं। ऐसा प्रभावित उंगली के पास इंजेक्शन की मदद से किया जाता है। इसके आलावा दर्द दूर करने के लिए डॉक्टर दर्द दूर करने वाली दवाईयां भी दे सकते हैं।
अगर रोगी को चोट लगी है जैसे लैक्रेशन या एविलेशन तो डॉक्टर नुकसान को कम करने या हानि पहुंचने वाले तत्वों को दूर करने के लिए घाव की जांच करेंगे। घाव को साफ़ किया जाता है। इसके बाद इस स्थान में टांके लगाए जा सकते हैं। अगर उंगली के टिश्यू अलग हो गए हों तो उंगली को फिर से जोड़ा जा सकता है। टिश्यू के टुकड़े बहुत छोटे होते हैं और गंभीर रूप से नष्ट हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें सर्जन फिर से जोड़ सकते हैं। अगर त्वचा का बड़ा टुकड़ा निकल गया हो तो स्किन ग्राफ्टिंग की मदद ली जाती है।
नाख़ून के नीचे का दर्द भरा खून का पैच ट्रेफिकेशन के द्वारा सुखाया जा सकता है। दबाव को दूर करने और रक्त की निकासी के लिए नाखून में कुछ छिद्रों को करके ट्रेफिकेशन किया जाता है।
उंगली की हड्डी में फ्रैक्चर हुआ हो या हड्डी डिस्लोकेट हुई हो तो टूटी हड्डी को रिडक्शन के माध्यम से ठीक किया जाता है। जब हड्डी को उसकी सही स्थिति में जोड़ दिया जाता है तो डॉक्टर X-ray करा सकते हैं और इसके बाद स्पलिंट लगाया जाता है।
फ्रैक्चर,डिस्लोकेशन, टेंडन चोट और कुछ घावों को स्लिंटिंग के माध्यम से ठीक किया जाता है। इससे उंगलियों को आराम मिलता है और वो जल्दी ठीक होते हैं।
कुछ घावों में इंफेक्शन होने की संभावना अधिक होती है और उन्हें एंटीबायोटिक की मदद से ठीक किया जा सकता है। अगर डॉक्टर एंटीबायोटिक की सलाह देते हैं तो रोगी को बताये अनुसार ही इनका सेवन करना चाहिए। दर्द दूर करने के लिए आइबूप्रोफेन जैसी दवाई ले सकते हैं लेकिन डॉक्टर की सलाह के बिना इसे न लें।
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।