इसका असर शरीर के साथ दिमाग और नर्वस सिस्टम पर भी पड़ता है। पुरुषों में इसके सेवन के बाद इरेक्टाइल डिसफंक्शन (erectile dysfunction) और महिलाओं के साथ पुरुषों में डिफिकल्ट ऑर्गेज्म(difficult orgasms) होने की आशंका भी बढ़ जाती है।
और पढ़ें: आखिर क्यों साथी से साथ सेक्स के बाद अटैचमेंट बढ़ने लगता है?
वीड (गांजा)
दुनिया भर में सेक्स को लेकर एक्सपेरिमेंट करने वाले कपल शराब के बाद गांजे का इसके दौरान सबसे ज्यादा उपयोग करते हैं। कुछ लोग वीड को एक एफ्रोडाइजिएक(aphrodisiac) के रूप में जानते हैं। एफ्रोडाइजिएक को लव ड्रग माना जाना जाता है, जो सेक्स ड्राइव को बढ़ाता है। इसकी वजह से लोग सख्त(Hard), वैट(wet) और अधिक संवेदनशील(Sensitive) महसूस करते हैं। इसका सेवन करने के बाद इसे पसंद करने वाले लोगों की सेक्स करने की इच्छा बढ़ जाती है। वहीं कुछ लोगों को इसके इस्तेमाल के बाद सेक्स करने की इच्छा नहीं होती। अलग-अलग अध्ययनों से पता चलता है कि ज्यादातर लोग, जो इसका उपयोग करते हैं, उन्हें इसका पॉजिटिव रेस्पॉन्स मिलता है यानि की इसका इस्तेमाल करने के बाद उनको सेक्स करने की इच्छा होती है।
हैल्यूसिनोजन्स (Hallucinogens)
साइकेडेलिक्स(Psychedelics) और डिसोसिएटिव(dissociatives) ब्लैक मार्केट में मौजूद एक ऐसे ड्रग्स हैं, जिस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। ज्यूरिक यूनिवर्सिटी में साइकेडेलिक्स और एनर्जी का अध्ययन करने वाले एक न्यूरोपैसाइकोलॉजिस्ट, जॉनसन और माइकल कोमीटर के अनुसार, इन दवाओं का व्यापक प्रभाव मानव दिमाग पर पड़ता है। यह हर एक अलग-अलग रिसेप्टर्स को हिट करता है। एलएसडी(LSD) वाइड एरिया को हिट करता है, जिसकी वजह से इसका असर पता लगाना मुमकिन नहीं है। डीएमटी (DMT) का असर स्ट्रॉन्ग होता है इसलिए इसका ज्यादा उपयोग करने से आप खुद को खोया हुआ महसूस करते हैं और सेक्स के बारे में सोचते भी नहीं है। पीसीपी(PCP) और केटामाइन(Ketamine) हमारे दिमाग पर गहरा असर डालते हैं, जिसकी वजह से उन्हें ज्यादा विनाशकारी और जोखिम भरा माना जाता है। इसका असर इस कदर खतरनाक हो सकता है कि इसकी वजह से आपकी सांस रुक सकती है। कुछ बदलावों को छोड़ दिया जाए, तो ये सारे ड्रग्स एक जैसा ही काम करते हैं और सभी हमारे विचारों और भावनाओं पर सीधा असर डालते हैं। ये हमें अलग तरह से सोचने पर भी मजबूर कर देते हैं।