क्या कहते हैं रिसर्च?
न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय और जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की टीमों ने इस विषय अर्काइव्ज ऑफ सेक्शुअल बिहेवियर एंड साइकोफार्माकोलॉजी पर दो अलग-अलग अध्ययन किए।
पहले अध्ययन का मुद्दा रहा कि मारिजुआना और एल्कोहॉल सेक्स को कैसे प्रभावित करते हैं, जिसमें 24 प्रतिभागियों को शामिल किया गया। इनमें 12 पुरुष और 12 महिलाएं थी। हालांकि, अध्ययन के दौरान इन्हें यह नहीं बताया गया कि सेक्स के दौरान उन्होंने वीड का इस्तेमाल किया या ड्रिंक का।
ड्रिंक करने वाले प्रतिभागियों में पाया गया कि वो सेक्स दौरान बात साथी के साथ बात कर रहे थे, उनका सेक्स ज्यादा लंबे समय तक भी चला, लेकिन वो इस दौरान कंडोम के इस्तेमाल पर गौर नहीं करते। इसके अलावा इस दौरान वो ऐसे साथी के साथ भी संबंध बना सकते हैं, जिनके साथ आमतौर पर वो संबंध बनाना पसंद नहीं करेंगे।
वहीं, स्मोक करने वाले प्रतिभागियों का कहना था कि सेक्स के दौरान वो खुद को बहुत शांत महसूस कर रहे थे।
और पढ़ें : क्या वाकई में सेक्स टॉयज का इस्तेमाल रियल सेक्स जैसा प्लेजर देते हैं?
स्मोक या ड्रिंक, क्या है बेहतर?
फायदों को देखें, तो स्मोक सेक्स ज्यादा बेहतर हो सकता है। लेकिन, अगर यह आदत बन जाए, तो कई तरह की परेशानियों का कारण बन सकता है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह के नशीले पदार्थों के सेवन को प्रोत्साहित नहीं करता है, न ही किसी नशे में सेक्स करने को प्रमोट करता है। अगर आप ऐसे किसी भी पदार्थ का सेवन करते हैं या अपनी सेक्स लाइफ के लिए इनका इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो अपने डॉक्टर से इसके बारे में बात करें।