डिलिवरी के ठीक बाद अगर आपका बच्चा न रोए तो?
ऐसा बहुत बार हुआ है कि डिलिवरी के समय शिशु का रोना नहीं हो पाता हैं, उनके लिए शायद यह एक सामान्य बात हो सकती है। लेकिन, अगर आप यह देखेंगे या सुनेंगे तो आपके लिए यह बात बहुत ही असामान्य हो सकती है। शिशु का रोना यह दर्शाता है कि उसके फेफड़े एकदम सही है और वो अच्छे से सांस ले सकता है। अगर आपका बच्चा डिलिवरी के बाद तुरंत न रोए तो घबराए नहीं। बहुत बार ऐसा होता है कि बच्चा पहले हाथ पैर हिलाता है और कुछ देर बाद रोता है। इसलिए ऐसी अवस्था में पैनिक करने की जरूरत नहीं है।
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यदि बच्चा जन्म के समय रोता है तो उसके शरीर में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन जाती है। ऐसा होने से उसके मस्तिष्क का विकास होता है। बहुत सारे बच्चे जन्म के समय देरी से रोते हैं। ऐसे बच्चों के दिमाग में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है। इन बच्चों में मानसिक विकृति का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में इन बच्चों को सीएफएम मशीन से रोने का पता लगाकर आगे का इलाज दिया जाता है।
वैसे भी डॉक्टर्स सक्शन ट्यूब (suction tube) का इस्तेमाल इसलिए करते हैं ताकि किसी भी तरह की बाधा न आ सके। आमतौर पर शिशु का रोना महीन होता तो उसे जोर से मारा जाता है ताकि दर्द की वजह से वह रोए। काफी बार उनकी पीठ को जोर से रगड़ा भी जाता है ताकि बच्चा कुछ रिस्पांस करे। अगर फिर भी कुछ नहीं होता है तो बच्चे को ICU में शिफ्ट करके ऑक्सीजन मास्क लगाया जाता है।