नवजात शिशु के चेकअप: नवजात शिशु के सिर की पड़ताल
डिलिवरी के समय सबसे पहले बर्थ कैनाल से बच्चे का सिर ही बाहर आता है। बच्चे का सिर इस प्रकार का बना होता है कि छोटी सी बर्थ कैनाल से बाहर आने पर भी उसे किसी प्रकार की हानि नहीं होती है, लेकिन वैक्यूम या फिर फॉरसेप्स डिलिवरी के दौरान ये घायल भी हो सकता है। वजायनल डिलिवरी (Normal delivery) से पैदा हुए नवजात शिशु के सिर में भी मोल्डिंग दिख सकती है। ऐसा तब होता है जब बच्चे की स्कल बोन शिफ्ट या फिर ओवरलैप हो जाए। सिजेरियन या फिर ब्रीच कंडिशन (Breech condition) में पैदा हुए बच्चों के सिर में मोल्डिंग नहीं दिखाई देती है।
बच्चे के खाने का समय
नवजात शिशु को प्रत्येक ढेड़ से साढ़े तीन घंटे के बीच में भूख लगती है। अगर नवजात शिशु को फॉर्मुला मिल्क (Formula milk) दिया जा रहा है तो दो घंटे का अंतराल भी हो सकता है। ब्रेस्टमिल्क नवजात शिशु जल्दी पचा लेते हैं, वही फॉर्मुला मिल्क पचाने में समय लगता है। बच्चे को जब भूख लगती है तो वे रोकर, या फिर फिंगर को चूसकर या फिर मां की ओर देखकर मुंह खोल सकता है। ज्यादातर नवजात शिशु के रोने (Crying of newborn baby) पर ही मां को एहसास होता है कि वो भूखा है, लेकिन ये लक्षण तब दिखाई देता है जब बच्चा बहुत भूखा हो जाता है।
नवजात शिशु के चेकअप: नवजात शिशु के वेट डायपर
अगर आप नई मां (New mom) बनने वाली हैं तो आपको नहीं पता होगा कि बच्चा एक दिन में कितनी बार पॉटी और सूसू करता है। नवजात शिशु एक दिन में छह बार सूसू और चार बार पॉटी कर सकता है। पहले हफ्ते में बच्चे को थिक और ब्लैक या फिर डार्क ग्रीन पॉटी आ सकती है। इसे मैकोनियम कहते हैं। नवजात शिशु के पैदा होने के पहले उसकी आंत में ब्लैक सबस्टेंस भरा होता है, जो मैकोनियम के रूप में बाहर निकलता है। ब्रेस्टफीड (Breastfeed) के बाद बच्चे के यलोइश पॉटी होने लगती है। साथ ही फॉर्मुला मिल्क (Formula milk) पीने वाले नवजात शिशु टैन या यलो रंग की पॉटी करते हैं। कुछ दिनों बाद बच्चा दिन में एक से दो बार पॉटी करेगा।
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नवजात शिशु के चेकअप: नवजात शिशु का रोना
नवजात शिशु पैदा होने के कुछ हफ्तों बाद तक अपना कम्युनिकेशन रोने के माध्यम से ही करता है। जब बच्चे को भूख लगती है तो बच्चा रोता है। कई बार सूसू करने पर भी बच्चा रोता है। पॉटी आने पर भी बच्चा रोने के माध्यम से जानकारी दे सकता है। अगर बच्चा दूध पीने के दो घंटे बाद रो रहा है तो मां अंदाजा लगा लेती है कि बच्चे को भूख लगी होगी।