बच्चों के लिए परिवार गलत संगत से बाहर लाने में मददगार हो सकता है
उम्र और अपने-अपने अनुभव के अनुसार ही लोगों को अच्छी और बुरी संगत के बीच का अंतर और उन्हें पहचानने का फर्क समझ आता है। किसी बच्चे के अच्छे सामाजिक विकास में न सिर्फ उसका परिवार एक अहम हिस्सा होता है, बल्कि उसके आस-पास के रहने वाले लोग, पड़ोसी, शिक्षक और दोस्तों का भी इसमें काफी अहम योगदान होता है। अगर बच्चे के आस-पास का संगत गलत हो जाए, तो बच्चे में बुराईयां घर कर सकती हैं, जैसे- चोरी करना, झूठ बोलना, गाली देना, अपने से बड़ों या छोटों का अपमान करना, किसी की बात न मानना, हर बात पर जिद्द करना आदि। जिनसे बच्चे को बचाएं रखने के लिए एक परिवार और करीबी लोग ही बच्चे की मदद कर सकते हैं।
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अगर बच्चे में कोई बुरी आदत आ जाए, तो उसे कैसे सुधारें?
झूठ बोलने की आदत
अगर बच्चा झूठ बोलना शुरू कर दे, तो यह हर पेरेंट्स की सबसे बड़ा सिर दर्द बन सकता है। ऐसी स्थिति में एक बात का ध्यान रखें कि, बच्चा आपसे तभी झूठ बोल सकता है, जब वह आपसे सच कहने में डर रहा हो, या बच्चे को कोई बात आपसे छुपानी हो, या बच्चे ने अपनी नजर में कुछ गलत किया हो जिसकी सच्चाई जानने के बाद आप बच्चे को किसी तरह की सजा दे सकते हैं। अगर आपका बच्चा झूठ बोलना शुरू करता है, तो सबसे पहले उसके झूठ बोलने का कारण पता करें। जब आपको उसका कारण पता चल जाए, तो बच्चे से इस बारे में जरूर बात करें और उसे डांटे, मारे या धमकाएं नहीं। बल्कि, प्यार से उसे समझाएं कि इस तरह उसका झूठ बोलना गलत है। साथ ही, बच्चे को बताएं कि अगर भविष्य में ऐसी कोई स्थिति उत्पन्न हो जिसके बारे में बच्चा आपसे बात करने से डरे, तो परिवार वालों से बात करने की बजाय वो किसी अन्य करीबी घर के सदस्य या अच्छे दोस्त के माता-पिता से भी इसके बारे में बात कर सकता है ताकि वे बच्चे को एक अच्छी सलाह दे सकें।
चोरी करने की आदत
छोटी उम्र में बच्चे अक्सर चोरी करना आसानी से सीख जाते हैं क्योंकि उन्हें तरह-तरह की बाहर की चीजें खानी और खरीदनी होती है। कई बार स्कूल के दोस्तों के पास ऐसी वस्तु हो सकती है, जिसकी चाह वे भी रख सकते हैं। हो सकता है, कि उस बारे में आपका बच्चा आपसे बात भी करे लेकिन आप अपनी किसी खास वजह से उस चीज के खरीदने से मना भी कर दें। ऐसी ही कुछ तरह की स्थितियों में बच्चा चोरी करना सीख सकता है। जो एक तरह से उसके दोस्तों के सामने आत्मसम्मान और दिखावे की भावना से भी जुड़ी हो सकती है। अगर आपका बच्चा ऐसी कोई हरकत करता है, तो उसे मारने या डांटने की बजाय आप उसे वह वजह बता सकते हैं, जिसकी वजह से आपने उस वस्तु को खरीदने से मना कर दिया था। साथ ही, अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में भी थोड़ी बहुत जानकारी अपने बच्चे को दें। इसके अलावा, अपने बच्चे को समझाएं कि, उसके उम्र और सीखने की उम्र के लिहाज से उस किस तरह की वस्तुओं से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
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