शरीर को संक्रमण से बचाने के लिए जन्म के बाद से वैक्सीन का इस्तेमाल किया जाता है। बच्चों से लेकर एल्डर पर्सन तक के लिए, वैक्सीन सुरक्षा कवच की तरह काम करती है। वैक्सीन लेने के बाद शरीर उस बीमारी के खिलाफ एंटीबॉडी बनना शुरू कर देना है और उस संक्रमण से बचाव का काम करता है। रेवेक-बी वैक्सीन (Revac b vaccine) का इस्तेमाल हेपेटाइटिस बी संक्रमण (Hepatitis b infection) से बचाव के लिए किया जाता है। रेवेक-बी वैक्सीन (Revac b vaccine) एक्टिव इम्यूनाइजिंग एजेंट है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको रेवेक-बी वैक्सीन (Revac b vaccine) के बारे में अहम जानकारी देंगे और साथ ही बताएंगे कि आपको किन बातों का ध्यान में रख हेपेटाइटिस जैसे गंभीर संक्रमण से बचाव कर सकते हैं।
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रेवेक-बी वैक्सीन (Revac b vaccine)
रेवेक-बी वैक्सीन (Revac b vaccine) में एक्टिव इम्युनाइजिंग एजेंट होता है। ये वैक्सीन हेल्थ केयर प्रोफेशनल द्वारा दी जाती है।हेपेटाइटिस इंफेक्शन के कारण लिवर को नुकसान पहुंचता है। हेपेटाइटिस इंफेक्शन सिरॉसिस (Cirrhosis) का कारण बनता है। हेपेटाइटिस के प्रकार जैसे कि हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी और ई संक्रमण फैलाने का काम करते हैं। हेपेटाइटिस बी संक्रमण (Hepatitis b infection) जानलेवा होता है। जिन लोगों में ये संक्रमण हो जाता है, उन्हें किसी तरह के लक्षण न दिखने पर जानकारी नहीं मिल पाती है और खतरनाक स्थिति पैदा हो जाती है। हेपेटाइटिस बी वायरस (Hepatitis B virus) के कारण हेपेटाइटिस बी संक्रमण (Hepatitis b infection) फैलता है।
हेपेटाइटिस बी संक्रमण (Hepatitis b infection) होने पर थकान का एहसास (Feeling tired), वॉमिटिंग (Vomiting),जी मिचलाना या पीलिया (Jaundice) लक्षण के तौर पर दिख सकते हैं, जो अक्सर लोग ध्यान नहीं देते हैं। लंबे समय तक लक्षणों पर ध्यान न देना बीमारी को बढ़ाता है और सिरॉसिस (Cirrhosis) जैसी गंभीर स्थिति को पैदा करता है। ये लिवर कैंसर (Liver cancer) का कारण भी बन सकता है। ऐसे में हेपेटाइटिस बी वैक्सीन बीमारी के खतरे को कम करने का काम करती है। हेपेटाइटिस बी वायरस संक्रमित मां से बच्चे को, इंफेक्टेड सुई का दोबारा इस्तेमाल करने से, संक्रमित व्यक्ति के साथ सेक्स करने से फैल सकता है। रेवेक-बी वैक्सीन (Revac b vaccine) कब दी जानी चाहिए, इस बारे में आपको डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए।
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रेवेक-बी वैक्सीन कैसे करती है काम?
रेवेक-बी वैक्सीन (Revac b vaccine) में एंटीजन होते हैं, जो शरीर में पहुंचने पर हेपेटाइटिस बी वायरस के खिलाफ काम करते हैं। इस वैक्सीन में प्रोटीन (Immunoglobulin) होती है, जो हेपेटाइटिस बी वायरस को निष्क्रिय करने का काम करती है। ये वैक्सीन उन लोगों को दी जाती है, जो लिवर ट्रांसप्लान्टेशन (liver transplantation) से गुजर रहे हैं, संक्रमित मां से पैदा होने वाले बच्चे को, जो व्यक्ति इंफेक्टेड ब्लड से एक्सपोज हो रहा हो या फिर इंफेक्टेड पर्सन के साथ रह रहा हो। वैक्सीन को इंजेक्शन के माध्यम से दिया जाता है। वैक्सीन का 1 एमएल डोज तीन से छह महीने तक हेपेटाइटिस बी वायरस से सुरक्षा प्रदान करता है। अगर आपको डोज लेने के बाद या फिर बच्चे को डोज लगवाने के बाद किसी तरह की परेशानी या दुष्प्रभाव दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता हैं।
रेवेक-बी वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Revac b vaccine side effects)
वैक्सीन लगवाने के बाद अक्सर लोगों में कुछ साइड इफेक्ट्स दिखाई पड़ते हैं। रेवेक-बी वैक्सीन (Revac b vaccine) लगवाने के बाद जिस स्थान में इंजेक्शन लगाया जाता है, वहां रेडनेस या लालिमा दिख सकती है। वैक्सीन के बाद थकान, सिरदर्द (Headache), वॉमिटिंग, जोड़ों में दर्द (Joint pain) होना भी आम है। रेवेक-बी वैक्सीन (Revac b vaccine) के साइड इफेक्ट्स या दुष्प्रभाव के बारे में अधिक जानकारी मौजूद नहीं है। आप इस बारे में डॉक्टर से जानकारी ले सकते हैं।
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रेवेक-बी वैक्सीन (Revac b vaccine) की डोज कितनी बार दी जाती है?
बच्चों को हेपेटाइटिस बी वैक्सीन तीन शॉट्स में दी जाती हैं। बच्चों को पहला शॉट जन्म के कुछ समय बाद, दूसरा शॉट एक से दो महीने में और तीसरा शॉट छह से आठ महीने के दौरान लगाया जाता है। अगर मां के ब्लड में हेपेटाइटिस बी वायरस ( Hepatitis B virus) है, तो डॉक्टर जन्म के बारह घंटे के अंदर वैक्सीन लगाते हैं। जिन लोगों को हेपेटाइटिस बी संक्रमण (Hepatitis b infection) का अधिक खतरा होता है, उन्हें रेवेक-बी वैक्सीन (Revac b vaccine) जल्द लगवाने की सलाह दी जाती है। आपको इसके बारे में डॉक्टर से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। डॉक्टर अन्य वैक्सीन जैसे कि DTaP, IPV, Hib या HepA वैक्सीन के साथ इसे कॉम्बिनेशन के रूप में दे सकते हैं। ये डॉक्टर निर्धारित करते हैं कि बच्चे को वैक्सीन की डोज कब कितने समय के अंतराल में देनी है।
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इन परिस्थितियों में नहीं लेना चाहिए रेवेक-बी वैक्सीन (Revac b vaccine)
वैक्सीन लगवाने से पहले एक बात का ध्यान हमेशा रखें कि कुछ विशेष परिस्थितियों में डॉक्टर वैक्सीन न लगवाने की सलाह देते हैं। अगर बच्चे को पहले से ही हेपेटाइटिस बी संक्रमण है या फिर बच्चे को एलर्जी की समस्या है, तो डॉक्टर ऐसे में इंजेक्शन न लगवाने की सलाह देंगे। प्रेग्नेंसी के दौरान (During pregnancy) या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान वैक्सीन लेनी है या फिर नहीं, इस बारे में भी डॉक्टर से जानकारी जरूर लेनी चाहिए। अगर आप बच्चे को किसी दवाई का सेवन करा रही हैं या फिर बच्चे की तबियत खराब है, वैक्सीन लगवाने से पहले डॉक्टर को इस बारे में जानकारी जरूर दें।
हेपेटाइटिस बी से बचने के लिए जानिए इन बातों को!
किसी भी बीमारी से बचने का सबसे सही विकल्प होता है कि आप बीमारी से दूर रहने का प्रयास करें। अगर आप बीमारी के फैलने के तरीकों के बारे में जानते हैं, तो बीमारी से बचाव भी कर सकते हैं। यहां हम आपको हेपेटाइटिस बी से बचने के कुछ तरीकों के बारे में जानकारी देंगे।
- हेपेटाइटिस बी की बीमारी इंफेक्टेड निडिल का इस्तेमाल करने से हो सकती है। अगर आप टैटू बनवा रहे हैं, तो ध्यान रखें कि हमेशा साफ निडिल का इस्तेमाल किया जाए।
- सेक्स के दौरान सेफ्टी जरूरी है। अगर आपके पार्टनर को बीमारी है, तो बेहतर होगा कि सावधानी रखें। सुरक्षित यौन संबंध (Safe sex) बनाएं, ऐसा करने से आप संक्रमण से दूरी बनाई जा सकती है।
- इस्तेमाल की गई ड्रग इक्युपमेंट सिरेंज का इस्तेमाल दोबारा कभी न करें।
- संक्रमित व्यक्ति के खून को चढ़ाने से भी ये संक्रमण फैल सकता है। ब्लड डोनेशन या फिर ब्लड लेते वक्त इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है।
- अगर बच्चे को सही समय पर वैक्सीन नहीं लग पाया है, तो डॉक्टर को इस बारे में जानकारी जरूर दें। बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर को बताएं।
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हेपेटाइटिस बी से बचने के लिए बच्चे को वैक्सीन जरूर लगवाना चाहिए। नवजात बच्चों को टीके के डोज के बारे में डॉक्टर आपको जानकारी देंगे। जन्म के तुरंत बाद लगने वाला टीका और उसके बाद दो और टीके लगवाना बहुत जरूरी होता है। अगर किसी कारण से बच्चे को हेपेटाइटिस बी के वैक्सीन डोज नहीं मिल पाएं है, तो ऐसे में डॉक्टर 19 साल से कम उम्र में कैच अप डोज लेने की सलाह दे सकते हैं। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो डॉक्टर से संपर्क करें और जानकारी प्राप्त करें।
हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से आपको रेवेक-बी वैक्सीन (Revac b vaccine) के बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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