डायजेशन (Digestion) को ठीक रखने के लिए आपने कई उपाय अपनाएं होंगे, लेकिन शायद ये कभी नहीं सोचा होगा कि आपकी स्लीपिंग पॉजिशन (Sleeping position) भी डायजेशन को प्रभावित कर सकती है। जी हां गलत स्लीपिंग पॉजिशन सिर्फ बैक पेन या शोल्डर पेन के लिए जिम्मेदार नहीं होती यह पेट दर्द, कब्ज और गैस का कारण बन सकती है और सही पॉजिशन डायजेशन को सुधारने में भी मदद कर सकती है। इस लेख में हम आपको डायजेशन के लिए बेस्ट स्लीपिंग पॉजिशन (Best Sleeping Position For Digestion) कौन सी है इसके बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
डायजेशन के लिए बेस्ट स्लीपिंग पॉजिशन (Best Sleeping Position For Digestion)
डायजेशन से संबंधित परेशानियों का सामना करना मुश्किल भरा हो सकता है। इसके साथ ही कोई नहीं चाहेगा कि वह कब्ज, हार्ट बर्न या एसिड रिफ्लक्स जैसी परेशानियों के साथ सोकर उठे। इससे बचने में डायजेशन के लिए बेस्ट स्लीपिंग पॉजिशन मदद कर सकती है। जो है लेफ्ट साइड में सोना। हालांकि इसको प्रमाणित करने के लिए कोई मेडिकल एविडेंस नहीं है, लेकिन पेट की लोकेशन की वजह से ऐसा हो सकता है। स्टमक की नैचुरल पॉजिशन लेफ्ट साइड होती है, जहां यह खाने को अच्छी तरह से पचा सकता है। इसके साथ ही ग्रैविटी वेस्ट मटेरियल को स्माल से लार्ज इंटेस्टाइन में ले जाने में मदद करती है।
साथ ही डायजेशन के लिए बेस्ट स्लीपिंग पॉजिशन (Best Sleeping Position For Digestion) मानी जाने वाली लेफ्ट साइड पॉजिशन में सोना डायजेस्टिव सिस्टम और ग्रैविटी के बीच अच्छे कॉर्डिनेशन को प्रमोट करता है। यह सही है – छोटी आंत वेस्ट मटेरियल को दाईं ओर ले जाती है ताकि बड़ी आंत में और फिर बाईं ओर के निचले कोलन में अपना रास्ता बना सके। इससे सुबह सबसे पहले बॉवेल मूवमेंट की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए इसे डायजेशन के लिए बेस्ट स्लीपिंग पॉजिशन (Best Sleeping Position For Digestion) माना जाता है।
डायजेशन के लिए बेस्ट स्लीपिंग पॉजिशन को अपनाने के लिए निम्न टिप्स अपनाएं
- लेफ्ट साइड सोने पर सिर को थोड़ा ऊपर उठाकर रखें। इसके लिए आप सर्पोटिव पिलो की मदद ले सकते हैं।
- घुटनों के बीच में तकिया रखें। जो लोग साइड पॉजिशन में नहीं सोते हैं उन्हें इस पॉजिशन में सोने में परेशानी हो सकती है। ऐसे में घुटने के बीच में तकिया रखने से इस पॉजिशन को मेंटेन रखने में मदद मिलेगी।
- ध्यान रखें स्पाइन पर किसी प्रकार का लोड ना आए और वह न्यूट्रल पॉजिशन में रहे।
डायजेशन के लिए बेस्ट स्लीपिंग पॉजिशन (Best Sleeping Position For Digestion) के अन्य फायदे
जिन लोगों को हार्टबर्न की समस्या होती है उन्हें भी लेफ्ट साइड में सोने से कई फायदे मिल सकते हैं। दाहिनी ओर सोने से पेट और अन्नप्रणाली, या भोजन नली के बीच की मांसपेशियों को जोड़ने में आराम मिलता है। जब ये मांसपेशियां सिकुड़ती हैं, तो वे एसिड रिफ्लक्स प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। शोध से पता चला है कि दाहिनी ओर सोने से एसिड रिफ्लक्स होने की संभावना अधिक होती है।
2015 में चूहों पर की गई एक स्टडी में सामने आया कि साइड स्लीपिंग ब्रेन से टॉक्सिन निकालने में मदद करती है और साइड स्लीपिंग एयरवेज को खुला रखने में मदद करती है। जिससे लोगों की खर्राटे लेने की संभावना कम हो जाती है। एनसीबीआई (NCBI) में छपी स्टडी के अनुसार दाहिनी ओर लेटने से चेस्ट कैविटी में अधिक स्पेस बनता है जिससे हृदय की मांसपेशियों पर दबाव कम होता है। एक पुराने अध्ययन से पता चलता है कि कंजेस्टिव हार्ट फेलियर (CHF) से पीड़ित लोग बाईं ओर सोते समय अधिक असहज महसूस करते हैं।
साइड स्लीपिंग के नुकसान (Side sleeping disadvantages)
डायजेशन के लिए बेस्ट स्लीपिंग पॉजिशन (Best Sleeping Position For Digestion) यानी लाइफ साइड में सोने के इतने सारे फायदे हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। उनके बारे में भी जान लीजिए। साइड स्लीपिंग से ब्लड फ्लो अफेक्ट होता है और पेट और फेफड़ों पर प्रेशर आता है। इसके साथ ही एक हाथ पर आराम करने से सुन्नपन्न हो सकता है। किसी प्रकार की बीमारी से ग्रसित है तो स्लीपिंग पॉजिशन में बदलाव करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
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डायजेशन के लिए बेस्ट स्लीपिंग पॉजिशन (Best Sleeping Position For Digestion) के बाद बैड पॉजिशन के बारे में जान लीजिए
पेट के बल सोने के लिए अक्सर मना किया जाता है। यदि आप अपने पेट के बल सो रहे हैं और पीठ में दर्द हो रहा है, तो इसका एक कारण है। चूंकि मानव शरीर का अधिकांश भार केंद्र के आसपास होता है, वह मूल रूप से आपकी रीढ़ पर गलत दिशा में दबाव डालता है, जिससे पीठ और गर्दन में दर्द होता है। नीचे की ओर सोने की स्थिति का एकमात्र लाभ यह है कि यदि आप खर्राटे लेते हैं या स्लीप एपनिया है तो यह आपके वायुमार्ग को खुला रखने में मदद कर सकता है। हालांकि, एक साइड में सोना ही बेहतर है। बाकी इस पॉजिशन के कोई अतिरिक्त फायदे नहीं है।
डायजेशन के लिए बेस्ट स्लीपिंग पॉजिशन (Best Sleeping Position For Digestion) तो आपने जान ली। अब कुछ ऐसे टिप्स के बारे में भी जान लीजिए जो डायजेशन और स्लीपिंग दोनों से संबंधित हैं।
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खाने से पहले बड़े मील्स को अवॉइड करें (Avoid big meals before sleep)
बॉडी के दूसरे फंक्शनिंग एरियाज की तरह डायजेस्टिव सिस्टम को भी लंबे आराम की जरूरत होती है ताकि वह डेली लाइफ से रिकवर कर सके। सोने से पहले बड़े मील्स लेना डायजेस्टिव सिस्टम को काम करने के लिए लगातार फोर्स करना है। हालांकि भूखा सोना भी अच्छा आइडिया नहीं है। हल्का नास्ता, सेब, एवोकाडो टोस्ट अच्छा आइडिया हो सकता है। इनके अलावा कॉम्प्लैक्स कार्बोहायड्रेट्स, फल, सब्जियां और प्रोटीन के छोटे डोज भूख का सामना करने का अच्छा तरीका हो सकता है।
सोने से तीन घंटे पहले खाना खा लें (Eat 3 hours before bedtime)
रात के भोजन का सबसे सही समय सोने से तीन घंटे पहले हो सकता है। इससे पेट को खाने को पचाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है और यह छोटी आंत में चला जाता है जिससे हार्टबर्न जैसी समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है।
एक बार जब कोई व्यक्ति लेट जाता है, तो पेट की सामग्री अन्नप्रणाली में वापस आ सकती है, जिससे सीने में परेशानी हो सकती है। भोजन का सेवन शरीर को इंसुलिन छोड़ने के लिए प्रेरित करता है, जिससे व्यक्ति की आंतरिक शारीरिक घड़ी प्रभावित होती है और जागने में वृद्धि होती है।
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लिक्विड डायट का उपयोग करें जरा संभलकर (Use liquid diet sparingly)
देर रात कॉफी और चाय के सेवन से बचें क्योंकि कैफीन एडिनोसिन को ब्लॉक करने का काम करती है। यह वह कैमिकल होता है जो नींद लाने में मदद करता है। इसके साथ ही दूसरे ड्रिंक्स जिसमें सोड़ा, हॉट चॉकलेट को अवॉइड करें। ये मिडनाइट में यूरिनेशन को बढ़ाने का काम करते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको डायजेशन के लिए बेस्ट स्लीपिंग पॉजिशन (Best Sleeping Position For Digestion) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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